हरक सिंह रावत (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
उत्तराखंड में जारी राजनीतिक खेल में कांग्रेस से असंतुष्ट गुट के नेता हरक सिंह रावत ने अब सीधी पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला किया है। रावत ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उनके पास जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार से मिलने का समय है, लेकिन हमसे मिलने का समय नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमने कई बार पार्टी आलाकमान से मिलने का समय मांगा लेकिन हमें मुलाकात करने का समय नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी केदारनाथ गए थे, लेकिन उन्होंने हम लोगों से मुलाकात का समय नहीं दिया।
बता दें कि आरोप है कांग्रेस की उत्तराखंड सरकार फिलहाल बागी 9 कांग्रेसी विधायकों का नेतृत्व हरक सिंह राव कर रहे हैं।
हरक सिंह रावत ने कहा कि हम कांग्रेस से चुनकर आए हैं और पार्टी से ही बात हो रहे हैं। और किसी से भी बातचीत नहीं हो रही है। उन्होंने फिर कहा कि खनन माफिया हावी हो गया है। हमने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई हमारी सुनने को तैयार नहीं था।
उन्होंने कहा कि कोई भी मंत्री उनकी कार्यप्रणाली से खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम हरीश रावत सरकार की विदाई चाहते हैं। बजट गिर जाने के बाद भी विधानसभा अध्यक्ष ने बहुमत से बजट पास घोषित कर दिया।
उन्होंने कहा कि सीएम पद की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि नई सरकार जनहित का काम करेगी। फिलहाल हम कांग्रेस के विधायक हैं। क्या स्थिति बनती यह कह पाना अभी संभव है। उन्होंने कहा कि हम सभी नौ विधायक साथ हैं। उन्होंने कहा कि जो भी हरीश रावत की सरकार को हटाने में मदद करेगा, हम उनका साथ देंगे।
उत्तराखंड में सरकार संकट के बीच कुछ सवाल सामने हैं -
क्या स्पीकर बाग़ी विधायकों पर कार्रवाई करेंगे, करेंगे तो उसे कोर्ट में चुनौती मिलनी पक्की है?
उधर सवाल ये है कि 28 मार्च को क्या हरीश रावत विश्वास प्रस्ताव का सामना कर पाएंगे?
क्या अपनी सरकार बचा पाएंगे या पहले ही इस्तीफ़ा दे देंगे?
हरीश रावत सरकार गिरी तो क्या राज्य में राष्ट्रपति शासन लगेगा या बीजेपी को सरकार बनाने का मौका मिलेगा?
बीजेपी को मौका मिला तो उसका चेहरा कौन होगा, उत्तराखंड के सामने एक बार फिर ये सवाल खड़े हो गए हैं?
उत्तराखंड के उठते सवाल -
स्पीकर बाग़ी विधायकों पर कार्रवाई करेंगे?
हरीश रावत विश्वास प्रस्ताव का सामना करेंगे?
सरकार बचा पाएंगे या पहले ही इस्तीफ़ा दे देंगे
राज्य में राष्ट्रपति शासन या बीजेपी को मौका?
बीजेपी को मौका मिला तो चेहरा कौन होगा?
उन्होंने कहा कि हमने कई बार पार्टी आलाकमान से मिलने का समय मांगा लेकिन हमें मुलाकात करने का समय नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी केदारनाथ गए थे, लेकिन उन्होंने हम लोगों से मुलाकात का समय नहीं दिया।
बता दें कि आरोप है कांग्रेस की उत्तराखंड सरकार फिलहाल बागी 9 कांग्रेसी विधायकों का नेतृत्व हरक सिंह राव कर रहे हैं।
हरक सिंह रावत ने कहा कि हम कांग्रेस से चुनकर आए हैं और पार्टी से ही बात हो रहे हैं। और किसी से भी बातचीत नहीं हो रही है। उन्होंने फिर कहा कि खनन माफिया हावी हो गया है। हमने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई हमारी सुनने को तैयार नहीं था।
उन्होंने कहा कि कोई भी मंत्री उनकी कार्यप्रणाली से खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम हरीश रावत सरकार की विदाई चाहते हैं। बजट गिर जाने के बाद भी विधानसभा अध्यक्ष ने बहुमत से बजट पास घोषित कर दिया।
उन्होंने कहा कि सीएम पद की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि नई सरकार जनहित का काम करेगी। फिलहाल हम कांग्रेस के विधायक हैं। क्या स्थिति बनती यह कह पाना अभी संभव है। उन्होंने कहा कि हम सभी नौ विधायक साथ हैं। उन्होंने कहा कि जो भी हरीश रावत की सरकार को हटाने में मदद करेगा, हम उनका साथ देंगे।
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उधर सवाल ये है कि 28 मार्च को क्या हरीश रावत विश्वास प्रस्ताव का सामना कर पाएंगे?
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