विजय माल्या (फाइल फोटो)
बैंकों के करोड़ों रुपए लेकर लंदन में बैठे शराब कारोबारी विजय माल्या ने अब सुप्रीम कोर्ट में एक नई डील पेश की है। माल्या ने बैंकों से लिए गए 9000 करोड़ के लोन की वापसी के लिए सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वह इनमें से 6868 करोड़ लौटाना चाहते हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले उन्होंने 4400 करोड़ रुपए लौटाने का ऑफर दिया था। मतलब साफ है कि उन्होंने बढ़ते दबाव के बीच पहले की रकम में 2468 करोड़ की वृद्धि कर दी है। इससे पहले उन्होंने माल्या ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर पूछा था कि उनका पासपोर्ट क्यों निलंबित किया गया है। माल्या ने यह भी कहा था कि वह भागे नहीं हैं, लेकिन केंद्र के इस कदम से स्पष्ट है कि उनके खिलाफ बेवजह मामला चलाया गया है, जो मीडिया ट्रायल के कारण हुआ है।
देश लौटने के सवाल पर साधा मौन
सुप्रीम कोर्ट ने जब माल्या के वकील से पूछा कि वह भारत कब वापस लौट रहे हैं, तो उन्होंने कोई जबाव नहीं दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक माल्या ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वह बैंकों के अधिकतम 6,868 करोड़ रुपए लौटा सकते हैं, इससे अधिक की रकम लौटाना संभव नहीं है।
6,107 करोड़ का हुआ नुकसान
माल्या ने कोर्ट से यह भी कहा कि किंगफिशर एयरलाइंस को फिर से चलाने की कोशिश की गई, लेकिन ईंधन के बढ़ते दाम, टैक्स रेट ज्यादा होने और एयरक्राफ्ट इंजनों की खराबी की वजह ऐसा संबव नहीं हो पाया। इतना ही नहीं इससे उन्हें और उनके परिवार, यूबी ग्रुप और किंगफिशर फिनवेस्ट को 6,107 करोड़ रुपए का नुकसान भी उठाना पड़ा।
9 हजार करोड़ का लोन होने की बात गलत
माल्या ने कहा कि उन पर जानबूझकर डिफॉल्टर होने का आरोप लगाया गया है। उनके अनुसार एयरलाइंस को कई व्यावसायिक कारणों से घाटा हुआ, जो उनके नियंत्रण से बाहर था। उन्होंने यह भी कहा कि बैंकों ने उन पर 9 हजार करोड़ का लोन होने की जो बात है वह गलत है।
माल्या की दो टूकः मैं और परिवार NRI हैं, प्रॉपर्टी डिटेल नहीं ले सकते
माल्या के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में यह भी कहा कि उनका पूरा परिवार एनआरआई है, इस कारण उनकी प्रॉपर्टी के बारे में जानकारी मांगने का हक भारत में किसी को नहीं है। माल्या ने बताया कि उनके तीनों बच्चे सिद्धार्थ, लियाना और तान्या अमेरिकी नागरिक हैं। उनकी पत्नी 1996 से कैलिफोर्निया में रह रही हैं।
माल्या को भारत लाने की तैयारी में ED
विजय माल्या के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी होने से उत्साहित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेश मंत्रालय से माल्या को भारत लाने की कार्यवाही शुरू करने का आग्रह किया है। निदेशालय ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है और वह सीबीआई को भी पत्र लिखेगा कि वह मुंबई अदालत से गैर जमानती वारंट के निर्देश के आधार पर राज्यसभा सदस्य को गिरफ्तार कराने के लिए इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराए।
विदेशों में संपत्ति का ब्योरा नहीं देंगे
माल्या ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट को बैंकों की याचिका खारिज करनी चाहिए, क्योंकि किसी भी कोर्ट ने बैंकों को कोई आदेश नहीं दिया है। माल्या ने कहा कि बैंकों को उनकी संपत्ति का ब्योरा मांगने का कोई अधिकार नहीं है। माल्या ने हलफनामे में कहा है कि वो विदेशों में अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं देंगे, क्योंकि NRI को ऐसा नहीं करना होता है।
