लखनऊ:
अपनी उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश में जुटी उत्तर प्रदेश सरकार अब इसके लिए पुलिस की कॉलर ट्यून का भी इस्तेमाल करेगी। सूचना विभाग के अफसरों की तरह अब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और थानाध्यक्ष स्तर तक के नम्बरों पर भी सरकारी योजनाओं का गुणगान करती धुन ‘‘युवा सोच-युवा जोश’’ सुनायी देगी।
गृह विभाग के एक प्रवक्ता ने सोमवार को लखनऊ में बताया कि उत्तर प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दिशा निर्देशन में युवा जोश के साथ शुरू की गई जनहितकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार को गति देने के लिए किए गए अभिनव प्रयोग को आगे बढाते हुए अब ‘‘युवा सोच-युवा जोश’’ कॉलर ट्यून पुलिस विभाग के सीयूजी नम्बरों पर भी सुनाई देगी।
उन्होंने बताया कि इससे पहले इसकी शुरुआत सूचना विभाग के अधिकारियों के नंबरों पर की गई थी। उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए प्रथम चरण में अब इसे पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर थानाध्यक्ष स्तर तक के अधिकारियों के सरकारी मोबाइल नम्बरों पर शुरू किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि इसका उद्देश्य बिना किसी का अतिरिक्त समय लिए मोबाइल की घंटी बजने पर फोन उठने तक की अवधि का सदुपयोग शासन की योजनाओं एवं नीतियों के प्रचार प्रसार में करना है। उन्होंने बताया कि इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए अगली कड़ी में अब बेसिक शिक्षा विभाग एवं अन्य विभागों के नम्बरों पर शुरू किए जाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
शासकीय नम्बरों पर इस कॉलर ट्यून पर आने वाला व्यय सूचना विभाग द्वारा वहन किया जायेगा। आम लोग भी इसे अपने मोबाइल पर कापी कर सकते है, लेकिन इसका भुगतान उन्हें अपनी जेब से करना होगा।
गृह विभाग के एक प्रवक्ता ने सोमवार को लखनऊ में बताया कि उत्तर प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दिशा निर्देशन में युवा जोश के साथ शुरू की गई जनहितकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार को गति देने के लिए किए गए अभिनव प्रयोग को आगे बढाते हुए अब ‘‘युवा सोच-युवा जोश’’ कॉलर ट्यून पुलिस विभाग के सीयूजी नम्बरों पर भी सुनाई देगी।
उन्होंने बताया कि इससे पहले इसकी शुरुआत सूचना विभाग के अधिकारियों के नंबरों पर की गई थी। उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए प्रथम चरण में अब इसे पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर थानाध्यक्ष स्तर तक के अधिकारियों के सरकारी मोबाइल नम्बरों पर शुरू किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि इसका उद्देश्य बिना किसी का अतिरिक्त समय लिए मोबाइल की घंटी बजने पर फोन उठने तक की अवधि का सदुपयोग शासन की योजनाओं एवं नीतियों के प्रचार प्रसार में करना है। उन्होंने बताया कि इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए अगली कड़ी में अब बेसिक शिक्षा विभाग एवं अन्य विभागों के नम्बरों पर शुरू किए जाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
शासकीय नम्बरों पर इस कॉलर ट्यून पर आने वाला व्यय सूचना विभाग द्वारा वहन किया जायेगा। आम लोग भी इसे अपने मोबाइल पर कापी कर सकते है, लेकिन इसका भुगतान उन्हें अपनी जेब से करना होगा।
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