जयपुर:
राजस्थान विधानसभा में आज काफी देर तक हंगामे के बीच इसे लेकर रोचक चर्चा हुई कि ‘बदतमीज’ शब्द संसदीय है या नहीं। हंगामा उस समय हुआ जब प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के सचेतक गोबिन्द डोटासरा नगरीय विकास और स्वायत्त शासन मंत्री राजपाल सिंह शेखावत से प्रश्न पूछ रहे थे। इसी दौरान सत्तादल के उप सचेतक मदन राठौड ने डोटासरा को अपने स्थान पर बैठने की हिदायत देते हुए इस शब्द का उपयोग कर डाला। इस कथन को लेकर मदन राठौड और डोटासरा के बीच तीखी नोक-झोंक हुई।
भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी ने विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल से इस शब्द को कार्यवाही से निकालने का अनुरोध किया, लेकिन अध्यक्ष ने व्यवस्था दी कि मैं विधानसभा की शब्दावली में 'बदतमीज' शब्द असंसदीय शब्दकोष में शामिल है या नहीं देखने के बाद व्यवस्था दूंगा।
गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया किसी अन्य का जवाब देने के दौरान ही अचानक नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने फिर इस शब्द को लेकर अध्यक्ष से व्यवस्था चाही।
सत्ता पक्ष के कई सदस्यों ने नेता प्रतिपक्ष के इस हस्तक्षेप का विरोध करते हुए कहा कि सदन में ज्वलंत मुद्दे पर चर्चा हो रही है, इस बीच इस तरह फिर से यह मुद्दा उठाना उचित नहीं है।
कांग्रेस के प्रद्युम्न सिंह ने अध्यक्ष से आग्रह किया कि आसन जब तक बदतमीज शब्द को लेकर व्यवस्था देगा तब तक न जाने कितनी बार इस शब्द का उपयोग सदन में हो जायेगा ऐसे में अध्यक्ष को इस पर तुरंत अपनी व्यवस्था देनी चाहिए।
अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने व्यवस्था देते हुए कहा कि सदन की भावना को देखते हुए मैं इस शब्द (बदतमीज) को सदन की असंसदीय शब्दकोष में शामिल करता हूं। बहरहाल, अध्यक्ष ने इस समय तक इस शब्द को कार्यवाही से निकालने की व्यवस्था नहीं दी।
भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी ने विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल से इस शब्द को कार्यवाही से निकालने का अनुरोध किया, लेकिन अध्यक्ष ने व्यवस्था दी कि मैं विधानसभा की शब्दावली में 'बदतमीज' शब्द असंसदीय शब्दकोष में शामिल है या नहीं देखने के बाद व्यवस्था दूंगा।
गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया किसी अन्य का जवाब देने के दौरान ही अचानक नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने फिर इस शब्द को लेकर अध्यक्ष से व्यवस्था चाही।
सत्ता पक्ष के कई सदस्यों ने नेता प्रतिपक्ष के इस हस्तक्षेप का विरोध करते हुए कहा कि सदन में ज्वलंत मुद्दे पर चर्चा हो रही है, इस बीच इस तरह फिर से यह मुद्दा उठाना उचित नहीं है।
कांग्रेस के प्रद्युम्न सिंह ने अध्यक्ष से आग्रह किया कि आसन जब तक बदतमीज शब्द को लेकर व्यवस्था देगा तब तक न जाने कितनी बार इस शब्द का उपयोग सदन में हो जायेगा ऐसे में अध्यक्ष को इस पर तुरंत अपनी व्यवस्था देनी चाहिए।
अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने व्यवस्था देते हुए कहा कि सदन की भावना को देखते हुए मैं इस शब्द (बदतमीज) को सदन की असंसदीय शब्दकोष में शामिल करता हूं। बहरहाल, अध्यक्ष ने इस समय तक इस शब्द को कार्यवाही से निकालने की व्यवस्था नहीं दी।
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