दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से हुई कथित मारपीट के मामले में उनका बयान तीस हजारी कोर्ट में जज के सामने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दर्ज कराया गया है. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को एफआईआर दर्ज की, जिसमें सीएम के सहयोगी बिभव कुमार का नाम भी शामिल है. स्वाति मालीवाल ने पुलिस को बताया कि सीएम के पीएस बिभव कुमार कमरे में घुस आए... वह बिना किसी भी उकसावे पर चिल्लाने लगा और यहां तक कि मुझे गालियां भी देने लगा. मैं इस अचानक से स्तब्ध रह गई...!
बिभव मुझे मुझे गालियां भी देने लगा...
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने बताया, "मैं दिल्ली में दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल से मिलने गई उनके कैंप ऑफिस गई थी.ऑफिस जाने के बाद सीएम के पीएस बिभव कुमार को फोन किया, लेकिन मुझसे संपर्क नहीं हो सका. फिर मैंने उसके मोबाइल नंबर पर (व्हाट्सएप के माध्यम से) एक मैसेज भेजा. हालांकि कोई जबाब नहीं आया. इसके बाद मैं घर के मुख्य दरवाजे से अंदर गई, जैसा कि मैं पिछले सालों से हमेशा से करती आई हूं, चूंकि बिभव कुमार वहां मौजूद नहीं थे, इसलिए मैं घर के अंदर दाखिल हुई और वहां मौजूद कर्मचारियों को सूचित किया कि वे सीएम से मिलने के बारे में बताएं. मुझे बताया गया कि वह घर में मौजूद हैं और मुझे ड्राइंग रूम में जाने को कहा गया. मैं ड्राइंग रूम में जाकर सोफ़े पर बैठ गई और मिलने का इंतज़ार करने लगी. एक स्टाफ ने आकर मुझे बताया कि सीएम मुझसे मिलने आ रहे हैं और इतना कहने के बाद ही सीएम के पीएस बिभव कुमार कमरे में घुस आए. वह बिना किसी भी उकसावे पर चिल्लाने लगा और यहां तक कि मुझे गालियां भी देने लगा. मैं इस अचानक से स्तब्ध रह गई.
मुझे 7-8 बार थप्पड़ मारे, मैं चिल्लाती रही
स्वाति मालीवाल ने बताया, "मैंने उससे कहा कि वह मुझसे इस तरह बात करना बंद करें और सीएम को फोन करें. उसने कहा- तू कैसे हमारी बात नहीं मानेगी? उसने मुझे थप्पड़ मारने शुरू कर दिये. उसने मुझे कम से कम 7-8 बार थप्पड़ मारा, मैं चिल्लाती रही. मैं सदमे में थी और बचाव के लिए उसे धकेलने की कोशिश की. वह मुझ पर झपटा, बुरी तरह मेरी शर्ट को ऊपर खींच लिया. मेरी शर्ट के बटन खुल गए और मैं नीचे गिर गई और सेंटर टेबल पर अपना सिर मारते हुए लगातार मदद के लिए चिल्लाती रही. बिभव कुमार नहीं माने और अपने पैरों से मेरी छाती, पेट और शरीर के निचले हिस्से पर लात मारकर मुझ पर हमला किया."
बिभव ने मुझे धमकी देते हुए कहा...
राज्यसभा सांसद ने कहा, "मुझे तबीयत ठीक नहीं थी, मैंने उससे कहा कि कृपया मुझे जाने दें, क्योंकि मैं बहुत दर्द में हूं. हालांकि, उसने बार-बार पूरी ताकत से मुझ पर हमला किया. मैं कोशिश कर रही थी कि किसी तरह से बाहर निकल जाऊं. फिर मैं ड्राइंग रूम के सोफे पर बैठ गई. हमले के दौरान मेरा चश्मा नीचे गिर गया. इस हमले से मैं भयानक सदमे की स्थिति में थी. मुझे गहरा सदमा लगा और मैंने 112 नंबर पर फोन किया और घटना की सूचना दी. बिभव ने मुझे धमकी देते हुए कहा- कर ले जो तुझे जो करना है, तू हमारा कुछ नहीं कर पाएगी. ऐसी जगह गाड़ देंगे किसी को भी पता नहीं चलेगा. फिर जब उसे एहसास हुआ कि मैं 112 नंबर पर हूं, तो वह कमरे से बाहर चला गया."
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