अमृतसर लोकसभा सीट से चुनाव हारने के बाद भी हरदीप पुरी को मोदी कैबिनेट में जगह मिली है. पिछली बार भी इस सीट से अरुण जेटली को शिकस्त मिली थी. भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) को मोदी सरकार में दूसरी बार मंत्री बनाया गया है. पिछली सरकार में पुरी आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के लिये भी उन्होंने गुरुवार को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. विदेश सेवा के 1974 बैच के अधिकारी रहे पुरी का जन्म 15 फरवरी 1952 को हुआ. वह बतौर राजनयिक विदेशों में अहम पदों पर कार्यरत रहे. उन्होंने 2009 से 2013 तक संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के स्थाई प्रतिनिधि के रूप में भी काम किया.
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पुरी को हर बेघर को आवास मुहैया कराने, स्मार्ट सिटी परियोजना और शहरी क्षेत्रों में 'स्वच्छ भारत अभियान' जैसी मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को कामयाबीपूर्वक आगे बढ़ाने के पुरस्कार स्वरूप दोबारा मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. मोदी सरकार में 2017 में शामिल किए गए पुरी उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य हैं. पुरी को लोकसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार के रूप में पंजाब के अमृतसर संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा गया लेकिन वह चुनाव जीतने में कामयाब नहीं हुए. उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार गुरजीत औजला ने लगभग एक लाख वोट से पराजित किया.
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चुनाव हारने के बावजूद दोबारा मोदी सरकार में अपना स्थान सुरक्षित रखने वाले पुरी, एकमात्र भाजपा नेता हैं. पुरी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में भाजपा की नीतियों की तारीफ करते हुए जनवरी 2014 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी. राष्ट्रीय सुरक्षा एवं आतंकवाद निरोधक मामलों में पुरी को विशेषज्ञता हासिल है. वह अगस्त 2011 और नवंबर 2012 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष रहे. साथ ही जनवरी 2011 से फरवरी 2013 तक उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी समिति के अध्यक्ष पद का दायित्व भी संभाला. बतौर राजनयिक, कई देशों में भारत के राजदूत रहे पुरी ने विदेश मंत्रालय में भी अहम पदों पर कार्य किया है.
लोकसभा की अस्थाई अध्यक्ष बन सकती हैं मेनका गांधी
कैबिनेट मंत्री
1. नरेंद्र मोदी
2. राजनाथ सिंह
3. अमित शाह
4. नितिन जयराम गडकरी
5. डीवी सदानंद गौड़ा
6. निर्मला सीतारमण
7. रामविलास पासवान
8. नरेंद्र सिंह तोमर
9. रविशंकर प्रसाद
10 हरसिमरत कौर बादल
11. थावरचंद गहलोत
12. सुब्रह्मण्यम जयशंकर
13. रमेश पोखरियाल 'निशंक'
14. अर्जुन मुंडा
15. स्मृति जुबिन ईरानी
16. डॉ. हर्षवर्धन
17. प्रकाश जावड़ेकर
18. पीयूष गोयल
19. धर्मेंद्र प्रधान
20. मुख्तार अब्बास नकवी
21. प्रल्हाद जोशी
22. महेंद्र नाथ पांडे
23. अरविंद गणपत सावंत
24. गिरिराज सिंह
25. गजेंद्र सिंह शेखावत
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
1. संतोष कुमार गंगवार
2. राव इंद्रजीत सिंह
3. श्रीपाद येसो नाइक
4. जितेंद्र सिंह
5. किरन रिजिजू
6. प्रहलाद सिंह पटेल
7. राज कुमार सिंह
8. हरदीप सिंह पुरी
9. मनसुख एल मंडाविया
राज्य मंत्री
1. फग्गन सिंह कुलस्ते
2. अश्विनी कुमार चौबे
3. अर्जुन राम मेघवाल
4. जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह
5. कृष्णपाल गुर्जर
6. रावसाहेब दानवे
7. जी किशन रेड्डी
8. पुरुषोत्तम रुपाला
9. रामदास अठावले
10. साध्वी निरंजन ज्योति
11. बाबुल सुप्रियो
12. संजीव कुमार बालयान
13. संजय शामरा
14. अनुराग ठाकुर
15. सुरेश अंगाड़ी
16. नित्यानंद राय
17. रतन लाल कटारिया
18. वी मुरलीधरन
19. रेणुका सिंह सरुता
20. सोमप्रकाश
21. रामेश्वर तेली
22. प्रताप चंद्र सारंगी
23. कैलाश चौधरी
24. देबाश्री चौधरी
बता दें कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Cabinet) ने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने से पहले अपनी मंत्रिपरिषद को व्यवस्थित रूप देने के लिए BJP अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) के साथ कई दौर की वार्ता की. पीएम मोदी के कैबिनेट में इस बार अनुभव के साथ ही युवा शक्ति पर भी जोर दिया गया है. पीएम मोदी और अमित शाह की बैठक के बाद संभावित मंत्रियों को फोन करके पीएम मोदी से मिलने के लिए बुलाया गया था.
VIDEO: नरेंद्र मोदी ने ली प्रधानमंत्री पद की शपथ
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