प्रतीकात्मक तस्वीर
पटना:
बिहार में 10 चरणों में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए दूसरे चरण का मतदान गुरुवार को संपन्न हो गया। दूसरे चरण के मतदान में 59.85 लाख मतदाताओं में से 58 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। हालांकि इस दौरान हुई हिंसक घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई। इस चुनाव तहत मतदाता तीन स्तरीय ग्रामीण प्रशासन संरचना के प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे।
दूसरे चरण में राज्य के सभी 38 जिलों के 60 प्रखंडों में मतदान हुआ। इस चरण में जिला परिषद सदस्य के 124, पंचायत समिति सदस्य के 1222, मुखिया के 891, सरपंच के 891, ग्राम पंचायत सदस्य के 12 हजार 193 एवं पंच के 12,193 पदों के लिए मत डाले गए।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, मतदान के दौरान सहरसा जिले के बिहरा थाना क्षेत्र में अज्ञात अपराधियों ने मुखिया और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता अनिल कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी। अनिल की पत्नी अमना देवी सिहोल पंचायत से मुखिया की प्रत्याशी हैं। इधर, इसी जिले के सिमरी बख्तियारपुर थाना के सिमरिया गांव में मतदान के दौरान हिंसक झड़प में हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि इन घटनाओं को छोड़ राज्य में दूसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। आयोग कार्यालय में पहुंची रिपोर्ट के मुताबिक 58 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। हालांकि आंकड़ों में वृद्धि भी हो सकती है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान के लिए 12 हजार 508 मतदान केंद्र बनाए हैं। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए 12,719 पोलिंग टीम का गठन किया गया जबकि 3,742 पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई। सभी मतदान केंद्रों पर सशस्त्र बल की तैनाती की गई थी। पंचायत प्रणाली के जरिये जिला, ब्लॉक (प्रखंड) और ग्राम स्तर पर प्रतिनिधियों का चुनाव होता है। राज्य में कई चरणों में होने वाला यह चुनाव 30 मई को संपन्न होगा।
पहले चरण में 124 जिला पंचायत और 1,246 ब्लक पंचायत सदस्यों, 906 ग्राम पंचायत अध्यक्षों और 12,371 ग्राम पंचायत सदस्यों के चुनाव के लिए रविवार को मत डाले गए थे।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
दूसरे चरण में राज्य के सभी 38 जिलों के 60 प्रखंडों में मतदान हुआ। इस चरण में जिला परिषद सदस्य के 124, पंचायत समिति सदस्य के 1222, मुखिया के 891, सरपंच के 891, ग्राम पंचायत सदस्य के 12 हजार 193 एवं पंच के 12,193 पदों के लिए मत डाले गए।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, मतदान के दौरान सहरसा जिले के बिहरा थाना क्षेत्र में अज्ञात अपराधियों ने मुखिया और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता अनिल कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी। अनिल की पत्नी अमना देवी सिहोल पंचायत से मुखिया की प्रत्याशी हैं। इधर, इसी जिले के सिमरी बख्तियारपुर थाना के सिमरिया गांव में मतदान के दौरान हिंसक झड़प में हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि इन घटनाओं को छोड़ राज्य में दूसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। आयोग कार्यालय में पहुंची रिपोर्ट के मुताबिक 58 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। हालांकि आंकड़ों में वृद्धि भी हो सकती है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान के लिए 12 हजार 508 मतदान केंद्र बनाए हैं। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए 12,719 पोलिंग टीम का गठन किया गया जबकि 3,742 पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई। सभी मतदान केंद्रों पर सशस्त्र बल की तैनाती की गई थी। पंचायत प्रणाली के जरिये जिला, ब्लॉक (प्रखंड) और ग्राम स्तर पर प्रतिनिधियों का चुनाव होता है। राज्य में कई चरणों में होने वाला यह चुनाव 30 मई को संपन्न होगा।
पहले चरण में 124 जिला पंचायत और 1,246 ब्लक पंचायत सदस्यों, 906 ग्राम पंचायत अध्यक्षों और 12,371 ग्राम पंचायत सदस्यों के चुनाव के लिए रविवार को मत डाले गए थे।
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