प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
रेलवे के नए टाइमटेबल में यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखा गया है. इसमें यह व्यवस्था की गई है कि ट्रेनों की आवजाही के बीच रेलवे लाइनों के रखरखाव और मरम्मत के लिए कर्मचारियों को रोज दो से चार घंटे का समय मिल सके.
रेलवे की नई समयसारिणी में न केवल ट्रेनों की तेज गति का उल्लेख है बल्कि इसमें पूरे देश में यात्रियों की अधिक सुरक्षा के लिए प्रतिदिन मरम्मत कार्य के लिए घंटे निर्धारित किए गए हैं. समयसारिणी 2017-2018 बुधवार से प्रभावी हो गई. समयसारिणी को इस तरह से डिजाइन किया गया है ताकि इंजीनियरों और नियमित रखरखाव कार्य में लगने वाले अन्य कर्मियों को इस कार्य के लिए दो से चार घंटे का वक्त मिले.
VIDEO : यात्री सुरक्षा की अनदेखी
मरम्मत कार्य रेल पटरियों, सिगनलिंग गियर या पटरी के ऊपर से गुजरने वाले बिजली के तारों के लिए तय होगा.
(इनपुट भाषा से)
रेलवे की नई समयसारिणी में न केवल ट्रेनों की तेज गति का उल्लेख है बल्कि इसमें पूरे देश में यात्रियों की अधिक सुरक्षा के लिए प्रतिदिन मरम्मत कार्य के लिए घंटे निर्धारित किए गए हैं. समयसारिणी 2017-2018 बुधवार से प्रभावी हो गई. समयसारिणी को इस तरह से डिजाइन किया गया है ताकि इंजीनियरों और नियमित रखरखाव कार्य में लगने वाले अन्य कर्मियों को इस कार्य के लिए दो से चार घंटे का वक्त मिले.
VIDEO : यात्री सुरक्षा की अनदेखी
मरम्मत कार्य रेल पटरियों, सिगनलिंग गियर या पटरी के ऊपर से गुजरने वाले बिजली के तारों के लिए तय होगा.
(इनपुट भाषा से)
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