डीजीपी कान्फ्रेंस के दौरान रण में सूर्यास्त देखते हुए राजनाथ, मोदी एवं पुलिस अधिकारी।
धोर्दो:
कच्छ में शुक्रवार को शुरू हुई डीजीपी कॉन्फ्रेंस में नौजवानों में बढ़ती कट्टरता को लेकर चिंता जताई गई। खास तौर पर सोशल मीडिया के जरिए युवाओं के कट्टरपंथ की राह चुनने पर चिंतन किया गया। डीजीपी कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत कर रहे हैं।
देश में बढ़ रहीं आईएस की गतिविधियां
कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ISIS की गतिविधियां भारत में भी बढ़ रही हैं। ज्यादा चिंता सोशल मीडिया को लेकर है क्योंकि नौजवान ऑनलाइन फोरम के जरिए कट्टरपंथ से जुड़ रहे हैं। ISIS भी अपनी जड़ें भारत के नजदीकी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में जमाने की कोशिश कर रहा है। राजनाथ सिंह ने देश भर से आए पुलिस महानिदेशकों को सम्बोधित करते हुए कहा " यह सच है की ISIS की गतिविधियां दुनिया भर में देखी जा रही हैं और भारत भी इससे बचा नहीं है। कुछ नौजवान सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथ से जुड़ रहे हैं, जो चिंता का विषय है।"
केंद्र और राज्य की एजेंसियों में बेहतर तालमेल की जरूरत
पंजाब के हालात के पर भी गृह मंत्री में चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अलगाववादी ताकतें खलिस्तान की मांग को लेकर लोगों को भड़काने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि "मैं जानता हूं पंजाब के लोग समझदार हैं। वह ऐसे लोगों के बहकावे में नहीं आएंगे और उन्हें सही जवाब देंगे। जम्मू कश्मीर के हालात का भी गृह मंत्री ने जिक्र किया और कहा कि सुरक्षा बलों की मेहनत के कारण आतंकवाद कुछ कम हुआ है लेकिन फिर भी केंद्र और राज्य की एजेंसियों में और ज्यादा बेहतर तालमेल की जरूरत है। घाटी के हालात कभी भी बिगड़ जाते हैं।
एफआईआर के बढ़ते नंबरों से न डरें अधिकारी
पुलिस थानों में मामले दर्ज न होने के आम जनता से जुड़े मुद्दे को लेकर गृह मंत्री ने पुलिस अधिकारियों को सलाह दी। उन्होंने कहा कि पुलिस वालों को एफआईआर के बढ़ते नंबर से नहीं डरना चाहिए। हर पुलिस स्टेशन में वातावरण ऐसा होना चाहिए कि लोग वहां आने से डरें नहीं। ज्यादा जोर सही जांच पर दिया जाना चाहिए। लोगों को विश्वास होना चाहिए की पुलिस बेझिझक अपराधियों के खिलाफ कर्रवाई करेगी। समाज के गरीब तबके को भी पुलिस से नहीं डरना चाहिए। गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया की सरकार SMART पुलिस के कॉन्सेप्ट के तहत काम कर रही है।
देश में बढ़ रहीं आईएस की गतिविधियां
कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ISIS की गतिविधियां भारत में भी बढ़ रही हैं। ज्यादा चिंता सोशल मीडिया को लेकर है क्योंकि नौजवान ऑनलाइन फोरम के जरिए कट्टरपंथ से जुड़ रहे हैं। ISIS भी अपनी जड़ें भारत के नजदीकी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में जमाने की कोशिश कर रहा है। राजनाथ सिंह ने देश भर से आए पुलिस महानिदेशकों को सम्बोधित करते हुए कहा " यह सच है की ISIS की गतिविधियां दुनिया भर में देखी जा रही हैं और भारत भी इससे बचा नहीं है। कुछ नौजवान सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथ से जुड़ रहे हैं, जो चिंता का विषय है।"
केंद्र और राज्य की एजेंसियों में बेहतर तालमेल की जरूरत
पंजाब के हालात के पर भी गृह मंत्री में चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अलगाववादी ताकतें खलिस्तान की मांग को लेकर लोगों को भड़काने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि "मैं जानता हूं पंजाब के लोग समझदार हैं। वह ऐसे लोगों के बहकावे में नहीं आएंगे और उन्हें सही जवाब देंगे। जम्मू कश्मीर के हालात का भी गृह मंत्री ने जिक्र किया और कहा कि सुरक्षा बलों की मेहनत के कारण आतंकवाद कुछ कम हुआ है लेकिन फिर भी केंद्र और राज्य की एजेंसियों में और ज्यादा बेहतर तालमेल की जरूरत है। घाटी के हालात कभी भी बिगड़ जाते हैं।
एफआईआर के बढ़ते नंबरों से न डरें अधिकारी
पुलिस थानों में मामले दर्ज न होने के आम जनता से जुड़े मुद्दे को लेकर गृह मंत्री ने पुलिस अधिकारियों को सलाह दी। उन्होंने कहा कि पुलिस वालों को एफआईआर के बढ़ते नंबर से नहीं डरना चाहिए। हर पुलिस स्टेशन में वातावरण ऐसा होना चाहिए कि लोग वहां आने से डरें नहीं। ज्यादा जोर सही जांच पर दिया जाना चाहिए। लोगों को विश्वास होना चाहिए की पुलिस बेझिझक अपराधियों के खिलाफ कर्रवाई करेगी। समाज के गरीब तबके को भी पुलिस से नहीं डरना चाहिए। गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया की सरकार SMART पुलिस के कॉन्सेप्ट के तहत काम कर रही है।
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