शिवसेना ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा नेता के निधन से महाराष्ट्र को अपूरणीय क्षति हुई है।
मुंडे का सुबह दिल्ली में एक सड़क हादसे के बाद निधन हो गया था।
शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, मौजूदा समय में वह दिल्ली में राज्य के सबसे शीर्ष नेता थे। मुंडे जमीन से जुड़े नेता थे और बेहद लोकप्रिय थे। हमने कभी उन्हें गुस्सा होते नहीं देखा और वह हमेशा पार्टी कार्यकताओं के बीच पाए जाते थे। केवल शिवसेना और भाजपा ने ही एक शानदार नेता नहीं खोया है बल्कि महाराष्ट्र को भी अपूरणीय क्षति हुई है। वह ऐसे नेता थे जिन्हें महाराष्ट्र और उसकी ‘अस्मिता’ पर गर्व था।
राउत ने कहा, मुंडे जी के शिवसेना नेतृत्व के साथ बेहद जोशीले एवं स्नेहपूर्ण संबंध थे। उन्होंने शिवसेना-भाजपा गठबंधन में नए सहयोगियों को जोड़ने के लिए कड़ी मेहनत की और हाल में हुए लोकसभा चुनावों में पश्चिमी महाराष्ट्र में कांग्रेस-राकांपा के गढ़ में पैठ बनाई।
उन्होंने कहा, लेकिन किस्मत को कुछ और भी मंजूर था। मुंडेजी का निधन शिवसेना-भाजपा ही नहीं अपितु महाराष्ट्र के लिए भी क्षति है। शिवसेना के वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई ने कहा, महाराष्ट्र में अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय देने के बाद मुंडे को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला था। यह दु:ख की बात है कि उनका राजनीतिक कार्यकाल इतने दु:खद तरीके से समय से पहले ही समाप्त हो गया। उन्होंने कहा कि जिस तरह दिवंगत प्रमोद महाजन को शिवसेना-भाजपा गठबंधन का निर्माता माना जाता था, उसी प्रकार मुंडे स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के राजू शेट्टी, राष्ट्रीय समाज पक्ष के महादेव जानकर और आरपीआई (ए) के रामदास आठवले जैसे सहयोगियों को भगवा पक्ष में लाकर ‘महायुति’ (विशाल गठबंधन) के निर्माता बने। देसाई ने कहा कि मुंडे हमेशा सकारात्मक सोच रखते थे और मुश्किल समय में हिम्मत बंधाते थे। वह बहुत याद आएंगे।
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