नजीब अहमद की मां को ले जाती पुलिस....
नई दिल्ली:
जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद का पता लगाने की मांग को लेकर धरने पर बैठने गईं उनकी मां और परिवार के दूसरे लोगों के साथ पुलिस ने रविवार को बदसलूकी की और काफी दूर तक उन्हें घसीट कर ले गई. जेएनयू के छात्रों ने इस सिलसिले में इंडिया गेट के पास धरने का ऐलान किया था लेकिन धारा 144 लगे होने की वजह से पुलिस ने उन्हें वहां जमा होने की इजाज़त नहीं दी.
इस मामले को लेकर नजीब अहमद की मां फातिमा नफीस ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि हम इंडिया गेट पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने मुझे जबरदस्ती घसीटकर मेरे हाथ पैर पकड़कर बस में डाल दिया. मेरे हाथ पांव में चोट लगी है. मैं अपने बेटे के लिए हर चोट बर्दाश्त कर सकती हूं. मुझे मायापुरी स्टेशन से यह कहकर निकाला कि वे मुझे मेरे बेटे के पास ले जाएंगे. उसके बाद वे मुझे साढ़े तीन घंटे सड़कों पर घुमाते रहे. रात 8:30 बजे घर छोड़ा, 5 बजे मायापुरी से निकाले थे. मैं आज भी प्रदर्शन में जाऊंगी.
इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है. खबर सुनकर सोमवार को सीएम अरविंद केजरीवाल भी थाने पहुंच गए. वह उन विद्यार्थियों से भी मिले जिन्हें हिरासत में लिया गया था.
इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा, ''मायापुरी थाना पहुंचा. पुलिस कह रही है कि उन्हें पुलिस की गाड़ी में घर भेज दिया गया है. तब तक इंतजार करूंगा जब तक वह घर नहीं पहुंच जातीं. '' उन्होंने लिखा, ''नजीब की मां घर पहुंच गयी. फोन पर उनसे बातचीत की. वह ठीक हैं. मैं अब थाने से जा रहा हूं. पुलिस से नजीब को जल्द ढूंढने की अपील करता हूं.''
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को राष्ट्रपति से मुलाकात की. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आश्वासन दिया है कि विश्वविद्यालय के लापता छात्र के बारे में वह गृह मंत्रालय और जेएनयू प्रशासन से रिपोर्ट मांगेंगे.
मुख्यमंत्री ने इसके बाद संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को मामले से अवगत कराया. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि दिल्ली पुलिस ने 'राजनीतिक दबाव' के कारण मामले में कोई कार्रवाई नहीं की.
केजरीवाल ने कहा, ''नजीब के साथ झड़प में जो लोग शामिल थे, उनसे पुलिस ने शनिवार को पूछताछ की, छात्र के लापता होने के 22 दिन बाद. वह भी सिर्फ एक औपचारिकता थी. हमने राष्ट्रपति को मामले से अवगत कराया है. उन्होंने हमें आश्वस्त किया है कि वह दिल्ली पुलिस और जेएनयू से इस संबंध में रिपोर्ट मांगेंगे.''
उन्होंने बाद में ट्वीट किया, ''जेएनयू के लापता छात्र नजीब के लापता होने के मामले में उनके हस्तक्षेप का अनुरोध करते हुए माननीय राष्ट्रपति महोदय से मुलाकात की. उन्होंने सभी समर्थन का आश्वासन दिया और कहा कि वह दिल्ली गृह मंत्रालय और जेएनयू से रिपोर्ट मांगेंगे.''
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस मामले को लेकर नजीब अहमद की मां फातिमा नफीस ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि हम इंडिया गेट पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने मुझे जबरदस्ती घसीटकर मेरे हाथ पैर पकड़कर बस में डाल दिया. मेरे हाथ पांव में चोट लगी है. मैं अपने बेटे के लिए हर चोट बर्दाश्त कर सकती हूं. मुझे मायापुरी स्टेशन से यह कहकर निकाला कि वे मुझे मेरे बेटे के पास ले जाएंगे. उसके बाद वे मुझे साढ़े तीन घंटे सड़कों पर घुमाते रहे. रात 8:30 बजे घर छोड़ा, 5 बजे मायापुरी से निकाले थे. मैं आज भी प्रदर्शन में जाऊंगी.
इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है. खबर सुनकर सोमवार को सीएम अरविंद केजरीवाल भी थाने पहुंच गए. वह उन विद्यार्थियों से भी मिले जिन्हें हिरासत में लिया गया था.
इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा, ''मायापुरी थाना पहुंचा. पुलिस कह रही है कि उन्हें पुलिस की गाड़ी में घर भेज दिया गया है. तब तक इंतजार करूंगा जब तक वह घर नहीं पहुंच जातीं. '' उन्होंने लिखा, ''नजीब की मां घर पहुंच गयी. फोन पर उनसे बातचीत की. वह ठीक हैं. मैं अब थाने से जा रहा हूं. पुलिस से नजीब को जल्द ढूंढने की अपील करता हूं.''
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को राष्ट्रपति से मुलाकात की. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आश्वासन दिया है कि विश्वविद्यालय के लापता छात्र के बारे में वह गृह मंत्रालय और जेएनयू प्रशासन से रिपोर्ट मांगेंगे.
मुख्यमंत्री ने इसके बाद संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को मामले से अवगत कराया. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि दिल्ली पुलिस ने 'राजनीतिक दबाव' के कारण मामले में कोई कार्रवाई नहीं की.
केजरीवाल ने कहा, ''नजीब के साथ झड़प में जो लोग शामिल थे, उनसे पुलिस ने शनिवार को पूछताछ की, छात्र के लापता होने के 22 दिन बाद. वह भी सिर्फ एक औपचारिकता थी. हमने राष्ट्रपति को मामले से अवगत कराया है. उन्होंने हमें आश्वस्त किया है कि वह दिल्ली पुलिस और जेएनयू से इस संबंध में रिपोर्ट मांगेंगे.''
उन्होंने बाद में ट्वीट किया, ''जेएनयू के लापता छात्र नजीब के लापता होने के मामले में उनके हस्तक्षेप का अनुरोध करते हुए माननीय राष्ट्रपति महोदय से मुलाकात की. उन्होंने सभी समर्थन का आश्वासन दिया और कहा कि वह दिल्ली गृह मंत्रालय और जेएनयू से रिपोर्ट मांगेंगे.''
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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