Syria War : सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद (Bashar-al-Assad) मॉस्को पहुंच गए हैं. असद के साथ उनका परिवार भी है. रूस के सरकारी मीडिया ने बताया कि उन्हें शरण दी गई है. सीरिया में विद्रोहियों के राजधानी दमिश्क सहित देश के ज्यादातर इलाकों पर कब्जा कर लिया था, जिसके बाद असद ने परिवार सहित सीरिया छोड़ दिया था. राष्ट्रपति बशर अल-असद के नेतृत्व वाली सेनाओं के साथ जंग के बाद विद्रोहियों ने रविवार को देश के तीसरे मुख्य शहर होम्स और राजधानी दमिश्क पर पूर्ण नियंत्रण का ऐलान कर दिया है.
विद्रोहियों ने 27 नवंबर को जबरदस्त हमला शुरू किया था और महज 11 दिनों में ही असद सरकार को उखाड़ फेंका है. असद के देश छोड़ने की खबर के बाद बड़ी संख्या में लोग असद के दमिश्क स्थित आवास पर पहुंचे. यहां मौजूद बशर अल असद की तस्वीरों पर लोगों का जमकर गुस्सा फूटा. साथ ही लोगों ने इस घर में जमकर लूटपाट की है.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि सीरिया संकट के दौरान सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं और दमिश्क में भारतीय दूतावास काम कर रहा है. साथ ही विदेश मंत्रालय ने कहा कि दूतावास भारतीय नागरिकों के संपर्क में है.
उधर, ईरान ने कहा कि उसे उम्मीद है कि ईरान के कट्टर सहयोगी बशर अल-असद के पतन के बावजूद सीरिया के साथ "मैत्रीपूर्ण" संबंध जारी रहेंगे. बता दें कि इस गृहयुद्ध की शुरुआत 2011 में हुई थी, उस दौरान हुई हिंसा में लाखों लोग मारे गए थे, जिसके बाद दुनियाभर में इसे लेकर चिंता जताई गई थी. यह युद्ध बशर अल-असद की सरकार के खिलाफ शुरू हुआ था, लेकिन अब इसमें कई अलग-अलग समूह शामिल हो गए हैं, जिनमें विद्रोही समूह, आतंकवादी संगठन और अन्य देशों की सेनाएं शामिल हैं.
Syria War Highlights:
बशर अल असद के रूस में शरण लेने की खबर
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद और उनके परिवार के मॉस्को पहुंचने की खबर है. न्यूज एजेंसी TASS ने क्रेमलिन सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि रूस ने उन्हें शरण दी है.
Explainer: सीरिया के पतन से मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन पर क्या होगा असर?
मध्य पूर्व में एक बड़े तख्ता पलट के तहत सीरिया में इस्लामी विद्रोहियों ने दमिश्क पर नियंत्रण करने के बाद रविवार को राष्ट्रपति बशर अल-असद को पद से हटाने की घोषणा कर दी. इससे असद को भागने पर मजबूर होना पड़ा. करीब 13 साल से अधिक समय तक चले गृहयुद्ध के बाद असद के परिवार के दशकों के शासन का अंत हो गया. बशर अल-असद का पतन क्षेत्र में बड़ा प्रभाव रखने वाले रूस और ईरान के लिए एक बड़ा झटका है. यह दोनों असद के ऐसे प्रमुख सहयोगी हैं जिन्होंने संघर्ष में महत्वपूर्ण दौर में उनका समर्थन किया था.
सीरिया के लोग इस अवसर का लाभ उठाएं : 'तानाशाह शासन' के हटने पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने रविवार को सीरिया के "तानाशाही शासन" के अंत की सराहना की और राष्ट्रपति बशर अल-असद के अचानक तख्तापलट के बाद देश के पुनर्निर्माण का आग्रह किया. गुटेरेस ने एक बयान में कहा, "14 साल के क्रूर युद्ध और तानाशाही शासन के पतन के बाद आज सीरिया के लोग एक स्थिर और शांतिपूर्ण भविष्य के निर्माण के लिए ऐतिहासिक अवसर का लाभ उठा सकते हैं."
