11 साल की पोलिश लड़की एलिजा वानात्को ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) को पत्र लिखकर भारत लौटने में मदद करने की गुहार लगाई है. एलिजा को उनकी मां के वीजा में गड़बड़ियो के चलते ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था. एलिजा ने अपने और अपनी मां के भारत वापस लौटने में मदद की मांग करते हुए लिखा, "मेरी मां 24 मार्च 2019 को भारत में फिर से प्रवेश नहीं कर सकीं, एक छोटी सी यात्रा के बाद और हमें ज्यादा दिनों तक रुकने के कारण ब्लैकलिस्ट कर दिया गया" एलिजा के इस पत्र तो उनकी मां मार्ता कोटलार्स्का ने शेयर किया है.
एलिजा आगे लिखती हैं, "मैं अब अपनी मां के साथ हूं, लेकिन मुझे भारत में अपने जीवन की याद आती है. मैं भारत जानने वाली हर चीज से खुद को बहुत दूर महसूस करती हूं.' उन्होंने लिखा, ''भारतीय नहीं होने के बावजूद, वह इसे अपना घर कहती है. मुझे अपने स्कूल में पढ़ना है जो गोवा में है. मैं और मेरी मां भारत में वापस आकर अपनी पुरानी और खुशनुमा जिंदगी फिर से जीना चाहती है.'
the letter my daughther who is out of school due to lack of action from MHA officers has written to Honoreable Prime Minister of India for help in our case @narendramodi pic.twitter.com/PVIolpD9Ez
— Marta Kotlarska (@KotlarskaMarta) June 2, 2019
एलिजा ने लिखा, 'ऐसा लगता है कि सब कुछ बस फिर से नष्ट हो गया है. मैं शिव और नंदादेवी से हमारी मदद करने की प्रार्थना करती हूं और मैंने आपको ये पत्र लिखने का फैसला किया है क्योंकि आप सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हैं जो हमें भारत, मेरे घर वापस आने में मदद कर सकते हैं. कृपया हमारी मदद करें. और हमें इस ब्लैकलिस्ट से हटा दें, "
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बता दें एलिजा की मां मार्ता एक पोलिश कलाकार और फोटोग्राफर हैं, जो भारत में बी2बी वीजा पर रह रहीं थी. उन्हें उत्तराखंड में विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय द्वारा ज्यादा दिनों तक किसी गलतफहमी की वजह ज्यादा दिनों तक रुकने के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था. वे भारतीय वीजा को रिन्यू कराने के लिए श्रीलंका गई थी, लेकिन भारतीय अधिकारियों द्वारा उन्हें वापस लौटने पर बेंगलुरू एयरपोर्ट से लौटा दिया गया.
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मार्ता ने ट्वीट पर बताया है कि वे भारत वापसी के संबंध ने भारतीय विदेश मंत्रालय को ईमेल लिखती रहीं हैं लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी 25 अप्रैल से स्कूल नहीं जा सकी है. उनके भारत लौटने की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए ताकि उनकी बेटी की पढ़ाई बर्बाद न हो. बता दें एलिजा 6 साल की उम्र में अपनी मां के साथ भारत आईं थी. गोवा के एक स्कूल में एलिजा का एडमिशन है. फिलहाल दोनों लोग कंबोडिया में है और भारत वापस आना चाह रहे हैं.
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