जेल में बंद दंत चिकित्सक दंपति राजेश एवं नूपुर तलवार अपनी पुत्री आरुषि की हत्या पर आधारित किसी फिल्म या किताब को अनुमति नहीं देंगे तथा उनकी सहमति के बिना इस तरह का प्रयास करने वाले को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। यह बात तलवार दंपति के वकील ने कही।
तलवार दंपति के वकील मनोज सिसौदिया ने कहा कि दंपति इस मुद्दे पर मीडिया की खबरों को लेकर खिन्न है तथा वे आरुषि मामले में किसी हॉलीवुड और बॉलीवुड फिल्म निर्देशक को फिल्म बनाने की इजाजत नहीं देंगे।
तलवार दंपति को आरुषि एवं उनके घरेलू नौकर हेमराज की दोहरी हत्या के आरोप में दोषी ठहराया गया एवं आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
सिसौदिया ने कहा कि हमें मीडिया खबरों से पता चला है कि कुछ अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्देशक एवं लेखक फिल्म बनाने के इच्छुक हैं तथा कुछ आरुषि मामले पर किताब लिख रहे हैं। तलवार दंपति के वकील ने कहा कि राजेश एवं नूपुर इस बात से बेहद खिन्न हैं कि कुछ लोग उनकी उस पुत्री की हत्या पर फिल्म निर्माण करना चाहते हैं या किताब लिखकर धन कमाना चाहते हैं, जिसे वे बेहद प्यार करते थे। सिसौदिया ने कहा कि दंपति अभी तक सदमे में है और दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें ढांढस नहीं बंधाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यदि तलवार की अनुमति के बिना आरुषि मामले पर कोई फिल्म बनाई गई, तो संबद्ध निर्देशकों एवं लेखकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत द्वारा तलवार दंपति को दोषी ठहराए जाने के बाद आई मीडिया खबरों के अनुसार कुछ फिल्म निर्माता एवं लेखक इस मामले पर फिल्म बनाने के इच्छुक हैं।
शुक्रवार को हॉलीवुड फिल्म निदेशक क्लिप एफ रनयार्ड तलवार दपंति से मिलने और आरुषि पर फिल्म बनाने एवं एक पुस्तक लिखने के मकसद से उनकी अनुमति लेने के लिए डासना जेल पहुंचे थे। बहरहाल, उन्हें जेल अधिकारियों ने तलवार दंपति से मिलने की इजाजत नहीं दी। सूत्रों ने बताया कि फिल्म निर्माता ने सहयोग देने के लिए इस दंपति को पांच करोड़ रुपये की रॉयल्टी देने की पेशकश की थी।
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