राजा रघुवंशी हत्याकांड में पुलिस को मिले कई अहम सबूत
राजा रघुवंशी हत्याकांड को लेकर पुलिस सोनम रघुवंशी समेत अन्य चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. शिलॉन्ग पुलिस सोनम सोमवंशी को गाजीपुर, पटना, कोलकाता होते हुए अब शिलॉन्ग पहुंच चुकी हैं. जहां देर रात उसका मेडिकल टेस्ट कराया गया और आज उसे कोर्ट में पेश करने की तैयारी है. पुलिस ने अन्य आरोपियों को भी आज दोपहर तक शिलॉन्ग लेकर पहुंच जाएगी. इन सब के बीच एक बड़ा सवाल ये है कि आखिर जब इन पांचों ने मिलकर राजा रघुवंशी की हत्या की तो फिर ये मेघालय से बाहर कैसे भागे. इसका जवाब भी अब पुलिस को मिल चुका है.
पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विवेक सिम ने बताया कि हत्या के बाद सोनम ने मवकडोक से शिलांग तक टैक्सी ली और फिर एक टूरिस्ट वैन से गुवाहाटी पहुंची थी. गुवाहाटी से वह ट्रेन में बैठी और उसके बाद उसने ट्रेन से ही आगे का सफर तय किया था. वहीं, राज कुशवाहा के तीनों दोस्त सोहरा से टैक्सी से गुवाहाटी पहुंचे और फिर वहां से इंदौर के लिए ट्रेन से आगे गए. मामले की जांच के लिए गठित मेघालय पुलिस विशेष जांच दल (एसआईटी) के एक सूत्र ने बताया कि उनकी समन्वित लेकिन अलग-अलग गतिविधियां इस बात का संकेत देती हैं कि हत्या के बाद भागने की योजना भी बनाई गई थी.
विवेक सिम ने आगे कहा कि एसआईटी ने शव मिलने के सात दिनों के भीतर सोनम को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत जुटा लिए हैं. सोनम का फोन अभी तक नहीं मिला है,लेकिन पुलिस की जांच में पता चला है कि हत्या के दिन वह राज कुशवाह के संपर्क में थी और वह तीनों हत्यारों से संवाद कर रहा था. हालांकि, पुलिस को अभी यह पता लगाना है कि वह पहले मेघालय गई थी या नहीं और उसने हत्या के लिए सटीक स्थान चुना था या नहीं.
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उसने गूगल पर सर्च किया हो कि कौन-कौन सी सुनसान जगहें हैं. वहां बहुत जंगल है.और शायद उसे अपराध करने का सही मौका मिल गया हो. यह कहीं भी हो सकता था. हम नहीं बता सकते क्योंकि उसने कहा है कि वह कभी शिलांग नहीं गई लेकिन मामले की सच्चाई यह है कि हां वे उसे मारने की योजना बना रहे थे. लेकिन कौन-सी जगह, उन्हें पक्का पता था या नहीं, इसकी पुष्टि होना अभी बाकी है.
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