दमिश्क में इटली के राजदूत के आवास से 3 कारें चोरी
इटली के विदेश मंत्री ने आज कहा कि "सशस्त्र समूह" द्वारा दमिश्क में इटली के राजदूत आवास के बगीचे से तीन कारें चुरा ली गईं. विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने कहा, "आज सुबह एक सशस्त्र समूह इटली के राजदूत के आवास के बगीचे में घुस गया... वे तीन वाहन ले गए." हालांकि घटना के दौरान कोई हिंसा नहीं हुई.
विद्रोहियों ने दमिश्क में सोमवार सुबह 5 बजे तक की कर्फ्यू की घोषणा
सीरिया में विद्रोहियों ने दमिश्क पर कब्जे के बाद अगली सुबह तक कर्फ्यू की घोषणा की है. न्यूज एजेंसी एएफपी ने यह खबर दी है. हयात तहरीर अल-शाम के नेतृत्व वाले विद्रोही गुटों के ज्वाइंट ऑपरेशन रूम ने टेलीग्राम पर एक बयान में "सोमवार शाम 4:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक दमिश्क शहर में कर्फ्यू की घोषणा की है."
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने सीरिया में शांति, स्थिरता का आग्रह किया
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने सीरिया में शांति और स्थिरता का आह्वान किया है. स्टार्मर ने एक बयान में कहा, "सीरिया के लोग लंबे समय तक असद के बर्बर शासन से पीड़ित रहे हैं और हम उनके जाने का स्वागत करते हैं." उन्होंने "नागरिकों और अल्पसंख्यकों" की रक्षा करने का आह्वान करते हुए कहा, "हमारा ध्यान अब यह सुनिश्चित करने पर है कि एक राजनीतिक समाधान कायम हो और शांति और स्थिरता बहाल हो."
कौन है सीरिया का विद्रोही नेता अबू मोहम्मद अल जुलानी? जिसने 50 साल पुरानी असद हुकूमत को उखाड़ फेंका
अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने सिर्फ बंदूक और हिंसा का सहारा नहीं लिया. उसने सियासत की बिसात पर ऐसी चालें चलीं जो बड़े-बड़े नेता नहीं समझ सके.
चीन ने विद्रोहियों से चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा
चीन ने सीरिया की राजधानी पर कब्जा करने वाले विद्रोहियों से कहा कि वे देश में चीनी नागरिकों और उसके संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करें. विद्रोहियों ने राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से हटाकर सीरिया की राजधानी पर नियंत्रण बना लिया है. सीरिया पर विद्रोहियों के कब्जे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीन ने कहा कि वह अरब देश की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और आशा करता है कि जल्द स्थिरता लौट आएगी.
सीरिया की राजधानी में तीन शक्तिशाली विस्फोट हुए
सीरिया की राजधानी दमिश्क में रविवार को तीन विस्फोट सुने गए. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इजरायली हवाई हमले सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहे थे.
पुतिन की असद की रक्षा में कोई दिलचस्पी नहीं, चीन कर सकता है मदद : ट्रंप
सीरियाई विद्रोहियों द्वारा दमिश्क में प्रवेश करने के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद अज्ञात स्थान पर चले गए हैं. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने असद की 'रक्षा नहीं करने' के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना की है. ट्रंप ने कहा कि रूस की सीरिया को बचाने में कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने कहा कि रूस और चीन कमजोर हो गए है, लेकिन चीन मदद कर सकता है.
दमिश्क में सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित, काम कर रहा है दूतावास : MEA
सीरिया संकट के दौरान सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं. वहीं दमिश्क में भारतीय दूतावास काम कर रहा है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय दूतावास भारतीय नागरिकों के संपर्क में है.
