
- गुरुग्राम के राधिका यादव मर्डर केस में हर दिन खुलासे हो रहे हैं. अब राधिका की दोस्त ने NDTV से बातचीत में कई नई बातें बताईं
- उनके मुताबिक राधिका ने अपना इंस्टाग्राम अकाउंट प्राइवेट कर लिया था. उससे पहले उसने पोस्ट करना भी कम कर दिया था.
- राधिका यादव की दोस्त के मुताबिक उसके इंस्टा अकाउंट पर 16 सौ तक फॉलोअर थे.
टेनिस प्लेयर राधिका यादव मर्डर केस में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. उसकी सबसे करीबी दोस्त ने एनडीटीवी संग खास बातचीत में कई अहम बातें बताई. राधिका की दोस्त ने कहा कि मैं उससे से एक साल पहले टेनिस कोर्ट पर ही मिली थी, मैंने तब टेनिस एकेडमी ज्वॉइन की थी. एक हफ्ते या फिर 4 या 5 दिन पहले ही राधिका ने भी ज्वॉइन किया था. तभी उन्होंने कोचिंग देना शुरू किया था क्योंकि उनको इंजरी हुई थी. उन्हें टेनिस से दूर रही रहना था, तब वो बच्चों को सिखा रही थी. तभी से हम दोस्त बन गए थे. वो मेरे को भी टेनिस सिखाती थी और हम साथ घूमने लगे.

NDTV का सवालः राधिका की मौत के बारे में कैसे पता चला
राधिका की दोस्त: पिछले दिनो ही मैं अपने कॉलेज से बाहर गई थी, तब मैंने एक न्यूज ऐप पर देखा कि राधिका यादव की मौत हो गई लेकिन मुझे यकीन नहीं हुआ. मुझे लगा किसी और का होगा. फिर मैंने देखा कि वो टेनिस प्लेयर है उसका पिछले दिनों ही बर्थडे था वो हाल ही में 25 साल की हुई थी, 23 मार्च ही उसका बर्थडे था. उसमें 25 तारीख, टेनिस प्लयेर और गुरुग्राम लिखा था. फिर मुझे फोन आया कि तब मेरे को पता चला ये वही राधिका है जो मेरी दोस्त है. तब ये सुनके मैं हिल गई और मुझे बहुत बुरा लगा, क्या हुआ मुझे समझ ही नहीं आया.
NDTV का सवालः राधिका ने इंस्टाग्राम पर अपना अकाउंट क्यों डिलीट किया?
राधिका की दोस्तः जो लोग बोल रहे हैं कि राधिका ने अपना अकाउंट डिलीट कर दिया था, तो ऐसा नहीं है. उसका अकाउंट इंस्टा पर अभी भी है. लेकिन वह प्राइवेट है. उसने अपनी प्रोफाइल हटा दी थी. जब हमें इंस्टा पर जुड़े थे तो उसका अकाउंट पब्लिक था. वह पांच-छह महीने में एक पोस्ट कर दिया करती थी. लेकिन जब से उसने कोचिंग स्टार्ट की थी, तब से उसने पोस्ट करना बंद कर दिया था. वह स्टोरी डालती थी, लेकिन रील वगैरह नहीं डालती थी. उसके 16-19 सौ फॉलोअर थे और उसका अकाउंट पब्लिक था.
NDTV का सवालः उसके पिता ने क्यों मर्डर किया, आपको क्या वजह लगती है
राधिका की दोस्त: पहली बात तो ये वो टेनिस एकेडमी नहीं चला रही थी वो पर्सनल कोचिंग ले रही थी. जहां हम खेलते थे वो वहां सबसे छोटी थी. वहां सब बड़े लोग थे, जहां सब बड़े लोगों के बीच वो इकलौती फीमेल कोच थी. उन सभी की नजरें उस पर रहती थी. लेकिन वो बहुत मजबूत थी उसने बहुत अच्छे से संभाला पूरा मामला. जैसे की सब जगहों पर होता है. उसने अपने पापा को भी इस बारे में बताया. फिर उसके पापा ने आकर वहां धमकी दी कि अगर तूने मेरी बेटी को कुछ बोला तो तुझे गोली से उड़ा दूंगा. जो पिता अपनी बेटी के लिए किसी को धमकी दे दें वो क्यों अपनी बेटी को मारेगा मुझे तो ये समझ ही नहीं आ रहा. आखिर ऐसा कोई ऐसा कर सकता है.
