प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
सरकार ने शुक्रवार को बताया कि विभिन्न प्रकार की ट्रेनों में ‘फ्लेक्सी’ किराया प्रणाली शुरू किए जाने के बाद दो महीनों से भी कम समय में रेलवे को करीब 56 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी हुयी है.
रेल राज्य मंत्री राजेन गोहैन ने विभिन्न सदस्यों के एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया, ‘राजधानी, दूरंतो और शताब्दी गाड़ियों में फ्लेक्सी किराया प्रणाली की शुरुआत के कारण नौ सितंबर 2016 से 31 अक्टूबर 2016 के बीच करीब 56 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी हुयी.’
राजधानी, दूरंतो और शताब्दी गाड़ियों के लिए फ्लेक्सी किराया प्रणाली की शुरुआत नौ सितंबर से की गयी थी. उन्होंने कहा कि अन्य नियमित ट्रेन सेवाओं में यह प्रणाली लागू नहीं की गयी है और इस योजना से आम जनता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. राजेन गोहैन ने एक अन्य सवाल के लिखित जवाब में बताया कि अक्टूबर के अंत तक यात्री डिब्बों में करीब 48 हजार बायो शौचालय लगाए गए हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रेल राज्य मंत्री राजेन गोहैन ने विभिन्न सदस्यों के एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया, ‘राजधानी, दूरंतो और शताब्दी गाड़ियों में फ्लेक्सी किराया प्रणाली की शुरुआत के कारण नौ सितंबर 2016 से 31 अक्टूबर 2016 के बीच करीब 56 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी हुयी.’
राजधानी, दूरंतो और शताब्दी गाड़ियों के लिए फ्लेक्सी किराया प्रणाली की शुरुआत नौ सितंबर से की गयी थी. उन्होंने कहा कि अन्य नियमित ट्रेन सेवाओं में यह प्रणाली लागू नहीं की गयी है और इस योजना से आम जनता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. राजेन गोहैन ने एक अन्य सवाल के लिखित जवाब में बताया कि अक्टूबर के अंत तक यात्री डिब्बों में करीब 48 हजार बायो शौचालय लगाए गए हैं.
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