राष्ट्रपति पैलेस पर सीरियाई लोगों ने किया कब्जा, जमकर की लूटपाट, फोटो भी खिंचवाई
सीरिया में बशर अल असद के राष्ट्रपति पैलेस पर लोगों ने कब्जा कर लिया और जमकर लूटपाट की है. बड़ी संख्या में लोग उनके पैलेस में पहुंचे. इस दौरान बहुत से लोगों का गुस्सा उनकी तस्वीरों पर फूटा तो कई लोगों ने सेल्फी भी ली.
सीरिया में रूसी सैनिक हाई अलर्ट पर, लेकिन तत्काल कोई खतरा नहीं : रूस
मॉस्को ने रविवार को कहा कि सीरिया में अपने ठिकानों पर रूसी सैनिक हाई अलर्ट पर हैं लेकिन उन्हें तत्काल कोई खतरा नहीं है. रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "सीरिया के क्षेत्र में रूसी सैन्य अड्डे अत्यधिक सतर्क हैं. फिलहाल उनकी सुरक्षा को कोई गंभीर खतरा नहीं है."
असद ने इस्तीफा दिया और देश छोड़ा : रूस
रूस ने रविवार को कहा कि सीरिया के बशर अल-असद ने संघर्ष में शामिल पक्षों के साथ बातचीत के बाद राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है और बिना बताए देश छोड़ दिया है.
सीरिया में असद शासन खत्म होने की फ्रांस और जर्मनी ने की सराहना
सीरिया में असद शासन के पतन की फ्रांस और जर्मनी ने सराहना की है. जर्मनी के चांसलर ओलफ शुल्ज ने इसे अच्छी खबर बताया है तो फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 'बर्बर' असद शासन के पतन की सराहना की है.
सीरिया के नए प्रशासन को पड़ोसियों के लिए 'खतरा पैदा' नहीं करना चाहिए : तुर्की
तुर्की के विदेश मंत्री हकन फिदान ने सीरिया को लेकर कहा है कि सीरिया के नए प्रशासन को पड़ोसियों के लिए 'खतरा पैदा' नहीं करना चाहिए.
लाखों विस्थापित सीरियाई 'अपनी भूमि पर लौट सकते हैं' : तुर्की के विदेश मंत्री
सीरिया में असद शासन के खत्म होने के बाद तुर्की के विदेश मंत्री हकन फिदान ने कहा है कि लाखों विस्थापित सीरियाई 'अपनी भूमि पर लौट सकते हैं.'
Syria War LIVE: सीरिया में ईरान के दूतावास पर हमला
सीरिया में ईरान के दूतावास पर रविवार को हमला किया गया. ईरान के सरकारी चैनल ने दूतावास के अंदर की फुटेज दिखाई और कहा कि अज्ञात व्यक्तियों ने ईरान के दूतावास पर हमला किया है.
सीरिया के एथेंस स्थित दूतावास पर सीरियाई विपक्ष का झंडा फहराया, तीन हिरासत में
सीरिया में विद्रोही गुटों के राष्ट्रपति बशर अल असद के शासन को खत्म करने के बाद दमिश्क पर कब्जा करने की घोषणा के कुछ ही घंटों के बाद रविवार को ग्रीस के एथेंस में सीरिया के दूतावास पर सीरियाई विपक्ष का झंडा फहराने लगा. ग्रीस की समाचार एजेंस एएनए के मुताबिक, कम से कम तीन लोग दूतावास में घुसे और उन्होंने यह झंडा फहराया. इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है.
सीरिया की सरकार का पतन, नियंत्रण दूसरे हाथों में : तुर्की विदेश मंत्री
तुर्की के विदेश मंत्री हकन फिदान ने कहा है कि सीरिया में सरकार ढह गई है और अब देश का नियंत्रण दूसरे हाथों में हैं.
सीरिया में असद शासन के 'पतन' के बीच इजरायल ने गोलान बफर जोन में सेना की तैनात
इजरायल ने गोलान हाइट्स में इजराइल-सीरिया सीमा पर बफर जोन के भीतर नई जगहों पर अपनी सेना तैनात की है. इजरायल ने यह कदम सीरिया में असद शासन के पतन के बाद उठाया है. इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने इस कदम की पुष्टि की है. यह 1974 में एग्रीमेंट ऑन डिसइंगेजमेंट पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद से इस तरह की पहली तैनाती है.
