राइजिंग सुपरजायंट्स पुणे को अपने मैदान पर एक और मैच खेलने का मौका मिल गया। बॉम्बे हाईकोर्ट ने 1 मई को मुंबई के साथ होने वाले मैच के लिए इजाज़त दे दी है। मैच प्रसारण कर रही कंपनी की दिक्कत को देखते हुए हाईकोर्ट ने यह फैसला दिया, लेकिन इसके बाद महाराष्ट्र में कोई मैच नहीं होगा।
सवाल है कि क्या महाराष्ट्र से बाहर मैच कराना ही सूखे का समाधान है। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में माना है कि देश के 12 राज्यों के 256 जिलों के 33 करोड़ लोग सूखे से प्रभावित हैं। इसमें तेलंगाना और आंध्रप्रदेश भी शामिल हैं। फिर इन राज्यों में मैच क्यों कराए जा रहे हैं।
महाराष्ट्र के मैच अब जयपुर, विशाखापतनम और बेंगलुरू में होंगे। दूसरे राज्यों में मैच शिफ्ट करने पर सवाल उठ रहे हैं। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के कुछ इलाकों में 5 दिन में एक ही दिन पानी पहुंच पा रहा है। 41 डिग्री तापमान में मैदान को बचाना आसान नहीं है।
हैदराबाद वाटर बोर्ड के मुताबिक सनराइजर्स हैदराबाद के मैदान पर उप्पल स्टेडियम की हरियाली को बनाए रखने के लिए हर दूसरे दिन 30 हजार लीटर पानी खर्च होता है। इतना ही पानी मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर खर्च होता था।
विशाखापतनम को राइजिंग सुपरजायंट्स पुणे ने अपना होमग्राउंड चुना है, लेकिन आंध्रप्रदेश में भी पानी की गंभीर समस्या है। बेंगलुरू और जयपुर के भी हालात बेहतर नहीं हैं।
सवाल है कि क्या महाराष्ट्र से बाहर मैच कराना ही सूखे का समाधान है। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में माना है कि देश के 12 राज्यों के 256 जिलों के 33 करोड़ लोग सूखे से प्रभावित हैं। इसमें तेलंगाना और आंध्रप्रदेश भी शामिल हैं। फिर इन राज्यों में मैच क्यों कराए जा रहे हैं।
महाराष्ट्र के मैच अब जयपुर, विशाखापतनम और बेंगलुरू में होंगे। दूसरे राज्यों में मैच शिफ्ट करने पर सवाल उठ रहे हैं। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के कुछ इलाकों में 5 दिन में एक ही दिन पानी पहुंच पा रहा है। 41 डिग्री तापमान में मैदान को बचाना आसान नहीं है।
हैदराबाद वाटर बोर्ड के मुताबिक सनराइजर्स हैदराबाद के मैदान पर उप्पल स्टेडियम की हरियाली को बनाए रखने के लिए हर दूसरे दिन 30 हजार लीटर पानी खर्च होता है। इतना ही पानी मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर खर्च होता था।
विशाखापतनम को राइजिंग सुपरजायंट्स पुणे ने अपना होमग्राउंड चुना है, लेकिन आंध्रप्रदेश में भी पानी की गंभीर समस्या है। बेंगलुरू और जयपुर के भी हालात बेहतर नहीं हैं।
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