
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह (फाइल फोटो).
रायपुर:
छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र सरकार के साथ पेट्रोल और डीजल की कीमत में ढाई रुपये कम करने का फैसला किया है.
आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राजनांदगांव में राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर ढाई रुपये की कटौती की घोषणा की है. राजनांदगांव के चिखली गांव में सामुदायिक भवन के लोकार्पण के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में प्रति लीटर ढाई रुपये कटौती की घोषणा की है. राज्य सरकार भी इसमें ढाई रुपये की कटौती करेगी. इस तरह से मध्यरात्रि से पेट्रोल और डीजल पांच रुपये लीटर सस्ता मिलेगा.
यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश में पांच रुपये सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल
अधिकरियों ने बताया कि राज्य सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल में चार फीसदी वैट की कमी की है. इससे राज्य सरकार को इस वित्तीय वर्ष में 378 करोड़ रुपये का घाटा होगा.
VIDEO : क्या विपक्षी दलों की राज्य सरकारें भी घटाएंगी दाम?
इधर राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा है कि विधानसभा चुनावों के कारण यह कमी की गई है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री रमेश वर्ल्यानी ने कहा है कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर यह कमी ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. वर्ल्यानी ने कहा है कि देश में व्याप्त जन-आक्रोश और पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के कारण यह कमी की गई है. लेकिन जैसे ही चुनाव संपन्न हो जाएंगे, पेट्रोल-डीजल की कीमतें पुनः बढ़ा दी जाएगी. कर्नाटक चुनाव के बाद ऐसा ही किया गया था.
(इनपुट भाषा से)
आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राजनांदगांव में राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर ढाई रुपये की कटौती की घोषणा की है. राजनांदगांव के चिखली गांव में सामुदायिक भवन के लोकार्पण के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में प्रति लीटर ढाई रुपये कटौती की घोषणा की है. राज्य सरकार भी इसमें ढाई रुपये की कटौती करेगी. इस तरह से मध्यरात्रि से पेट्रोल और डीजल पांच रुपये लीटर सस्ता मिलेगा.
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अधिकरियों ने बताया कि राज्य सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल में चार फीसदी वैट की कमी की है. इससे राज्य सरकार को इस वित्तीय वर्ष में 378 करोड़ रुपये का घाटा होगा.
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इधर राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा है कि विधानसभा चुनावों के कारण यह कमी की गई है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री रमेश वर्ल्यानी ने कहा है कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर यह कमी ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. वर्ल्यानी ने कहा है कि देश में व्याप्त जन-आक्रोश और पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के कारण यह कमी की गई है. लेकिन जैसे ही चुनाव संपन्न हो जाएंगे, पेट्रोल-डीजल की कीमतें पुनः बढ़ा दी जाएगी. कर्नाटक चुनाव के बाद ऐसा ही किया गया था.
(इनपुट भाषा से)
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