इस्तीफा देने के मुद्दे पर रूडी ने कहा था यह मेरा नहीं बल्कि पार्टी का निर्णय है....
नई दिल्ली:
पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का तीसरी बार विस्तार हो चुका है. आज के विस्तार में 4 राज्यमंत्रियों को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है और 9 नए राज्यमंत्री बनाए गए हैं. सभी नए मंत्रियों को प्रधानमंत्री मोदी का संदेश बता दिया गया है जिसमें उन्होंने कहा है कि "आपका चयन बहुत कुछ पहलुओं को ध्यान में रखकर किया गया है, अब आप बेहतर काम करके दिखाएं."
कैबिनेट विस्तार से पहले बेहतर काम न करने वाले 6 मंत्रियों से इस्तीफा मांगा गया था. हालांकि थोड़ी बहुत नाराजगी के बाद इस्तीफा देने वाले ज्यादातर मंत्रियों ने इसे पार्टी का निर्णय बताया. राजीव प्रताप रूडी ने सबसे पहले इस्तीफा दिया था. कौशल विकास मंत्रालय उनके पास था. इस्तीफा देने के मुद्दे पर उन्होंने NDTV से कहा था यह मेरा नहीं बल्कि पार्टी का निर्णय है.
यह भी पढ़ें: क्या नरेंद्र मोदी के इस कदम से नाराज़ हो गए हैं पार्टी के नेता, पढ़ें भीतर की रिपोर्ट
राजीव प्रताप रूडी के इस्तीफे से जुड़ा पूरा घटनाक्रम सामने आया है. सूत्रों का कहना है कि रूडी गुरुवार को अपनी पत्नी के साथ फ्लाइट से पटना गए थे. फ्लाइट से उतरकर जैसे ही उन्होंने अपना मोबाइल चालू किया, उनके ऑफिस से उन्हें कॉल आया जिसमें उन्हें बताया गया कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह उनसे संपर्क करना चाहते हैं. इतना ही नहीं ऑफिस ने उन्हें तत्काल वापस दिल्ली लौटने का सुझाव दिया.
यह भी पढ़ें: रक्षा मंत्री के रूप में अपने प्रमोशन पर बोलीं निर्मला सीतरमण, यह 'दैवीय कृपा' है
मामले की गंभीरता को देखते हुए रूडी ने वैसा ही करना उचित समझा. पत्नी को पटना में छोड़कर उसी फ्लाइट से दिल्ली आ वापस गए. दिल्ली आकर एयरपोर्ट से सीधे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिले. शाह से मुलाकात के दौरान उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया.
VIDEO : पार्टी का फैसला मंजूर है: राजीव प्रताप रूडी
हालांकि उन्हें भरोसा दिलाया गया कि पार्टी उनकी सेवाएं बिहार में संगठन को मजबूत करने के लिए लेगी. शाह से मुलाकात के बाद रूडी ने तत्काल इस्तीफा दिया और अगले दिन पटना आकर अपने संसदीय क्षेत्र में लोगों से जनसंपर्क किया.
कैबिनेट विस्तार से पहले बेहतर काम न करने वाले 6 मंत्रियों से इस्तीफा मांगा गया था. हालांकि थोड़ी बहुत नाराजगी के बाद इस्तीफा देने वाले ज्यादातर मंत्रियों ने इसे पार्टी का निर्णय बताया. राजीव प्रताप रूडी ने सबसे पहले इस्तीफा दिया था. कौशल विकास मंत्रालय उनके पास था. इस्तीफा देने के मुद्दे पर उन्होंने NDTV से कहा था यह मेरा नहीं बल्कि पार्टी का निर्णय है.
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राजीव प्रताप रूडी के इस्तीफे से जुड़ा पूरा घटनाक्रम सामने आया है. सूत्रों का कहना है कि रूडी गुरुवार को अपनी पत्नी के साथ फ्लाइट से पटना गए थे. फ्लाइट से उतरकर जैसे ही उन्होंने अपना मोबाइल चालू किया, उनके ऑफिस से उन्हें कॉल आया जिसमें उन्हें बताया गया कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह उनसे संपर्क करना चाहते हैं. इतना ही नहीं ऑफिस ने उन्हें तत्काल वापस दिल्ली लौटने का सुझाव दिया.
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मामले की गंभीरता को देखते हुए रूडी ने वैसा ही करना उचित समझा. पत्नी को पटना में छोड़कर उसी फ्लाइट से दिल्ली आ वापस गए. दिल्ली आकर एयरपोर्ट से सीधे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिले. शाह से मुलाकात के दौरान उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया.
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हालांकि उन्हें भरोसा दिलाया गया कि पार्टी उनकी सेवाएं बिहार में संगठन को मजबूत करने के लिए लेगी. शाह से मुलाकात के बाद रूडी ने तत्काल इस्तीफा दिया और अगले दिन पटना आकर अपने संसदीय क्षेत्र में लोगों से जनसंपर्क किया.
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