टाइगर मेमन (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
1993 के मुंबई धमाकों के दोषी याकूब मेमन को फांसी के कुछ घंटे बाद उसके बड़े भाई और इन धमाकों के मास्टरमाइंड टाइगर मेमन ने परिवार को फोन किया और धमकी दी कि वह फांसी का बदला लेगा। यह जानकारी सूत्रों से मिली है। हालांकि मुंबई पुलिस के सूत्रों ने आधिकारिक तौर पर मना किया है।
सूत्रों ने एनडीटीवी को जानकारी दी है कि टाइगर मेमन ने VOIP (Voice on Internet Protocol) के जरिये परिवार के सदस्यों को फोन किया, जिन्होंने उससे कहा कि वह और हिंसा बर्दाश्त नहीं कर सकते।
दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है। मुंबई धमाकों के दोषी याकूब मेमन को 30 जुलाई को फांसी दी गई थी। इन धमाकों में 257 लोगों की मौत हुई थी।
मुंबई धमाकों के मुख्य आरोपी टाइगर मेमन और दाउद इब्राहिम घटना के बाद फरार हो गए। याकूब मेमन के वकीलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना था कि याकूब ने जांचकर्ताओं के साथ पूरा सहयोग किया और उसे फांसी नहीं होनी चाहिए। हालांकि इन धमाकों में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों ने इसका पुरजोर विरोध किया था।
सूत्रों ने एनडीटीवी को जानकारी दी है कि टाइगर मेमन ने VOIP (Voice on Internet Protocol) के जरिये परिवार के सदस्यों को फोन किया, जिन्होंने उससे कहा कि वह और हिंसा बर्दाश्त नहीं कर सकते।
दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है। मुंबई धमाकों के दोषी याकूब मेमन को 30 जुलाई को फांसी दी गई थी। इन धमाकों में 257 लोगों की मौत हुई थी।
मुंबई धमाकों के मुख्य आरोपी टाइगर मेमन और दाउद इब्राहिम घटना के बाद फरार हो गए। याकूब मेमन के वकीलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना था कि याकूब ने जांचकर्ताओं के साथ पूरा सहयोग किया और उसे फांसी नहीं होनी चाहिए। हालांकि इन धमाकों में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों ने इसका पुरजोर विरोध किया था।
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