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This Article is From Dec 17, 2023

लग गई है सर्दी तो दादी-नानी के इस काढ़े को पी लीजिए बनाकर, जुकाम से मिल जाएगा छुटकारा

Giloy Kadha: शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी मजबूत बनाने के लिए गिलोय का काढ़ा पिया जा सकता है. गिलोय का काढ़ा सर्दी-जुकाम दूर करने में असरदार होता है. 

लग गई है सर्दी तो दादी-नानी के इस काढ़े को पी लीजिए बनाकर, जुकाम से मिल जाएगा छुटकारा
How To Make Giloy Kadha: इस तरह तैयार कर सकते हैं गिलोय का काढ़ा. 

Giloy Kadha Benefits: मौसम ठंडा होने लगता है तो अपने साथ अलग-अलग तरह की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें भी लेकर आता है. इन्हीं दिक्कतों में सर्दी, जुकाम और खांसी की दिक्कत शामिल है. इस सर्दी-जुकाम की दिक्कत से छुटकारा पाने के लिए घर पर ही काढ़ा (Kadha) बनाकर पिया जा सकता है. यूं तो काढ़ा अदरक, काली मिर्च और गुड़ आदि से बनाया जाता है, यहां जानिए  गिलोय का काढ़ा कैसे बनाते हैं. गिलोय का काढ़ा इम्यूनिटी यानी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए पिया जाता है. इससे मौसमी बीमारियां भी दूर रहती हैं. यहां जानिए गिलोय का काढ़ा किस तरह बनाकर पिया जा सकता है. 

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जुकाम के लिए गिलोय का काढ़ा | Giloy Kadha For Cold 

गिलोय का काढ़ा बनाने के लिए गिलोय की डंडी, पत्तियों और इसकी जड़ों का इस्तेमाल किया जा सकता है. गिलोय एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है जिससे शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स का सफाया हो जाता है. गिलोय (Giloy) के सेवन से शरीर से टॉक्सिंस निकलते हैं, खून साफ होता है, इम्यूनिटी मजबूत होती है और बैक्टीरिया कम होते हैं. गिलोय के काढ़े को डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों में भी पिया जाता है. 

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गिलोय का काढ़ा बनाने के लिए 2 कप पानी, एक चम्मच गिलोय का पाउडर (Giloy Powder) या गिलोय का जूस, आधा चम्मच हल्दी, कुछ पुदीने के पत्ते, दालचीनी का छोटा टुकड़ा, एक चम्मच काली मिर्च, आधा इंच अदरक, 2-3 लौंग और डेढ़ चम्मच शहद की जरूरत होगी. 

सबसे पहले एक बर्तन में पानी डालें और उसमें हल्दी और काली मिर्च डाल दें. इसे एक मिनट पकाने के बाद इसें गिलोय, अदरक और दालचीनी डालकर कम आंच पर पकाएं. बर्तन को ढक दें, इसके बाद पुदीना और शहद डालकर पकाएं. बस तैयार है आपका गिलोय का काढ़ा. इसे छानकर कप में निकालें और चुस्कियां लेकर पिएं.

काढ़े में काली मिर्च डालने पर इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण बढ़ जाते हैं. इसे पीने पर जुकाम के साथ ही खांसी की दिक्कत भी कम होती है. काढ़ा बनाने के अलावा गिलोय के रस (Giloy Juice) को भी एक से डेढ़ चम्मच पिया जा सकता है. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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