बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पर बड़ा हमला बोला है. मायावती (Mayawati) ने कहा है कि मोदी सरकार डूबती हुई नैया है. इसके साथ ही कहा है कि आरएसएस (RSS) ने भी इनका साथ छोड़ दिया है, अब संघी स्वयंसेवक भी चुनाव में मेहनत करते नहीं दिख रहे. मायावती ने यह बात ट्वीट करते हुए कही है. टि्वटर पर उन्होंने लिखा है, 'पीएम श्री मोदी सरकार की नैया डूब रही है, इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है व इनकी घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए संघी स्वयंसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे हैं.'
एक अन्य ट्वीट में मायावती ने लिखा है, 'जनता को वरगलाने के लिए देश ने अबतक कई नेताओं को सेवक, मुख्य सेवक, चायवाला व चौकीदार आदि के रूप में देखा है. अब देश को संविधान की सही कल्याणकारी मंशा के हिसाब से चलाने वाला शुद्ध पीएम चाहिए. जनता ने ऐसे दोहरे चरित्रों आदि से बहुत धोखा खा लिया है अब आगे धोखा खाने वाली नहीं है.'
पीएम श्री मोदी सरकार की नैया डूब रही है, इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है व इनकी घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए संघी स्वंयसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे हैं।
— Mayawati (@Mayawati) May 14, 2019
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इसके अलावा मायावती ने चुनाव में रोड शो और पूजा-पाठ को लेकर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा है, 'रोडशो व जगह-जगह पूजा-पाठ एक नया चुनावी फैशन बन गया है जिस पर भारी खर्चा किया जाता है. आयोग द्वारा उस खर्चे को प्रत्याशी के खर्च में शामिल करना चाहिये और यदि किसी पार्टी द्वारा उम्मीद्वार के समर्थन में रोडशो आदि किया जाता है तो उसे भी पार्टी के खर्च में शामिल किया जाना चाहिये.'
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साथ ही एक और ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा, 'साथ ही किसी भी उम्मीदवार को आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में चुनाव प्रचार पर बैन लगाने के दौरान यदि वह आम स्थान पर मन्दिरों आदि में जाकर पूजा-पाठ आदि करता है व उसे मीडिया में बड़े पैमाने पर प्रचारित किया जाता है तो उस पर भी रोक लगनी चाहिये. आयोग इसपर भी कुछ कदम जरूर उठाए.'
मायावती ने सोमवार को भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा था. पीएम मोदी की जाति को लेकर उन पर निशाना साधते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को कहा था कि वह केवल जनता को अवगत करा रही हैं कि मोदी की जाति क्या है. मायावती ने एक चुनावी रैली में कहा कि मोदी अपनी रैलियों में कहते आये हैं कि विपक्ष उनकी जाति पूछ रहा है. ''मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि हम उनकी जाति के बारे में नहीं पूछ रहे हैं बल्कि जनता को केवल अवगत करा रहे हैं कि उनकी असल जाति क्या है.'
उन्होंने कहा कि मोदी असली ओबीसी नहीं, बल्कि नकली ओबीसी हैं. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव असली ओबीसी हैं. मंच पर मौजूद अखिलेश ने कहा कि भाजपा नफरत फैलाकर और झूठ बोलकर सत्ता में आना चाहती है. उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई, युवाओं को रोजगार नहीं मिला.
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