Prashant Kishore
जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने शराबबंदी, बिहार में मुफ्त बिजली, चुनाव आयोग के स्पेशल रिवीजन जैसे मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी. प्रशांत किशोर ने कहा, उन्हें वोटकटवा कहा जाए या कुछ और... ये मायने नहीं रखता. हम बिहार की मिट्टी का कर्ज अदा करने आए हैं. हमें इस बात का बहुत दर्द है कि बिहार पीछे हैं. बिहार चुनाव के नतीजों पर प्रशांत किशोर ने कहा, हम 10 सीटों पर क्या, हम शून्य सीटों के नतीजों के लिए भी तैयार हैं. बिहार में कानून व्यवस्था के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा, पूरा पुलिस प्रशासन बालू माफिया को बचाने में लगा है. पूरा पुलिस प्रशासन तो शराबबंदी को रोकने में लगा हुआ है.
अप्रत्याशित नतीजे आएंगे
प्रशांत किशोर ने कहा, नवंबर में जब आप आएंगे तो इस कालखंड के सबसे अप्रत्याशित नतीजे बता रहे होंगे. जिस बिहार के लोग अनपढ़-बेवकूफ समझते हैं.जिसे जातियों में बंटा हुआ समाज मानते हैं. बिहार के लोगों को बिहारी कहकर गाली देते हैं. वही बिहार में नई व्यवस्था परिवर्तन का आगाज कर रहा है, नवंबर में बिहार के लोग दिखाएंगे कि कैसे उन्होंने मिलकर ऐसी व्यवस्था बनाई है, जो किसी जाति-परिवार या व्यक्ति के पीछे नहीं है, कैसे बिहार के सुनहरे भविष्य को लेकर लोग साथ आए हैं और लोकतांत्रिक तरीके से न केवल नया दल बनाकर बल्कि चुनाव जीतकर भी आगे आ रहे हैं.
शराबबंदी के खिलाफ हूं
शराबबंदी के विरोध और शराब के खिलाफ अभियान चलाने वाले गांधी जी के पोस्टर के इस्तेमाल के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा, गांधी जी ने कब कहा कि शराबबंदी के लिए अलग-अलग राज्यों में कानून बनाया जाए. शराबबंदी सामाजिक प्रयास है. शाकाहारी होना अच्छी बात है, लेकिन मांसाहार के खिलाफ कानून बनाया जाए, ये कहां सही है. बिहार में शराबबंदी कहां है. बिहार में दुकानें बंद हैं और होम डिलिवरी हो रही है.बिहार सरकार का कम से 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. ये पैसा शराब माफिया, भ्रष्ट अफसरों और नेताओं की जेब में जा रहा है. यही शराब माफिया बेरोजगारों को शराब, मोटरसाइकिल और कट्टा दे रहे हैं.
लालू-नीतीश युग खत्म
बिहार में लालू यादव और नीतीश कुमार के युग के बाद युवा नेताओं के आगे आने के सवाल पर प्रशांत किशोर ने खुलकर बात रखी. तेजस्वी यादव की काबिलियत के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा, तेजस्वी की पहचान लालू यादव के बेटे के तौर पर है. वो नेता होंगे या नहीं, ये बिहार की जनता तय करेगी. चिराग पासवान पर प्रशांत किशोर ने कहा, चिराग रामविलास पासवान के बेटे हैं. चिराग बिहार में और बिहार से राजनीति नहीं करते हैं.
चुनाव आयोग का अभियान गलत
चुनाव आयोग के स्पेशल रिवीजन को प्रशांत किशोर ने पूरी तरह गलत बताया. प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर चुनाव आयोग कह रहा है कि इतने लाखों लोग मृत पाए गए हैं. नेपाल, बांग्लादेश के लोग इसमें आ गए हैं तो उन्हें मान लेना चाहिए कि 2024 में जो इस मतदाता सूची के आधार पर चुनाव हुआ था, वो सही नहीं था. या वो ये बताए कि क्या लोकसभा चुनाव के बाद इतनी बड़ी संख्या में लोग यहां आ गए.
मुफ्त बिजली पर नीतीश की चुटकी ली
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार हमेशा कहते रहे हैं कि मुफ्त बिजली नहीं दी जानी चाहिए. बिजली सस्ती होनी चाहिए. लेकिन अब वो फिर पलटू राम हो गए. बिहार चुनाव के एक-दो महीने पहले वो ऐसी घोषणाएं कर रहे हैं. लेकिन बिहार की जनता बदलाव का मन बना चुकी है. 60 फीसदी युवा बदलाव के पक्ष में है. बिहार की जनता बिजली की कीमतों को लेकर दिक्कत नहीं है. उसे दिक्कत स्मार्ट मीटर से है.
परिवार के बारे में पूछे जाने पर प्रशांत किशोर ने बताया कि उनकी पत्नी डॉक्टर है. बेटा हाईस्कूल में पढ़ता है. उनका बिहार से दिल्ली जाना कम ही हो पाता है. बेटा अभी हाल ही में बिहार आया था.
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