गौरतलब है कि इससे पहले उन्होंने 4400 करोड़ रुपए लौटाने का ऑफर दिया था। मतलब साफ है कि उन्होंने बढ़ते दबाव के बीच पहले की रकम में 2468 करोड़ की वृद्धि कर दी है। इससे पहले उन्होंने माल्या ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर पूछा था कि उनका पासपोर्ट क्यों निलंबित किया गया है। माल्या ने यह भी कहा था कि वह भागे नहीं हैं, लेकिन केंद्र के इस कदम से स्पष्ट है कि उनके खिलाफ बेवजह मामला चलाया गया है, जो मीडिया ट्रायल के कारण हुआ है।
देश लौटने के सवाल पर साधा मौन
सुप्रीम कोर्ट ने जब माल्या के वकील से पूछा कि वह भारत कब वापस लौट रहे हैं, तो उन्होंने कोई जबाव नहीं दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक माल्या ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वह बैंकों के अधिकतम 6,868 करोड़ रुपए लौटा सकते हैं, इससे अधिक की रकम लौटाना संभव नहीं है।
6,107 करोड़ का हुआ नुकसान
माल्या ने कोर्ट से यह भी कहा कि किंगफिशर एयरलाइंस को फिर से चलाने की कोशिश की गई, लेकिन ईंधन के बढ़ते दाम, टैक्स रेट ज्यादा होने और एयरक्राफ्ट इंजनों की खराबी की वजह ऐसा संबव नहीं हो पाया। इतना ही नहीं इससे उन्हें और उनके परिवार, यूबी ग्रुप और किंगफिशर फिनवेस्ट को 6,107 करोड़ रुपए का नुकसान भी उठाना पड़ा।
9 हजार करोड़ का लोन होने की बात गलत
माल्या ने कहा कि उन पर जानबूझकर डिफॉल्टर होने का आरोप लगाया गया है। उनके अनुसार एयरलाइंस को कई व्यावसायिक कारणों से घाटा हुआ, जो उनके नियंत्रण से बाहर था। उन्होंने यह भी कहा कि बैंकों ने उन पर 9 हजार करोड़ का लोन होने की जो बात है वह गलत है।
माल्या की दो टूकः मैं और परिवार NRI हैं, प्रॉपर्टी डिटेल नहीं ले सकते
माल्या के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में यह भी कहा कि उनका पूरा परिवार एनआरआई है, इस कारण उनकी प्रॉपर्टी के बारे में जानकारी मांगने का हक भारत में किसी को नहीं है। माल्या ने बताया कि उनके तीनों बच्चे सिद्धार्थ, लियाना और तान्या अमेरिकी नागरिक हैं। उनकी पत्नी 1996 से कैलिफोर्निया में रह रही हैं।
माल्या को भारत लाने की तैयारी में ED
विजय माल्या के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी होने से उत्साहित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेश मंत्रालय से माल्या को भारत लाने की कार्यवाही शुरू करने का आग्रह किया है। निदेशालय ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है और वह सीबीआई को भी पत्र लिखेगा कि वह मुंबई अदालत से गैर जमानती वारंट के निर्देश के आधार पर राज्यसभा सदस्य को गिरफ्तार कराने के लिए इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराए।
विदेशों में संपत्ति का ब्योरा नहीं देंगे
माल्या ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट को बैंकों की याचिका खारिज करनी चाहिए, क्योंकि किसी भी कोर्ट ने बैंकों को कोई आदेश नहीं दिया है। माल्या ने कहा कि बैंकों को उनकी संपत्ति का ब्योरा मांगने का कोई अधिकार नहीं है। माल्या ने हलफनामे में कहा है कि वो विदेशों में अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं देंगे, क्योंकि NRI को ऐसा नहीं करना होता है।
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