
Healthy Tips: बहुत से लोग अगर मलत्याग करने या कहें फ्रेश होने वॉशरूम में जाते हैं तो 10 से 15 मिनट में बाहर निकल आते हैं. लेकिन, उन लोगों की गिनती भी कम नहीं है जिन्हें बाथरूम में 30 से 45 मिनट का समय लगता है. लोग कई बार यह सोचकर भी टॉयलेट (Toilet) में बैठे रहते हैं कि इससे पेट ज्यादा बेहतर तरीके से साफ हो सकेगा. लेकिन, एक्सपर्ट का कहना है कि ऐसा नहीं है बल्कि टॉयलेट में 15 मिनट से ज्यादा बैठना पेट संबंधी दिक्कतों को बढ़ा सकता है. न्यूट्रिशनिस्ट सोनिया नारंग ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस वीडियो को शेयर किया है जिसमें वे बता रही हैं कि फोन लेकर वॉशरूम में जरूरत से ज्यादा देर बैठे रहने पर लोगों को कौनसी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें (Health Problems) हो सकती हैं.
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टॉयलेट में 15 मिनट बैठे रहने के नुकसान | Side Effects Of Sitting For More Than 15 Minutes In Toilet
बवासीरन्यूट्रिशनिस्ट सोनिया नारंग का कहना है कि बाथरूम में अगर ज्यादा देर तक मलत्याग करने बैठा जाए तो इससे बवासीर (Piles) होने की संभावना बढ़ सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि रेक्टम की नसों और एनस पर दबाव पड़ता है जिससे सूजन और इंफ्लेमेशन होने लगती है. इससे पेल्विक एरिया का ब्लड सर्कुलेशन भी धीमा हने लगता है जिससे नसों में हेमोरॉइड्स बनने लगते हैं.
कब्जअगर किसी को पहले से कब्ज (Constipation) है तो वॉशरूम में देर तक बैठे रहने पर कब्ज की समस्या बढ़ सकती है. शरीर को नेचुरली पता होता कि उसे मल को कब निकालना है. अगर यह इच्छा कम होती जाती है तो मल कड़ा होने लगता है और कब्ज हो जाती है. इससे ज्यादा जोर लगाना पड़ता है और रेक्टल प्रेशर बढ़ता है.
यूरिनरी लीकेज
पेल्विक फ्लोर की मसल्स वॉशरूम में देर तक बैठे रहने पर कमजोर पड़ने लगती हैं. इससे ब्लैडर की पॉजिशनिंग पर असर पड़ता है जिससे यूरेथरा में पेशाब इकट्ठा हो जाता है और जैसे ही व्यक्ति खड़ा हो जाता है तो यूरिन (Urine) थोड़ा-थोड़ा करके बाहर निकलने लगता है. इससे ब्लैडर की पेशाब रोकने की क्षमता पर भी असर पड़ता है.
बैक्टीरियाआजकल लोग वॉशरूम में फोन लिए बिना फ्रेश होने नहीं जाते. लेकिन, ज्यादा देर फोन लेकर बैठने का मतलब है फोन पर उतने ही ज्यादा बैक्टीरिया का चिपकना. अगर फ्लश करने के बाद आप अपने फोन को छूते हैं तो इससे फोन पर कीटाणु चिपक जाते हैं और इंफेक्शंस का खतरा बढ़ता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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