प्रधानमंत्री जलाली को साथ ले गए विद्रोही
जानकारी के मुताबिक सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद जलाली को विद्रोही अपने साथ ले गए हैं.
विद्रोहियो ने बेकसूर लोगों को रिहा किया
सीरिया के दमिश्क पर कब्जा करने के बाद विद्रोहियों ने कहा कि जेलों में बंद बेकसूर लोगों को रिहा कर दिया गया है.
विद्रोहियों ने किया दमिश्क पर कब्जा
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक विद्रोहियों ने घोषणा की कि उन्होंने दमिश्क पर कब्जा कर लिया है, जिसके कारण राष्ट्रपति बशर अल-असद को भागना पड़ा और सीरिया में पांच दशक से चला आ रहा बाथ शासन खत्म हो गया.
देश छोड़कर नहीं भागेंगे - प्रधानमंत्री
सीरिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि वह देश छोड़कर नहीं भागेंगे और घर में ही रहेंगे.
सीरियाई टीवी स्टेशन के अंदर घुसे विद्रोही
जानकारी के मुताबिक सीरियाई टीवी स्टेशन पर भी विद्रोहियों ने कब्जा कर लिया और टीवी स्टेशन के अंदर घुस गए हैं.
दमिश्क के कई हिस्सों से भागे असद के सैनिक
रिपोर्ट्स के मुताबिक विद्रोहियों को दमिश्क पहुंचने के बाद कई इलाकों में मौजूद असद के सैनिक भी भाग गए हैं. जानकारी के मुताबिक असद के सैनिक सिविल ड्रेस में भागे हैं.
दमिश्क में जश्न मना रहे विद्रोही
दमिश्क में विद्रोही पहुंच गए हैं और जश्न मना रहे हैं. इसी बीच उन्होंने असद के सैनिकों को सरेंडर करने के लिए भी कहा है. साथ ही सीरिया के नागरिकों को वापस भी बुलाने का ऐलान किया है.
दमिश्क से भागे राष्ट्रपति बशर अल-असद
सीरिया की राजधानी दमिश्क से राष्ट्रपति बशर अल-असद विमान से शहर छोड़कर भाग गए हैं.
सीरिया के प्रधानमंत्री ने कही ये बात
सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी जलाली ने कहा कि वह शासन की बागडोर शांतिपूर्ण तरीके से विपक्ष को सौंपने के लिए तैयार हैं.
सीरिया की लड़ाई हमारी नहीं... ट्रुथ पर पोस्ट कर बोले ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को कहा कि अमेरिका को सीरिया में संघर्ष में शामिल नहीं होना चाहिए. वहां विद्रोही सेनाएं राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार को धमकी दे रही हैं. समाचार एजेंसी की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर एक पोस्ट करते हुए ट्रंप ने लिखा, 'सीरिया में गड़बड़ हो रही है लेकिन वो हमारा दोस्त नहीं है और अमेरिका को इससे कोई लेना देना नहीं होना चाहिए. यह हमारी लड़ाई नहीं है. इस चलने दें.'
राजधानी दमिश्क के बेहद करीब हैं विद्रोही
सीरियाई विद्रोहियों ने शनिवार को कहा कि उन्होंने दक्षिण के अधिकांश हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया है, जबकि सरकारी सेना राष्ट्रपति बशर अल-असद के 24 साल के शासन को बचाने के लिए प्रमुख केंद्रीय शहर की रक्षा कर रही है. सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद का कार्यालय इस बात से इनकार कर रहा है कि वह राजधानी दमिश्क से भाग गए हैं, जबकि विद्रोही राजधानी दमिश्क और अलेप्पो के बीच सड़क पर आगे बढ़ रहे हैं.