मृतक संपादक शुजात बुखारी (फाइल फोटो)
श्रीनगर:
जम्मू-कश्मीर में बेखौफ़ और शांति की कोशिश में लगे राइज़िंग कश्मीर के संपादक शुजात बुख़ारी की गोली मार कर हत्या कर दी गई. गुरुवार की शाम जब संपादक बुखारी श्रीनगर की प्रेस कॉलोनी के अपने दफ़्तर से निकल रहे थे तभी बाइक सवार तीन अज्ञात हमलावर उन पर अंधाधुंध फ़ायरिंग कर मौक़े से फ़रार हो गए. तीनों हमलावर की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में क़ैद हो गई है. घायल शुजात बुखारी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस हमले में शुजात बुख़ारी के दो अंगरक्षकों भी मौत हो गई है. फ़िलहाल तीनों हमलावर पुलिस की गिरफ़्त से दूर हैं. हालांकि पुलिस ने इस मामले में चौथे आरोपी की फोटो भी जारी कर दी है.
हत्या के चंद घंटे पहले तक पत्रकारिता एवं मानवाधिकार का बचाव करते रहे शुजात बुखारी
हत्या की खबर आने के बाद से बारामुला में शुजात बुखारी के घर नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बारामुला में शुजात बुखारी के घर का दौरा किया. साथ ही दोस्त, रिश्तेदार भी शुजात के सुपुर्द-ए-खाक में शरीक होने पहुंच रहे हैं.
शुजात बुखारी की हत्या पर रो पड़ीं जम्मू-कश्मीर की CM महबूबा मुफ्ती

संपादक शुजात बुख़ारी एक दौर में द हिंदू अख़बार के ब्यूरो चीफ़ रह चुके थे. उन्हें पत्रकारिता के लिए कई अंतरराष्ट्रीय फेलोशिप मिली थी. मनीला और सिंगापुर तक के पत्रकारिता संस्थानों से वो जुड़े रहे. दिल्ली में भी बरसों काम करते रहे. शुजात बुख़ारी की हत्या ऐसे समय हुई जब कश्मीर में ये बहस चल रही थी कि रमज़ान के महीने के बाद भी संघर्ष विराम बढ़ाया जाए या नहीं.
श्रीनगर में 'राइजिंग कश्मीर' के संपादक शुजात बुखारी की गोली मारकर हत्या
इस घटना के बाद राजनाथ ने पत्रकार की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या एक कायराना कृत्य है. यह कश्मीर में विचारशील आवाज को दबाने का एक प्रयास है. वह एक साहसी और निर्भीक पत्रकार थे.’ उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘उनकी मृत्यु से बहुत स्तब्ध और दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं उनके शोक संतप्त परिवार के साथ हैं.’

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी वरिष्ठ पत्रकार बुखारी की हत्या पर दुख प्रकट किया और कहा कि वह एक साहसी पत्रकार थे जो जम्मू कश्मीर में शांति के लिए निर्भीक होकर लड़ रहे थे. राहुल ने ट्वीट किया, ‘राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या की खबर सुनकर दुखी हूं. वह बहादुर इंसान थे जो जम्मू-कश्मीर में न्याय और शांति के लिए निर्भीक होकर लड़ रहे थे. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के प्रति हैं. बुखारी की कमी महसूस होगी.’ अपने आंसुओं को थामने की कोशिश करतीं भावुक मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘मैं क्या कह सकती हूं. कुछ दिन पहले ही वह मुझसे मिलने आए थे.’ इनके अलावा कई नेताओं, मीडियाकर्मियों ने इस घटना की निंदा की और शोक व्यक्त किया.
VIDEO: राइज़िंग कश्मीर के संपादक शुजात बुख़ारी की हत्या
हत्या के चंद घंटे पहले तक पत्रकारिता एवं मानवाधिकार का बचाव करते रहे शुजात बुखारी
हत्या की खबर आने के बाद से बारामुला में शुजात बुखारी के घर नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बारामुला में शुजात बुखारी के घर का दौरा किया. साथ ही दोस्त, रिश्तेदार भी शुजात के सुपुर्द-ए-खाक में शरीक होने पहुंच रहे हैं.
वहीं, जम्मू कश्मीर पुलिस ने आज रात बाइक सवार उन लोगों की तस्वीरें जारी कीं जिन पर राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या करने का संदेह है. पुलिस ने लोगों से कहा कि वे इन संदिग्धों की पहचान में मदद करें. इसने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में तीन आतंकवादी दिखाई देते हैं. पुलिस ने कहा कि दो तस्वीरों में तीन लोग मोटरसाइकिल पर जाते दिखते हैं जिन्होंने अपने चेहरे ढके हुए थे.Jammu & Kashmir: National Conference leader Omar Abdullah visits residence of Rising Kashmir editor #ShujaatBhukhari, in Baramulla, who was shot dead by terrorists in Srinagar last night. pic.twitter.com/32thNyOCq7
— ANI (@ANI) June 15, 2018
शुजात बुखारी की हत्या पर रो पड़ीं जम्मू-कश्मीर की CM महबूबा मुफ्ती

संपादक शुजात बुख़ारी एक दौर में द हिंदू अख़बार के ब्यूरो चीफ़ रह चुके थे. उन्हें पत्रकारिता के लिए कई अंतरराष्ट्रीय फेलोशिप मिली थी. मनीला और सिंगापुर तक के पत्रकारिता संस्थानों से वो जुड़े रहे. दिल्ली में भी बरसों काम करते रहे. शुजात बुख़ारी की हत्या ऐसे समय हुई जब कश्मीर में ये बहस चल रही थी कि रमज़ान के महीने के बाद भी संघर्ष विराम बढ़ाया जाए या नहीं.
श्रीनगर में 'राइजिंग कश्मीर' के संपादक शुजात बुखारी की गोली मारकर हत्या
इस घटना के बाद राजनाथ ने पत्रकार की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या एक कायराना कृत्य है. यह कश्मीर में विचारशील आवाज को दबाने का एक प्रयास है. वह एक साहसी और निर्भीक पत्रकार थे.’ उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘उनकी मृत्यु से बहुत स्तब्ध और दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं उनके शोक संतप्त परिवार के साथ हैं.’

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी वरिष्ठ पत्रकार बुखारी की हत्या पर दुख प्रकट किया और कहा कि वह एक साहसी पत्रकार थे जो जम्मू कश्मीर में शांति के लिए निर्भीक होकर लड़ रहे थे. राहुल ने ट्वीट किया, ‘राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या की खबर सुनकर दुखी हूं. वह बहादुर इंसान थे जो जम्मू-कश्मीर में न्याय और शांति के लिए निर्भीक होकर लड़ रहे थे. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के प्रति हैं. बुखारी की कमी महसूस होगी.’ अपने आंसुओं को थामने की कोशिश करतीं भावुक मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘मैं क्या कह सकती हूं. कुछ दिन पहले ही वह मुझसे मिलने आए थे.’ इनके अलावा कई नेताओं, मीडियाकर्मियों ने इस घटना की निंदा की और शोक व्यक्त किया.
VIDEO: राइज़िंग कश्मीर के संपादक शुजात बुख़ारी की हत्या
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