मुंबई के वर्ली में हुई घातक बीएमडब्ल्यू दुर्घटना के करीब 60 घंटे बाद पुलिस ने मंगलवार दोपहर मुख्य आरोपी मिहिर आर. शाह को ठाणे से गिरफ्तार कर लिया. इस घटना में एक महिला मछुआरे की मौत गई थी. सत्तारूढ़ शिवसेना नेता राजेश शाह का 24 साल का बेटा मिहिर रविवार (7 जुलाई) को हिट-एंड-रन दुर्घटना के बाद से फरार चल रहा था. उस दिन सुबह मिहिर कथित रूप से नशे में था और वह अपनी बीएमडब्ल्यू चला रहा था, तभी उसकी कार ने एक स्कूटर को टक्कर मार दी, जिस पर मछुआरा दम्पति प्रदीप नखवा (50) और उनकी पत्नी कावेरी (45) कोलाबा के ससून डॉक से घर लौट रहे थे. कावेरी को कार ने 100 मीटर तक घसीटा और वह बुरी तरह घायल होकर गिर गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि प्रदीप किसी तरह बच गए.
क्या नशे में था आरोपी, 3 दिन बाद कैसे पता लगाएगी पुलिस?
वर्ली पुलिस को पब से सीसीटीवी फुटेज मिली है और कहा कि ऐसा लग रहा है कि मिहिर ने शराब पी रखी थी. पुलिस ने मिहिर के तीन दोस्तों से पूछताछ की है, जिन्होंने पुलिस को बताया कि मिहिर ने शराब पी रखी थी. अब इस मामल में सबसे अहम सवाल ये है हादसे के इतने दिन बीतने के बाद पुलिस ये कैसे पता लगाएगी कि आरोपी मिहिर ने शराब का सेवन किया था या नहीं. एक अधिकारी ने बताया कि किसी के ब्लड में अल्कोहल का प्रभाव आम तौर पर 24 घंटे के भीतर पता लगाया जा सकता है. ऐसे में अब मिहिर के ब्लड सैंपल में एल्कोहल होने का पता कैसे लगेगा. राज्य आबकारी विभाग ने मुंबई के जुहू इलाके में एक बार को सील कर दिया है, जहां दुर्घटना से कुछ घंटे पहले शनिवार रात को मिहिर और उसके दोस्त गए थे. उन्होंने बताया कि बार मैनेजर ने मिहिर को शराब परोसी थी, जिसकी उम्र अभी 24 साल भी नहीं हुई है, महाराष्ट्र में शराब पीने की कानूनी उम्र 25 वर्ष है.
इंसाफ की गुहार लगा रहा है मृतक महिला का पति
इस हादसे में जिस महिला की मौत हुई, उसके पति ने कहा कि अभी देखो तीन दिन के बाद वह पकड़ा जाता है, इसका मतलब क्या. अगर उसने शराब और नशा नहीं किया था तो फिर छुपा क्यों था. तुम अगर गुनाह नहीं किया था, तो छिपा क्यों? तीन दिन गाड़ी छोड़कर उसका नंबर प्लेट तोड़कर गायब हो जाता है, घर पर नहीं जाता है, छिप जाता है. अगर गुनाह नहीं किया है तो फिर छिपा क्यों था, हमको बताओ ना? तीन दिन बाद उसके शरीर में तो एल्कोहल नहीं रहेगा. 20 वकील रहेंगे. हम गरीब आदमी हैं. हमको कौन न्याय देगा. हमको न्याय देने वाला कौन है? आज वह जेल में गया.कल कोर्ट में हाजिर करेंगे. उसके बाद उसको बेल मिलेगा, फिर वह छूट जाएगा. इसके बाद यह केस चलता जाएगा और चलता जाएगा.कोई नहीं है, सब ठंडा हो जाएगा. किधर से हम पैसा लाएंगे और किस से वकील करेंगे. हमें संभालने वाला कौन है. यह नेता लोग उसके हैं. लीडर का बेटा है. वह 20 आदमी खरीद सकता है. हमारे पीछे कौन है. क्या देवेंद्र फडणवीस, शिंदे आया, अजित पवार आया. सब अंधे हो गए हैं.
नखवा ने NDTV से कहा, "मैं कार के पीछे आधा किलोमीटर तक भागा, मैं रो रहा था, चिल्ला रहा था, लेकिन वह नहीं रुका. अगर वह एक सेकंड के लिए रुक जाता, तो कुछ नहीं होता." उनके बगल में उनकी बेटी बैठी थी. उसके हाथ में अपनी मां की तस्वीर थी. मेरी बच्ची अपनी मां के लिए रो रही है अब मैं उसे कहां से लाऊं?" उन्होंने प्रशासन पर शिवसेना नेता के 24 वर्षीय बेटे मिहिर शाह को बचाने का आरोप लगाया. नखवा ने कहा कि आरोपी को इसलिए बचाया जा रहा है क्योंकि वह एक प्रभावशाली व्यक्ति का बेटा है. मैं एक गरीब आदमी हूं, गरीबों की किसी को परवाह नहीं है.
हादसे के दिन क्या-क्या हुआ
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी मिहिर अपने पिता की मर्सिडीज कार में 4 दोस्तों के साथ पार्टी के लिए निकला था. रात 11 बजे के करीब जुहू में वाइस ग्लोबल तपस बार में सबने मिलकर पार्टी की. वहां 18730 रुपए का बिल आया. सवा एक बजे के करीब सभी मर्सिडीज से वापस बोरीवली वापस गए. मिहिर ने सभी को वहां छोड़ा और फिर 4 बजे के करीब मर्सिडीज पार्क कर बीएमडब्ल्यू कार लेकर मरीन ड्राइव के लिए निकला. तब ड्राइवर राजऋषि बिदावत गाड़ी चला रहा था. 5 बजे के करीब दोनों मरीन ड्राइव पहुंचे और फिर कार घुमाकर वापस मुड़ गए. वर्ली पहुंचने के पहले दोनों ने अपनी सीट बदल ली. तभी वर्ली में सीजे हाउस के पास कार ने स्कूटर सवार दंपत्ति को टक्कर मार दिया. पति प्रदीप नाख्वा तो वहीं सड़क पर गिर गया. लेकिन पत्नी कावेरी नाख्वा कार के बंपर में फंस गई.
पुलिस के मुताबिक दोनों एक्सीडेंट के बाद कार रोकने के बजाय तकरीबन डेढ़ घंटे उसे घसीटते ले गए ,फिर एक जगह कार रोक कर कावेरी को कार से अलग किया. कावेरी को कार से अलग करने के बाद दोनों ने फिर से अपनी सीट बदली और ड्राइवर राजऋषि ड्राइविंग सीट पर आ गया. इसी दौरान उसने कार पीछे ली. लेकिन बगल से चलाने की बजाय कावेरी के ऊपर कार चढ़ाते हुए निकला. पुलिस के मुताबिक दोनो फिर कार लेकर तेजी से भागे. लेकिन बांद्रा में कलानगर जंक्शन पर कार बंद पड़ गई. इसलिए उसे वहीं छोड़कर मिहिर वहां से फरार हो गया. अब तक की जांच में पता चला है कि वहां से भागने के बाद मिहिर गोरेगांव में अपनी गर्ल फ्रेंड के पास गया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं