Republic Day Parade: चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर पिछले साल वायुसेना में शामिल किए गए थे.
खास बातें
- भारतीय वायुसेना के पास इस समय 4 ‘चिनूक' हेलीकॉप्टर हैं.
- ये हेलीकॉप्टर अमरीकी कंपनी बोइंग बनाती है.
- गणतंत्र दिवस की परेड में वायुसेना की झांकी भी होगी.
नई दिल्ली: Republic Day 2020: गणतंत्र दिवस की परेड (Republic Day Parade) में इस चिनूक (Chinook) और अपाचे (Apache) हेलीकॉप्टर आकर्षण का मुख्य केंद्र होंगे. ये दोनों ही हेलीकॉप्टर पहली बार फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेंगे. अमेरिका में निर्मित ‘चिनूक' हेलीकॉप्टर (Chinook Helicopter) को पिछले साल मार्च में वायुसेना में शामिल किया गया था. भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) के पास इस समय 4 ‘चिनूक' हेलीकॉप्टर हैं. वहीं, आधुनिक युद्धक क्षमता वाले अपाचे हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये भी पिछले साल ही वायुसेना में शामिल किए गए थे. ये हेलीकॉप्टर अमरीकी कंपनी बोइंग बनाती है. गणतंत्र दिवस की परेड में वायुसेना की झांकी भी होगी, जिसमें राफेल लड़ाकू विमान, तेजस, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें आकाश और अस्त्र को प्रदर्शित किया जाएगा.
आइये जानते हैं चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर की खासियत के बारे में..
'अपाचे' हेलीकॉप्टर की खासियत
- ये हेलीकॉप्टर करीब 16 फुट ऊंचा और 18 फुट चौड़ा है और इसमें दो पायलट होना ज़रूरी है.
- ये हेलीकॉप्टर रफ्तार के मामले में काफी शानदार है. इसकी अधिकतम रफ्तार 280 किलोमीटर प्रति घंटा है.
- इस हेलीकॉप्टर की फ़्लाइंग रेंज करीब 550 किलोमीटर है.
- ये एक बार में पौने तीन घंटे तक उड़ सकता है.
- अपाचे हेलीकॉप्टर का डिज़ाइन ऐसा है कि इसे रडार पर पकड़ना मुश्किल होता है.
- यह हेलीकॉप्टर 16 एंटी टैंक मिसाइल छोड़ने की क्षमता रखता है.
- हेलीकॉप्टर के नीचे लगी राइफ़ल में एक बार में 30एमएम की 1,200 गोलियां भरी जा सकती हैं.
‘चिनूक' हेलीकॉप्टर की खासियत
-दो इंजन और टैंडेम रोटर वाले ‘चिनूक' हेलीकॉप्टर सैनिकों, विस्फोटक सामग्री, हथियार और ईंधन लाने ले जाने में सक्षम हैं ये हेलीकॉप्टर न केवल दिन में बल्कि रात में भी सैन्य अभियान चला सकते हैं.
- चिनूक में 11 टन पेलोड और 45 सैनिकों का भार वहन करने की अधिकतम क्षमता है.
-यह हेलीकॉप्टर अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ में से एक है. हर मौसम में उड़ान की क्षमता के कारण यह हेलीकॉप्टर मानवीय एवं आपदा राहत अभियानों और राहत आपूर्ति लाने ले जाने एवं बड़े स्तर पर शरणार्थियों के विस्थापन जैसे मिशनों में इस्तेमाल हो सकता है.
- हेलीकॉप्टर चिनूक 315 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है.