हरियाणा सरकार द्वारा नूंह में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा बुलाई गई यात्रा को अनुमति देने से इनकार करने के बाद, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि लोग पास के मंदिरों में जा सकते हैं और प्रार्थना कर सकते हैं क्योंकि यह 'सावन' का महीना है. अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस के साथ-साथ खुफिया एजेंसियों द्वारा कानून और व्यवस्था की चिंताओं का हवाला देते हुए जिले में बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है.
मनोहर लाल ने आज संवाददाताओं से कहा, "महीने की शुरुआत में वहां (नूंह) जिस तरह की घटना हुई, उसे देखते हुए यह सुनिश्चित करना सरकार का कर्तव्य है कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनी रहे. हमारी पुलिस और प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि यात्रा की बजाए लोगों को पास के मंदिरों में जाना चाहिए और प्रार्थना करनी चाहिए. यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन लोग पास के मंदिरों में जा सकते हैं और पूजा कर सकते हैं क्योंकि यह सावन का महीना है.''
मनोहर लाल ने आगे कहा कि लोगों की आस्था का सम्मान करते हुए मंदिरों में जलाभिषेक की अनुमति दी जाएगी. उन्होंने कहा, "सावन होने के कारण हर कोई अपने-अपने स्थानीय मंदिरों में जलाभिषेक कर सकता है. पिछले दिनों नूंह में हुई घटनाओं के कारण कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शोभायात्रा की अनुमति नहीं दी गई है." हरियाणा सरकार ने शनिवार को कहा कि नूंह में ब्रज मंडल शोभा यात्रा आयोजित करने की कोई अनुमति नहीं दी है और जिले में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है.
नूंह के डिप्टी कमिश्नर धीरेंद्र खड़गटा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "हमने यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. फिर भी, कुछ लोगों ने कहा है कि वे यात्रा करेंगे. हमने धारा 144 लगा दी है." हरियाणा पुलिस ने शनिवार को कहा कि नूंह जिले में सोमवार तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं हैं. हालांकि, विश्व हिंदू परिषद ने दावा किया है कि वे सोमवार को नूंह में अपनी यात्रा जारी रखेंगे.
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