लोकसभा में प्रणीति और शंभवी के जुबानी तंज.
- लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे और शांभवी चौधरी ने तीखे हमले किए.
- प्रणीति शिंदे ने ऑपरेशन सिंदूर को एक सफल मिशन की बजाय सरकार का मीडिया में एक तमाशा बताया.
- शांभवी चौधरी ने कांग्रेस के नेता की तुलना पाकिस्तान के बिलावल भुट्टो से करते हुए विपक्ष पर तीखा हमला किया.
संसद के मॉनसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को लेकर सोमवार को लोकसभा में हुई चर्चा के दौरान दो महिला सांसदों ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा. एक तरफ थीं कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे तो दूसरी तरफ थीं चिराग पासवान की पार्टी की शांभवी चौधरी. प्रणीति ऑपरेशन सिंदूर तो तमाशा बता रही थीं तो वहीं संभवी इसे नए भारत का बदला लेने का अंदाज बता रही थीं. ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान दोनों सांसद लोकसभा में काफी तल्ख नजर आईं. दोनों ने जमकर शब्द बाण छोड़े.
ये भी पढ़ें- ऑपरेशन सिंदूर की बहस में शशि थरूर, मनीष तिवारी को क्यों नहीं मिला मौका? कांग्रेस नेता की पोस्ट में बड़ा संकेत
प्रणीति शिंदे ने ऑपरेशन सिंदूर को बताया तमाशा
कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान लोकसभा में कहा था कि पहलगाम आतंकी हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के लिए यह गहरा दुख है.और यह गुस्सा इस सरकार के प्रति है, जो अब तक पहलगाम हमले के दोषियों को पकड़ने या कोई सुराग देने में विफल रही है. यह नाम सुनने में देशभक्ति का लगता है लेकिन ऑपरेशन सिंदूर मीडिया में सरकार का 'एक तमाशा' मात्र था. कोई नहीं बता रहा कि इस ऑपरेशन में आखिर हासिल क्या हुआ. देश के पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रणीति शिंदे ने ऑपरेशन सिंदूर को एक सफल मिशन से ज्यादा एक मीडिया शो करार दिया.
शांभवी चौधरी ने कर दी बलावल भुट्टो से तुलना
लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) की 27 साल की सांसद शांभवी चौधरी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए उनके नेता की तुलना पाकिस्तान के बिलावल भुट्टो से कर दी. बिना नाम लिए तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि , "आश्चर्य की बात है कि हमारे दुश्मन देश में एक युवा नेता है और एक युवा नेता हमारे विपक्ष में है. दुश्मन देश का सदन अलग है, हमारे देश का सदन अलग है, वहां के नेता अलग हैं, यहां के नेता अलग है, लेकिन इनका सवाल एक ही है. विपक्ष का सवाल और दुश्मन देश के नेता का सवाल एक कैसे हो सकता है."
इसके साथ ही शांभवी ने कहा, "मैं विपक्ष के साथियों को चुनौती देती हूं. अपनी राजनीति से ऊपर उठकर के राष्ट्र हित की सोचनी चाहिए. अगर सरहद पर सेना लड़ रही हो तो उनसे सवाल नहीं पूछे जाते हैं, उन्हें सलामी दी जाती है."
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं