आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में सीटों की साझेदारी को बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग से दिल्ली स्थित अपने आवास पर मुलाकात की. सीटों के बंटवारे में विलंब होने से लोजपा बेचैन लग रही थी.
यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए के पूर्व घटक राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) गुरुवार को औचारिक तौर पर कांग्रेस की अगुवाई में यूपीए का हिस्सा बन गई. पहले भाजपा नेता भूपेंद्र यादव चिराग और रामविलास पासवान से मिलने गए. बाद में तीनों नेता अमित शाह के आवास पर गए. उनके साथ वहां वित्तमंत्री अरुण जेटली भी थे. मुलाकात करीब डेढ़ घंटे तक चली.
इसकी जानकारी के बाद नेताओं ने मीडिया से बातचीत नहीं की. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को दिल्ली आएंगे. यह उम्मीद की जा रही है कि वह बीजेपी और लोजपा के साथ सीटों की साझेदारी को लेकर बातचीत करेंगे. भाजपा और जनता दल (युनाइटेड) ने इससे पहले घोषणा की थी कि लोकसभा चुनाव 2019 में दोनों दल बिहार में एक समान सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
रामविलास पासवान के छोटे भाई और बिहार सरकार में मंत्री पशुपति कुमार पारस ने बुधवार को कहा कि पार्टी 31 दिसंबर तक सीटों की साझेदारी का मसला सुलझाना चाहती है क्योंकि चुनाव नजदीक है और काफी तैयारी करनी है. चिराग पासवान ने कहा कि भाजपा को अपने सहयोगियों की बात सुनकर सीटों की साझेदारी की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि ज्यादा विलंब न हो और उससे नुकसान उठाना पड़े.
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इससे पहले सुबह में रामविलास पासवान ने कहा कि कोई खुशी नहीं है। उन्होंने कहा, "चिराग संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं और वह इस मसले पर बातचीत करेंगे।" (इनपुट IANS)
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