वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा चुनाव के दौरान सत्ता और विपक्ष के मुकाबले को क्रिकेट मैच से जोड़कर दो फनी वीडियो ट्विटर पर शेयर किए हैं. वीडियो में कमेंट्री हो रही है. दोनों वीडियो के जरिए कांग्रेस सहित समूचे विपक्ष पर उन्होंने निशाना साधा है. पहले वीडिया का उन्होंने कैप्शन दिया है- कोई मेहनत और ईमानदारी से जीतना चाहता है ट्रॉफी तो कोई ट्रॉफी ब्लैक में खरीदने को है तैयार. इस वीडियो में कमेंटेटर कहता है कि आज फाइनल जीतने वाले कप्तान को मिलेगी ये शानदार ट्राफी. आइए दोनों टीमों के कप्तान से उनके गेम प्लान के बारे में जानते हैं. इस पर पीएम मोदी जैसी आवाज में एक कप्तान कहते हैं-हमें ये ट्राफी मेहनत और ईमानदारी से जीतनी है. दूसरे कप्तान कहते हैं- अरे काहे की ईमानदारी, ये बताओ, ट्राफी कितने में बिक रही है, और हां, पेमेंट 50 प्रतिशत कैश में होगा... इस पर कमेंटेटर कहता है- ये महामिलावट की टीम खाएगी मात, फिर एक बार मोदी सरकार.. इसी प्रकार दूसरे वीडियो का अरुण जेटली ने कैप्शन दिया है- कोई बाल बना रहा है तो कोई ले रहा है सेल्फी, ये मैच है या फैशन शो? ये महाबनावटी टीम जाएगी हार, फिर एक बार मोदी सरकार.
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कोई मेहनत और ईमानदारी से जीतना चाहता है ट्रॉफी तो कोई ट्रॉफी ब्लैक में खरीदने को है तैयार।
— Chowkidar Arun Jaitley (@arunjaitley) April 30, 2019
ये महमिलावट की खाएगी मार, फिर एक बार मोदी सरकार। pic.twitter.com/2ZzfxlDOFq
चुनावी हलफनामे में अपनी शैक्षणिक योग्यता को लेकर विपक्ष के निशाने पर आई केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) के बचाव में अब उनके सहयोगी और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitly) उतर आए हैं. विपक्ष का आरोप है कि स्मृति ईरानी ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करते वक्त अपने हलफनामे में शैक्षणिक योग्यता को लेकर गलत जानकारी दी है.स्मृति ईरानी पर चुनाव आयोग के सामने विरोधाभासी हलफनामे दायर करने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की शैक्षणिक योग्यता की जानकारी कई बातों का जवाब दे सकती है.उन्होंने कहा, राहुल गांधी के पास एम फिल की डिग्री है वो भी बिना मास्टर डिग्री के. जेटली ने अपने ब्लॉग में कहा, 'एक दिन पूरा ध्यान बीजेपी उम्मीदवार की शैक्षणिक योग्यता पर होगा, पूरी तरह से यह भूलते हुए कि राहुल गांधी के अकादमिक रिकॉर्ड का पब्लिक ऑडिट कई सवालों के जवाब दे सकता है. क्योंकि उन्होंने एम फिल किया है वो भी बिना मास्टर डिग्री के.'
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