नागरिकता पर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ चेन्नई में हजारों की संख्या में मुस्लिम सड़क पर उतर आएं. पुलिस के मंज़ूरी नहीं देने के बावजूद प्रदर्शकारियों ने मार्च किया. प्रदर्शन में कम से कम से 15,000 लोग शामिल होने की बात कही जा रही है. पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने सचिवालय और जिला कलेक्टर कार्यालय की ओर कूच किया.
मद्रास हाई कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों से तमिलनाडु विधानसभा की ओर मार्च नहीं करने को कहा था. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं और विधानसभा की ओर नहीं जाएंगे.
वहीं, प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे कुछ मुस्लिम संगठनों ने कहा कि हाई कोर्ट का फैसला उन पर लागू नहीं होता है क्योंकि इस मामले में उन्हें प्रतिवादी (रिस्पॉन्डेंट्स) नहीं बनाया गया था.
तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी AIADMK ने CAA या नागरिकता संशोधन अधिनियम का समर्थन किया है. पार्टी का कहना है कि CAA से भारतीय नागरिकों पर असर नहीं होगा.
मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी ने प्रदर्शनकारियों से "सांप्रदायिक सद्भाव" बनाये रखने की अपील की है. उन्होंने कहा, "तमिलनाडु सरकार मुस्लिमों के खिलाफ किसी भी तरह के कदम को मंज़ूरी नहीं देगी."
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हजारों पुलिस कर्मी चेन्नई के चेपौक में प्रदर्शनकारियों पर नजर रख रहे हैं. उन्होंने लोगों से सोशल मीडिया "भड़काऊ" मैसेज पोस्ट नहीं करने की अपील की है.
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