लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) में कांग्रेस की करारी हार के बाद उसके नेतृत्व पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने कहा कि गांधी परिवार की अगुआई में पार्टी ने कई बार बेहतर प्रदर्शन किया है. उन्होंने कहा कि इस साल कई राज्यों में चुनाव आने वाले हैं. ऐसे में कांग्रेस के लिए ये वक्त बैठे रहने और दुख मनाने का नहीं हैं. थरूर ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, 'पार्टी को प्रभावी तरीके से आगे बढ़ना है.' उन्होंने कहा कि पार्टी का खुद का विश्वास है कि गांधी-नेहरू परिवार के नेतृत्व में हम सबसे प्रभावी रहे हैं. इसलिए सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) या राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में कोई चुनौती देने वाला नहीं हैं.
आजादी के बाद से ही कांग्रेस का नेतृत्व ज्यादातर नेहरू-गांधी परिवार के सदस्यों ने ही किया है. बस पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद कमान कुछ समय के लिए सीताराम केसरी के हाथ में आई थी लेकिन उस बीच पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. इसके बाद कई नेताओं के कहने पर ये जिम्मेदारी सोनिया गांधी ने ले ली.
थरूर ने कहा राहुल गांधी ने जिम्मेदारियां लेने की अपनी प्रवृत्ति से सभी को प्रभावित किया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का इस्तीफे के लिए इस तरह गंभीर होना दर्शाता है कि वे इस हार को अपने ऊपर ले रहे हैं.
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बता दें राहुल गांधी ने कांग्रेस की कार्यसमिति के समक्ष अपने इस्तीफे की मांग रखते हुए पार्टी के लिए विकल्प तलाशने के लिए कहा है. विकल्प के संदर्भ में राहुल ने इस बात पर भी जोर दिया है ये विकल्प उनकी मां या बहन नहीं होंगी. फिलहाल पार्टी ने उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया गया है. बताया जा रहा है अगले कुछ दिनों में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी को अंतिम बार मनाने की कोशिश की जाएगी, साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था पर भी विचार किया जाएगा.
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