प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्वच्छ भारत मिशन-शहरी' और ‘कायाकल्प एवं शहरी सुधार के लिए अटल मिशन' के दूसरे चरण की शुक्रवार को शुरुआत की. इसे लॉन्च करते हुए पीएम ने कहा कि महात्मा गांधी की प्रेरणा से अभियान लाए हैं. इसका उद्देश्य शहरों को कचरा मुक्त करना है. सीवेज और सेफ्टी मैनेजमेंट भी लक्ष्य है. साथ ही हर शहर तक साफ पानी पहुंचाना भी लक्ष्य है. पहले शहरों में कचरा सड़कों और गलियों पर होता था, लेकिन अब तस्वीर बदली है. अब कचरा प्रबंधन पर जोर दिया जा रहा है. सूखा और गीला कचरा अलग रखते हैं. स्वच्छता और शुभ का गहरा संबंध है. छोटे बच्चे भी अभियान में मदद कर रहे हैं. कई लोग वेस्ट से वेल्थ बना रहे हैं. लोग जागरूकता फैला रहे हैं. नई पीढ़ी ने स्वच्छता का बीड़ा उठाया है. स्वच्छता को लेकर कंपीटीशन बढ़ा है. कचरा साफ करने वाले महानायक हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि सीएम रहते हुए निर्मल गुजरात अभियान शुरू किया था, जिससे गुजरात का पर्यटन भी बढ़ा था.अपने शहर को साफ रखने की मुहिम में लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. इंदौर इस दिशा में एक मिसाल है. अन्य शहर इंदौर से प्ररेणा ले रहे हैं. नदियों को सुरक्षित रखना भी इस मिशन का हिस्सा है.
पीएम मोदी ने कहा कि पहले जहां शौचालयों का निर्माण नहीं हुआ था लड़कियां पढ़ने भी नहीं जाती थीं. अब 10 करोड़ से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है. सरकार का शहरों की सफाई पर पूरा जोर है.
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, प्रधानमंत्री की दृष्टि के अनुरूप स्वच्छ भारत मिशन 2.0 और ‘अमृत 2.0' को सभी शहरों को कचरा मुक्त करने और जल संरक्षण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए तैयार किया गया है. यहां डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने प्रमुख मिशन की शुरुआत की. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि स्वच्छ भारत मिशन और अटल मिशन भारत में तेजी से शहरीकरण की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ने का संकेत देने के साथ-साथ सतत विकास लक्ष्य 2030 की उपलब्धि में योगदान करने में भी मददगार होंगे.
स्वच्छ भारत मिशन सभी शहरों को 'कचरा मुक्त' बनाने और अटल मिशन के अंतर्गत आने वाले शहरों के अलावा अन्य सभी शहरों में धूसर और काले पानी के प्रबंधन को सुनिश्चित करने, सभी शहरी स्थानीय निकायों को शौच से मुक्त और एक लाख से कम जनसंख्या वाले को शौच से मुक्त करने की परिकल्पना करता है, जिससे शहरी क्षेत्रों में सुरक्षित स्वच्छता के लक्ष्य को पूरा किया जा सके. प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, अटल मिशन के दूसरे चरण का लक्ष्य लगभग 2.64 करोड़ सीवर कनेक्शन प्रदान करके लगभग 2.68 करोड़ नल कनेक्शन और 500 अमृत शहरों में सीवरेज और सेप्टेज का शत-प्रतिशत कवरेज करते हुए लगभग 4,700 शहरी स्थानीय निकायों में सभी घरों में पेयजल की आपूर्ति का शत-प्रतिशत कवरेज प्रदान करना है. मुताबिक इससे शहरी क्षेत्रों में 10.5 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ होगा. इस अवसर पर आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के शहरी विकास मंत्री भी मौजूद थे.
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