सुमित्रा महाजन (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
नोटबंदी को लेकर संसद के दोनों सदनों में लगातार हंगामा जारी है. सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस, तृणमूल, वाम दलों ने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य करने के कारण आम लोगों को हो रही परेशानियों करने का मुद्दा उठाया और कार्यस्थगित करके तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग की.
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार, कालाधन और जाली नोट को खत्म करने और इसके ऊपर पनपने वाले आतंकवाद को खत्म करने को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी नीत सरकार ने यह कदम उठाया है. इस कदम को पूरे देश में एक स्वर से और एक सुर से समर्थन मिला है.
अनंत कुमार ने कहा कि हम इस विषय पर चर्चा कराने को तैयार हैं. भारत सरकार इस पर नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है. पूरी जनता मोदी सरकार के इस निर्णय के साथ है. हम चर्चा को तैयार हैं. आप (विपक्षी सदस्य) अपने स्थान पर जाएं और सदन का कामकाज चलाएं. उन्होंने कहा कि हम हर विषय पर चर्चा करने और हर सवाल का जवाब देने को तैयार हैं. हालांकि, विपक्षी सदस्य इस पर तैयार नहीं थे और कार्यस्थगित करके चर्चा कराने की मांग करते रहे.
जब मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर एक सवाल का जवाब दे रहे थे तब आसन के समीप शोर शराबा करते कुछ सदस्य उनके सामने आए गए. अध्यक्ष ने उनसे मंत्री के सामने नहीं आने को कहा, लेकिन सदस्य मंत्री के समक्ष नारेबाजी करते रहे. इस पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा, आप टीवी पर आना चाहते हैं तो जरूर आइए. मैं लोक सभा टीवी से आग्रह करती हूं कि वो इन्हें दिखाएं. पूरा हिन्दुस्तान देख ले. सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे ने कहा कि हम टीवी पर नहीं आना चाहते हैं. नोटबंदी के कारण जनता परेशान है, गरीब परेशान हैं, आम लोग परेशान हैं. हम इस पर चर्चा चाहते हैं. हम नियम 56 के तहत चर्चा चाहते हैं.
खड़गे ने कहा कि हमने नियम 56 के तहत कार्यस्थगन का नोटिस दिया है. सभी दल चाहते हैं कि इस पर कार्य स्थगित करके चर्चा करायी जाए. इस पर तत्काल चर्चा शुरू करायी जाए.
तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि हमारी पार्टी ने इस मुद्दे पर कार्यस्थगन का नोटिस दिया है. इसके कदम के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके कारण आम लोग, गरीब लोग काफी परेशान हैं.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार, कालाधन और जाली नोट को खत्म करने और इसके ऊपर पनपने वाले आतंकवाद को खत्म करने को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी नीत सरकार ने यह कदम उठाया है. इस कदम को पूरे देश में एक स्वर से और एक सुर से समर्थन मिला है.
अनंत कुमार ने कहा कि हम इस विषय पर चर्चा कराने को तैयार हैं. भारत सरकार इस पर नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है. पूरी जनता मोदी सरकार के इस निर्णय के साथ है. हम चर्चा को तैयार हैं. आप (विपक्षी सदस्य) अपने स्थान पर जाएं और सदन का कामकाज चलाएं. उन्होंने कहा कि हम हर विषय पर चर्चा करने और हर सवाल का जवाब देने को तैयार हैं. हालांकि, विपक्षी सदस्य इस पर तैयार नहीं थे और कार्यस्थगित करके चर्चा कराने की मांग करते रहे.
जब मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर एक सवाल का जवाब दे रहे थे तब आसन के समीप शोर शराबा करते कुछ सदस्य उनके सामने आए गए. अध्यक्ष ने उनसे मंत्री के सामने नहीं आने को कहा, लेकिन सदस्य मंत्री के समक्ष नारेबाजी करते रहे. इस पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा, आप टीवी पर आना चाहते हैं तो जरूर आइए. मैं लोक सभा टीवी से आग्रह करती हूं कि वो इन्हें दिखाएं. पूरा हिन्दुस्तान देख ले. सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे ने कहा कि हम टीवी पर नहीं आना चाहते हैं. नोटबंदी के कारण जनता परेशान है, गरीब परेशान हैं, आम लोग परेशान हैं. हम इस पर चर्चा चाहते हैं. हम नियम 56 के तहत चर्चा चाहते हैं.
खड़गे ने कहा कि हमने नियम 56 के तहत कार्यस्थगन का नोटिस दिया है. सभी दल चाहते हैं कि इस पर कार्य स्थगित करके चर्चा करायी जाए. इस पर तत्काल चर्चा शुरू करायी जाए.
तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि हमारी पार्टी ने इस मुद्दे पर कार्यस्थगन का नोटिस दिया है. इसके कदम के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके कारण आम लोग, गरीब लोग काफी परेशान हैं.
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