वो सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर बनना चाहती थी, जो भी न्यूज में चल रहा है. मुस्लिम एंगल, ऐसा कुछ भी नहीं वो किसी लड़के से बात नहीं कर रही थी बल्कि उसका फोकस कोचिंग पर था. कोई लड़का नहीं था जिससे वो बात कर रही हो वो सिंगल थी. बस वो अपने नॉर्मल दोस्तों से मिला करती थी. सब इंस्टा रील बनाते है वैसे ही वो थी बस उसका भी बाकि लड़कियों की तरह मेकअप करने का मन रहता था, इसमें क्या ही गलत है. इस बात पर उसको मार दिया.
NDTV का सवालः क्या उसके घर में कोई पाबंदी थी
राधिका की दोस्त: क्या उसके घर में कोई पाबंदी थी. हां, उसके घर में पाबंदियां जरूर थी. जाहिर सी बात है कि अपने पैरेंट्स के बारे में कोई कुछ क्यों ही बोलेगा जितना उसने मुझे बताया वो अपने पिता से बहुत प्यार करती थी. वो तो कहती भी थी कि मेरे पापा ने मुझ पर इतने पैसे लगाए है तो मैं कुछ ना कुछ जरूर कर लूंगी. मैं ये सब वेस्ट नहीं जाने दूंगीं, उसका प्लान था ऑस्ट्रेलिया जाकर ट्रेनिंग लेने का और हायर स्टडी का. वहां भी वो खुद ही पैसे कमाएगी और सेटल होकर काम करेगी. अभी उसका जनवरी में चीन में जाने का प्लान था. फिर मैंने पूछा कि आप चीन नहीं जा रहे तो उसने मुझे कहा कि नहीं वो कैंसिल हो गया. जाहिर सी बात है कि उसे कोई सपोर्ट नहीं कर होगा वो तभी तो नहीं गई.
NDTV का सवालः घर लेट होने पर पड़ती थी डांट
हमारी क्लास 8 बजे तक चलती थी, उसके घर के सामने ही टेनिस कोर्ट है जो उसके घर से ही दिखता है जब हम एक बाहर घर से बाहर गए थे तो भी उसको डांट पड़ी थी जबकि ज्यादा देरी नहीं हुई थी. जब हम वॉक करते थे तो भी उसे डांट पड़ती थी.
NDTV का सवालः मां-बाप के बारे में कभी नहीं की शिकायत
राधिका की दोस्त- उसने कभी नहीं बोला कि उसका घर में दम घुटता है वो बहुत अच्छी थी वो अपने मां-बाप से बहुत प्यार करती थी. ना उसने कभी भी साफ-साफ कुछ बोला. लेकिन उसने मुझे बताया कि जब वो टेनिस खेलती थी उसकी एक फीमेल ट्रेनर थी जो उससे बड़ी थी. तब उसे छोटे कपड़े पहनने पर बोला जाता था, उसके पास-पड़ोस के लोग बहुत टोकते थे. ये प्रॉब्लम वो अपनी ट्रेनर के साथ शेयर करती थी, जिन्होंने उसकी बहुत मदद की.
NDTV का सवालः क्या घरवाले उस पर नजर रखते थे
मैंने कभी उनसे बात नहीं की जब हम खेलते थे वो वॉक करने आते थे बस मैंने तभी उन्हें देखा. हां उसके आने जाने पर किससे मिल रही हो उस पर ये तो नजर रखी जाती थी. उसे अपनी मम्मी को भी ये सब बताना पड़ता था. क्या पता क्या ही हुआ है. पिछले चार दिन से मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि अब वो है नहीं, वो बहुत अच्छी थी उसने कभी किसी का बुरा नहीं किया. मैं अपना दुख किसी को समझा नहीं सकती है. मुझे तो ये सोच के बुरा लगता है कि उसने गोली मारते हुए भी अपने पिता को देखा जिसे वो सबसे ज्यादा प्यार करती थी.
NDTV का सवालः क्या हत्या वाले दिन हुई थी कोई बात
हम स्नैपचैट पर एक-दूसरे से बात करते थे, हम रोज एक-दूसरे को स्नैप भेजते थे और एक भी ऐसा दिन नहीं था कि उसने मुझे स्नैप ना भेजा हो और वो टेनिस कोर्ट पर ना हो. हत्या से एक दिन पहले उसने मुझे बस एक काली स्नैप भेजी वो उसने मुझे कभी नहीं भेजी. इसका मतलब ये है कि या तो वो घर से बाहर नहीं गई या फिर वो कोर्ट पर नहीं गई. मैंने वो स्नैप भी उस दिन खोली जब मुझे उसके मर्डर के बारे में पता चला, क्योंकि मेरे एग्जाम थे उस दिन मैं वो स्नैप नहीं देख पाई जो उसने मुझे भेजी थी.
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