गुरदासपुर के पूर्व एसपी सलविंदर सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सलविंदर सिंह को एनआईए ने क्लीन चिट दे दी जब लाई डिटेक्टर टेस्ट समेत अन्य वैज्ञानिक जांच में उनके खिलाफ कुछ भी प्रतिकूल नहीं पाया गया। पठानकोट आतंकवादी हमले के सिलसिले में एनआईए सिंह से पूछताछ कर रही थी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार एसपी रैंक के अधिकारी सिंह से कई दौर की पूछताछ के अलावा उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट समेत अन्य वैज्ञानिक जांच की गई। वह पिछले एक पखवाड़े से पूछताछ के लिए एनआईए मुख्यालय में उपस्थित हो रहे थे।
सिंह के अमृतसर स्थित निवास स्थान समेत विभिन्न स्थानों की तलाशी में उसके खिलाफ कुछ भी नहीं मिला और जो दस्तावेज बरामद किए गए वो उसके खिलाफ कुछ भी अभियोगात्मक नहीं दर्शाते हैं।
सूत्रों ने बताया कि एनआईए इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही थी कि क्या पठानकोट और गुरदासपुर जैसे सीमावर्ती जिलों में चल रहे ड्रग रैकेट में उसकी कोई भूमिका थी।
31 दिसंबर और एक जनवरी की दरम्यानी रात को सिंह का उनके जौहरी मित्र राजेश वर्मा और रसोइया मदन गोपाल के साथ पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अपहरण कर लिया था। इन आतंकवादियों ने बाद में पठानकोट वायु सेना ठिकाने पर हमला किया था।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार एसपी रैंक के अधिकारी सिंह से कई दौर की पूछताछ के अलावा उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट समेत अन्य वैज्ञानिक जांच की गई। वह पिछले एक पखवाड़े से पूछताछ के लिए एनआईए मुख्यालय में उपस्थित हो रहे थे।
सिंह के अमृतसर स्थित निवास स्थान समेत विभिन्न स्थानों की तलाशी में उसके खिलाफ कुछ भी नहीं मिला और जो दस्तावेज बरामद किए गए वो उसके खिलाफ कुछ भी अभियोगात्मक नहीं दर्शाते हैं।
सूत्रों ने बताया कि एनआईए इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही थी कि क्या पठानकोट और गुरदासपुर जैसे सीमावर्ती जिलों में चल रहे ड्रग रैकेट में उसकी कोई भूमिका थी।
31 दिसंबर और एक जनवरी की दरम्यानी रात को सिंह का उनके जौहरी मित्र राजेश वर्मा और रसोइया मदन गोपाल के साथ पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अपहरण कर लिया था। इन आतंकवादियों ने बाद में पठानकोट वायु सेना ठिकाने पर हमला किया था।
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