जालंधर:
जालंधर के शाहकोट इलाके में शनिवार शाम दो निजी बसों की आमने-सामने की टक्कर में एक महिला सहित चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग हादसे में घायल हो गए हैं. मरने वालों में महिला की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है.
जालंधर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (देहात) हरमोन सिंह ने शनिवार रात जालंधर में बताया कि जिले के शाहकोट इलाके में मल्सियां रोड पर शनिवार को दो निजी बसों की आमने सामने की टक्कर हो गई है. इस हादसे में एक महिला समेत अबतक चार लोगों की मौत हो चुकी है.
उन्होंने बताया कि मरने वालों की पहचान पाल सिंह, विनोद कुमार और गुरभेज सिंह के रूप में की गई है. हालांकि, महिला की पहचान अभी तक नहीं हो पायी है. गुरभेज शाहकोट का रहने वाला था और हादसे में गंभीर रूप से घायल होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां रात में उसकी मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि जिले के बिल्ली चुहरमी गांव में हुए इस हादसे में महिला समेत तीन लोगों की मौत मौके पर हो गई थी. पाल सिंह धरमकोट का जबकि विनोद जालंधर का रहने वाला था. हादसे में घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है और उनमें से कुछ की हालत नाजुक एवं स्थिर बताई जा रही है.
स्थानीय लोगों के अनुसार मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के परिवार के कथित स्वामित्व वाली ऑर्बिट बस ने एक ट्रक से आगे निकलने की होड़ में सामने से आ रही जीएसके बस को टक्कर मार दीय
बस हादसे के कारणों के बारे में पूछे जाने पर हरमोन सिंह ने बताया कि सुबह से ही जालंधर में जमकर बारिश हो रही है. इस कारण सड़क पर फिसलन थी. हो सकता है कि यह हादसा इसी फिसलन की वजह से हुआ है.
उन्होंने कहा हालांकि, कारणों का पता लगाया जा रहा है. इस बीच स्थानीय पुलिस ने बताया कि दोनों बसों का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. आर्बिट बस जालंधर से मुक्तसर, जबकि जीएसके बस मोगा से पठानकोट के रास्ते पर थी.
पुलिस से यह भी जानकारी मिली है कि घायलों में जीएसके बस का ड्राइवर भी है, जिसकी हड्डियां टूट गई हैं, जबकि आरबिट का ड्राइवर मौके से कथित रूप से फरार हो गया.
मौके पर पहले पहुंचने वालों में शामिल कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. नवजोत दहिया ने कहा कि पुलिसककर्मी वहां राहत और बचाव कार्य करने की बजाय ऑर्बिट बस के बचाव में लगे हुए थे. एक एएसआई बस को चला कर मौके से स्थानीय पुलिस चौकी में ले गया.
गौरतलब है कि पिछले तीन दिन में यह दूसरा मौका है जब ऑर्बिट के कारण कोई हादसा हुआ है. इससे पहले लुधियाना में ऑर्बिट बस ने पिता पुत्र को कुचल दिया था, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने बस को आग के हवाले कर दिया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जालंधर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (देहात) हरमोन सिंह ने शनिवार रात जालंधर में बताया कि जिले के शाहकोट इलाके में मल्सियां रोड पर शनिवार को दो निजी बसों की आमने सामने की टक्कर हो गई है. इस हादसे में एक महिला समेत अबतक चार लोगों की मौत हो चुकी है.
उन्होंने बताया कि मरने वालों की पहचान पाल सिंह, विनोद कुमार और गुरभेज सिंह के रूप में की गई है. हालांकि, महिला की पहचान अभी तक नहीं हो पायी है. गुरभेज शाहकोट का रहने वाला था और हादसे में गंभीर रूप से घायल होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां रात में उसकी मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि जिले के बिल्ली चुहरमी गांव में हुए इस हादसे में महिला समेत तीन लोगों की मौत मौके पर हो गई थी. पाल सिंह धरमकोट का जबकि विनोद जालंधर का रहने वाला था. हादसे में घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है और उनमें से कुछ की हालत नाजुक एवं स्थिर बताई जा रही है.
स्थानीय लोगों के अनुसार मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के परिवार के कथित स्वामित्व वाली ऑर्बिट बस ने एक ट्रक से आगे निकलने की होड़ में सामने से आ रही जीएसके बस को टक्कर मार दीय
बस हादसे के कारणों के बारे में पूछे जाने पर हरमोन सिंह ने बताया कि सुबह से ही जालंधर में जमकर बारिश हो रही है. इस कारण सड़क पर फिसलन थी. हो सकता है कि यह हादसा इसी फिसलन की वजह से हुआ है.
उन्होंने कहा हालांकि, कारणों का पता लगाया जा रहा है. इस बीच स्थानीय पुलिस ने बताया कि दोनों बसों का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. आर्बिट बस जालंधर से मुक्तसर, जबकि जीएसके बस मोगा से पठानकोट के रास्ते पर थी.
पुलिस से यह भी जानकारी मिली है कि घायलों में जीएसके बस का ड्राइवर भी है, जिसकी हड्डियां टूट गई हैं, जबकि आरबिट का ड्राइवर मौके से कथित रूप से फरार हो गया.
मौके पर पहले पहुंचने वालों में शामिल कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. नवजोत दहिया ने कहा कि पुलिसककर्मी वहां राहत और बचाव कार्य करने की बजाय ऑर्बिट बस के बचाव में लगे हुए थे. एक एएसआई बस को चला कर मौके से स्थानीय पुलिस चौकी में ले गया.
गौरतलब है कि पिछले तीन दिन में यह दूसरा मौका है जब ऑर्बिट के कारण कोई हादसा हुआ है. इससे पहले लुधियाना में ऑर्बिट बस ने पिता पुत्र को कुचल दिया था, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने बस को आग के हवाले कर दिया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)