नई दिल्ली:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को कहा कि 'हिंदू आतंकवाद' और 'भगवा आतंकवाद' जैसी टिप्पणी के बाद यदि केंद्रीय गृह मंत्री सुशीलकुमार शिंदे को पद से नहीं हटाया गया तो संसद में ऐसे हालात पैदा किए जाएंगे कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बाध्य होकर उन्हें मंत्रिमंडल से हटाना होगा।
शिंदे के बयान के विरोध में यहां के जंतर मंतर पर आयोजित भाजपा की विरोध रैली में पार्टी के नए अध्यक्ष राजनाथ सिंह और लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि शिंदे के बयान पर कांग्रेस के शीर्ष नेता माफी मांगें।
राजनाथ ने कहा कि इस मुद्दे पर जब तक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी नहीं बोलेंगी, तब तक प्रधानमंत्री में इतना साहस नहीं है कि वह शिंदे को हटाएं। उन्होंने कहा कि भाजपा संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर लड़ेगी। उन्होंने सवाल किया, "सोनिया जी, शिंदे की टिप्पणी पर आपकी क्या राय है? यदि आप मनमोहन जी को यह निर्देश नहीं देती हैं कि वह शिंदे जी को हटाएं तो मैं आपसे कहना चाहता हूं कि संसद के दोनों सदनों में ऐसे हालात पैदा हो जाएंगे कि मनमोहन जी को बाध्य होकर शिंदे जी को हटाना होगा। धरती की कोई ताकत हंगामे को रोक नहीं पाएगी।"
गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र फरवरी के मध्य में शुरू होने की संभावना है।
यह रेखांकित करते हुए कि भाजपा का यह प्रदर्शन सांकेतिक नहीं है, बल्कि एक तार्किक अंत तक जाएगी, राजनाथ ने कहा कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री से कुछ बोलने की अपेक्षा नहीं रखती है क्योंकि वह प्रतिक्रिया देने में काफी देर लगाते हैं, इसलिए सोनिया गांधी प्रतिक्रिया दें। उन्होंने कहा, "शिंदे ने देश की प्रतिष्ठा पर एक बड़ा सवाल उठाया है, वे फिर भी चुप्पी साधे हुए हैं। भाजपा देश में ऐसे हालात पैदा करेगी कि कोई भी ताकत उन्हें पद से हटने से बचा नहीं पाएगी।"
वहीं, सुषमा स्वराज ने शिंदे को अपनी सीमाएं न लांघने की हिदायत देते हुए कहा कि कांग्रेस को लाभ पहुंचाने या भाजपा को नुकसान पहुंचाने की हद तक राजनीति की जा सकती है लेकिन इसे उस स्तर पर नहीं ले जाया जा सकता, जहां इससे राष्ट्रीय हित प्रभावित हों। उन्होंने कहा, "सोनिया गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए और शिंदे को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।"
सुषमा ने शिंदे के सम्बंध में कहा, "आपने ऐसे समय में राष्ट्रीय हितों को चोट पहुंचाई है, जब पाकिस्तान की ओर से हमारे सैनिकों के सिर कलम किए गए हैं। आप पाकिस्तान पर हमला नहीं कर रहे हैं बल्कि मुख्य विपक्षी दल पर हमला कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "आप दुनिया से क्या कहना चाहते हैं? क्या आप कहना चाहते हैं कि पाकिस्तान में आतंकवादी शिविर हो सकते हैं लेकिन यहां मुख्य विपक्षी दल आतंकवादी शिविर चला रहा है! क्या आप कहना चाहते हैं कि आतंकवादी संसद में बैठे हैं? लोकसभा में विपक्ष की नेता एक आतंकवादी संगठन चला रही हैं?"
गौरतलब है कि शिंदे ने जयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर के दौरान रविवार को कहा था, "भाजपा हो या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) उनके प्रशिक्षण शिविर हिंदू आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।"
शिंदे की इस टिप्पणी के खिलाफ भाजपा ने गुरुवार को देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन किया।
शिंदे के बयान के विरोध में यहां के जंतर मंतर पर आयोजित भाजपा की विरोध रैली में पार्टी के नए अध्यक्ष राजनाथ सिंह और लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि शिंदे के बयान पर कांग्रेस के शीर्ष नेता माफी मांगें।
राजनाथ ने कहा कि इस मुद्दे पर जब तक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी नहीं बोलेंगी, तब तक प्रधानमंत्री में इतना साहस नहीं है कि वह शिंदे को हटाएं। उन्होंने कहा कि भाजपा संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर लड़ेगी। उन्होंने सवाल किया, "सोनिया जी, शिंदे की टिप्पणी पर आपकी क्या राय है? यदि आप मनमोहन जी को यह निर्देश नहीं देती हैं कि वह शिंदे जी को हटाएं तो मैं आपसे कहना चाहता हूं कि संसद के दोनों सदनों में ऐसे हालात पैदा हो जाएंगे कि मनमोहन जी को बाध्य होकर शिंदे जी को हटाना होगा। धरती की कोई ताकत हंगामे को रोक नहीं पाएगी।"
गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र फरवरी के मध्य में शुरू होने की संभावना है।
यह रेखांकित करते हुए कि भाजपा का यह प्रदर्शन सांकेतिक नहीं है, बल्कि एक तार्किक अंत तक जाएगी, राजनाथ ने कहा कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री से कुछ बोलने की अपेक्षा नहीं रखती है क्योंकि वह प्रतिक्रिया देने में काफी देर लगाते हैं, इसलिए सोनिया गांधी प्रतिक्रिया दें। उन्होंने कहा, "शिंदे ने देश की प्रतिष्ठा पर एक बड़ा सवाल उठाया है, वे फिर भी चुप्पी साधे हुए हैं। भाजपा देश में ऐसे हालात पैदा करेगी कि कोई भी ताकत उन्हें पद से हटने से बचा नहीं पाएगी।"
वहीं, सुषमा स्वराज ने शिंदे को अपनी सीमाएं न लांघने की हिदायत देते हुए कहा कि कांग्रेस को लाभ पहुंचाने या भाजपा को नुकसान पहुंचाने की हद तक राजनीति की जा सकती है लेकिन इसे उस स्तर पर नहीं ले जाया जा सकता, जहां इससे राष्ट्रीय हित प्रभावित हों। उन्होंने कहा, "सोनिया गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए और शिंदे को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।"
सुषमा ने शिंदे के सम्बंध में कहा, "आपने ऐसे समय में राष्ट्रीय हितों को चोट पहुंचाई है, जब पाकिस्तान की ओर से हमारे सैनिकों के सिर कलम किए गए हैं। आप पाकिस्तान पर हमला नहीं कर रहे हैं बल्कि मुख्य विपक्षी दल पर हमला कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "आप दुनिया से क्या कहना चाहते हैं? क्या आप कहना चाहते हैं कि पाकिस्तान में आतंकवादी शिविर हो सकते हैं लेकिन यहां मुख्य विपक्षी दल आतंकवादी शिविर चला रहा है! क्या आप कहना चाहते हैं कि आतंकवादी संसद में बैठे हैं? लोकसभा में विपक्ष की नेता एक आतंकवादी संगठन चला रही हैं?"
गौरतलब है कि शिंदे ने जयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर के दौरान रविवार को कहा था, "भाजपा हो या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) उनके प्रशिक्षण शिविर हिंदू आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।"
शिंदे की इस टिप्पणी के खिलाफ भाजपा ने गुरुवार को देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन किया।
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