विशाखापट्टनम:
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के पास नौसेना बेड़े की समीक्षा की। सुबह 9 बजे शुरू हुए अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में 50 देशों के करीब 100 जंगी जहाजों ने भाग लिया। जंगी जहाजों का यह मेला दोपहर करीब पौने बारह बजे तक चला।
इससे पहले सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम में पहुंचे और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी के बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी कार्यक्रम में पहुंचे। राष्ट्रपति चूंकि सशस्त्र बलों के सशस्त्र कमांडर होते हैं, वह 'प्रेजीडेंट्स फ्लीट रीव्यू' के तहत अपने कार्यकाल में एक बार भारतीय नौसेना बेड़े की समीक्षा करते हैं।
नौसेना का मनोबल बढ़ाना
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, 'इस समीक्षा का उद्देश्य देश को भारतीय नौसेना की तैयारियों, उच्च मनोबल और अनुशासन के बारे में भरोसा दिलाना है। अंतरराष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा मेजबान देश को एक मौका देता है कि वह अपने समुद्री सुरक्षा क्षमताओं के साथ ही उस 'मित्रता के सेतु' का प्रदर्शन करे जो उसने अन्य समुद्री देशों के साथ निर्मित किया है।'
इसमें कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा-2016 पहले की तुलना में अधिक व्यापक पैमाने पर आयोजित होगा क्योंकि, इसमें 50 देश हिस्सा लेंगे। पिछली बार अंतरराष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा जनवरी 2001 में मुंबई के पास हुआ था, जिसमें 29 देशों ने हिस्सा लिया था।
बेड़ा समीक्षा में भारतीय नौसेना के 71 जहाज हैं, जिसमें दोनों विमानवाहक आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विराट भी शामिल हैं। आईएनएस विराट हालांकि जल्द ही भारतीय नौसेना बेड़े को अलविदा कह देगा। इस अंतर्राष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा में लगभग 50 देशों की नौसेनाएं और 24 विदेशी जहाज हिस्सा ले रहे हैं। भारत दूसरी बार इसकी मेजबानी कर रहा है जो अब तक देश की मेजबानी में पहला सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है।
इससे पहले 2001 में दिवंगत राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की अध्यक्षता में मुंबई में बेड़ा समीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसमें 29 देशों ने हिस्सा लिया था।
इससे पहले सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम में पहुंचे और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी के बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी कार्यक्रम में पहुंचे। राष्ट्रपति चूंकि सशस्त्र बलों के सशस्त्र कमांडर होते हैं, वह 'प्रेजीडेंट्स फ्लीट रीव्यू' के तहत अपने कार्यकाल में एक बार भारतीय नौसेना बेड़े की समीक्षा करते हैं।
नौसेना का मनोबल बढ़ाना
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, 'इस समीक्षा का उद्देश्य देश को भारतीय नौसेना की तैयारियों, उच्च मनोबल और अनुशासन के बारे में भरोसा दिलाना है। अंतरराष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा मेजबान देश को एक मौका देता है कि वह अपने समुद्री सुरक्षा क्षमताओं के साथ ही उस 'मित्रता के सेतु' का प्रदर्शन करे जो उसने अन्य समुद्री देशों के साथ निर्मित किया है।'
इसमें कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा-2016 पहले की तुलना में अधिक व्यापक पैमाने पर आयोजित होगा क्योंकि, इसमें 50 देश हिस्सा लेंगे। पिछली बार अंतरराष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा जनवरी 2001 में मुंबई के पास हुआ था, जिसमें 29 देशों ने हिस्सा लिया था।
बेड़ा समीक्षा में भारतीय नौसेना के 71 जहाज हैं, जिसमें दोनों विमानवाहक आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विराट भी शामिल हैं। आईएनएस विराट हालांकि जल्द ही भारतीय नौसेना बेड़े को अलविदा कह देगा। इस अंतर्राष्ट्रीय बेड़ा समीक्षा में लगभग 50 देशों की नौसेनाएं और 24 विदेशी जहाज हिस्सा ले रहे हैं। भारत दूसरी बार इसकी मेजबानी कर रहा है जो अब तक देश की मेजबानी में पहला सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है।
इससे पहले 2001 में दिवंगत राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की अध्यक्षता में मुंबई में बेड़ा समीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसमें 29 देशों ने हिस्सा लिया था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं