आजम खां की फाइल फोटो...
मुरादाबाद:
उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां की भैंस चुराने के मामले में करीब डेढ़ साल से फरार चल रहा छुन्नन मूंढापांडे पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने उसे बीते 22 जून की रात रात 8 बजे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया है।
छुन्नन ने मंत्री की भैंसें चोरी करने के साथ ही लूट, चोरी और डकैती की छह वारदात कबूल की हैं। मंत्री की भैंस चुराने के मामले में छुन्नन रामपुर के थाना शहर कोतवाली से वांटेड चल रहा था, लेकिन हाई प्रोफाइल मामला होने के बाद भी पुलिस को उसकी गिरफ्तारी में डेढ़ साल लग गया।
31 जनवरी 2014 को रामपुर में पसियापुरा स्थित डेयरी फार्म से नगर विकास मंत्री आजम खां की सात भैंसें चोरी हो गई थीं। महज 24 घंटे बाद एक फरवरी की रात को पुलिस ने भैंसें बरामद कर ली थीं। पुलिस इस मामले में कई लोगों को जेल भेज चुकी है। भैंस चोरी की इसी घटना में छुन्नन पुत्र मुन्नन निवासी खाईखेड़ा थाना मूंढापांडे भी वांटेड था।
मूंढापांडे पुलिस ने छुन्नन को उसके दो साथियों बाबू उर्फ आलम निवासी खाईखेड़ा और मुजम्मिल मंसूरपुर थाना पाकबड़ा के साथ गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके दो साथी शाबू निवासी खाईखेड़ा और दिलशाद निवासी डींगरपुर फरार हो गए। छुन्नन ने जब पूछताछ में मंत्री की भैंस चोरी करने की बात कबूली तो पुलिस चहक उठी।
क्षेत्राधिकारी राहुल कुमार का कहना है कि 'कुछ दिनों से जनपद में डंपर लूट की वारदातें काफी बढ़ गई थीं, तो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हम लोगों की टीम लगी थीं और हमें सफ़लता मिली। हमने 3 अभियुक्त पकडे़ हैं। ये शातिर बदमाश हैं। इसमें थाना छजलैट की डंपर लूट, मूंढापांडे की डकैती और पशु चोरी की घटनाएं भी थीं। उसमें खासकर जो मुलजिम पकड़ा गया, उसके विरुद्ध कोतवाली रामपुर से भैंस चोरी मामले में मसूरी में चालान दाखिल हुआ था। यह मुरादाबाद पुलिस के लिए मंत्री जी की भैंस चोरी मामले के सिलसिले काफी बड़ी सफलता है।
छुन्नन ने मंत्री की भैंसें चोरी करने के साथ ही लूट, चोरी और डकैती की छह वारदात कबूल की हैं। मंत्री की भैंस चुराने के मामले में छुन्नन रामपुर के थाना शहर कोतवाली से वांटेड चल रहा था, लेकिन हाई प्रोफाइल मामला होने के बाद भी पुलिस को उसकी गिरफ्तारी में डेढ़ साल लग गया।
31 जनवरी 2014 को रामपुर में पसियापुरा स्थित डेयरी फार्म से नगर विकास मंत्री आजम खां की सात भैंसें चोरी हो गई थीं। महज 24 घंटे बाद एक फरवरी की रात को पुलिस ने भैंसें बरामद कर ली थीं। पुलिस इस मामले में कई लोगों को जेल भेज चुकी है। भैंस चोरी की इसी घटना में छुन्नन पुत्र मुन्नन निवासी खाईखेड़ा थाना मूंढापांडे भी वांटेड था।
मूंढापांडे पुलिस ने छुन्नन को उसके दो साथियों बाबू उर्फ आलम निवासी खाईखेड़ा और मुजम्मिल मंसूरपुर थाना पाकबड़ा के साथ गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके दो साथी शाबू निवासी खाईखेड़ा और दिलशाद निवासी डींगरपुर फरार हो गए। छुन्नन ने जब पूछताछ में मंत्री की भैंस चोरी करने की बात कबूली तो पुलिस चहक उठी।
क्षेत्राधिकारी राहुल कुमार का कहना है कि 'कुछ दिनों से जनपद में डंपर लूट की वारदातें काफी बढ़ गई थीं, तो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हम लोगों की टीम लगी थीं और हमें सफ़लता मिली। हमने 3 अभियुक्त पकडे़ हैं। ये शातिर बदमाश हैं। इसमें थाना छजलैट की डंपर लूट, मूंढापांडे की डकैती और पशु चोरी की घटनाएं भी थीं। उसमें खासकर जो मुलजिम पकड़ा गया, उसके विरुद्ध कोतवाली रामपुर से भैंस चोरी मामले में मसूरी में चालान दाखिल हुआ था। यह मुरादाबाद पुलिस के लिए मंत्री जी की भैंस चोरी मामले के सिलसिले काफी बड़ी सफलता है।
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