इस्राइल पहुंचने पर पीएम नरेंद्र मोदी और बेंजामिन नेतन्याहू बेहद गर्मजोशी से गले मिले...
तेल अवीव/नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को तीन दिन के ऐतिहासिक दौरे पर इस्राइल के तेल अवीव पहुंचे. इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू उनकी अगवानी के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद रहे. एक विशेष स्वागत समारोह के तहत इस दौरान बेंजामिन नेतन्याहू और पीएम नरेंद्र मोदी बेहद गर्मजोशी से गले मिले. ऐसा विशेष स्वागत समारोह केवल अमेरिकी राष्ट्रपतियों और पोप के स्वागत के लिए ही किया जाता है.
भारतीय प्रधानमंत्री की अगवानी के लिए नेतन्याहू की पूरी कैबिनेट हवाईअड्डे पर मौजूद थी. प्रधानमंत्री ने क्रीम कलर का बंद गले का सूट पहन रखा था और उनकी जेब में गहरे नीले रंग का रूमाल था. इस्राइल सेना के बैंड ने दोनों देशों के राष्ट्रगान बजाए और फिर पीएम मोदी को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
इस दौरान इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि 'मेरे मित्र नरेंद्र मोदी का इस्राइल में स्वागत है. उन्होंने हिंदी में कहा, 'आपका स्वागत है मेरे दोस्त'. नेतन्याहू ने कहा, हम भारत से प्रेम करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी को 'भारत का एक महान नेता और महान वैश्विक नेता' करार देते हुए इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए 70 वर्षों से इंतजार कर रहे थे'. हवाई अड्डे पर दोनों नेता एक दूसरे से तीन बार गले मिले. दोनों ने एक दूसरे को कई बार 'मेरा मित्र' कहकर संबोधित किया.
पीएम नेतन्याहू ने कहा, 'भारत हमारा गहरा मित्र है. पीएम नरेंद्र मोदी की यह यात्रा ऐतिहासिक है. हम भारत और भारत की संस्कृति से प्यार करते हैं. भारतीय और इस्राइली स्वाभाविक दोस्त हैं. मुझे याद है कि आपने भारत और इस्राइल के संबंधों को लेकर मुझसे पहली मुलाकात में क्या था. आपने कहा था कि असीमित संभावनाएं हैं. परंतु अब इसमें मैं जोड़ता हूं कि संभावनाओं का आकाश अनंत है'. दोनों देशों के बीच सहयोग की व्यापक संभावनाओं के बारे में उल्लेख करते हुए इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम और भी ज्यादा कर सकते हैं, साथ मिलकर ज्यादा बेहतर कर सकते हैं'.
भव्य स्वागत पर आभार प्रकट करते हुए पीएम मोदी ने कुछ शब्द हिब्रू भाषा में बोले और शुरुआत में कहा, 'शालोम (हेलो), मैं यहां आकर प्रसन्न हूं'. पीएम ने अपने तीन दिवसीय इस्राइल दौरे को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा, 'मैं अपने दोस्त प्रधानमंत्री नेतन्याहू का मेरी यहां अगवानी करने के लिए आभार प्रकट करता हूं. पहले भारतीय प्रधानमंत्री के रूप में इस्राइल की ऐतिहासिक यात्रा करना मेरे लिए सम्मान की बात है'. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'इस्राइल के साथ मजबूत और स्थिति के अनुकूल संबंध बनाना मेरा इरादा है और इस पर मेरा ध्यान होगा... हमें आतंकवाद की साझा चुनौती से अपने समाज को सुरक्षित करना है'. उन्होंने कहा कि उनका दौरा दोनों देश के समाज को मजबूत बनाने और उनकी मजबूत साझेदारी को लेकर है.
मोदी ने कहा, 'साथ मिलकर हम (भारत-इस्राइल संबंधों की) बेहतरी के लिए हम और बहुत कुछ कर सकते हैं'. भारत के एक पुरानी सभ्यता और युवा देश होने का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, 'हमारे यहां प्रतिभावान और कुशल युवा हैं जो हमें आगे की ओर ले जाने वाली ताकत हैं'. इस्राइल को 'महत्वपूर्ण विकास साझेदार' करार देते हुए उन्होंने कहा, 'यह एक रोमांचक सफर है जो हम अपने लोगों और समाज की भलाई के लिए साथ मिलकर तय करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनका दौरा दोनों समाज के बीच के सदियों पुराने संपर्को की मजबूती का जश्न है तथा इस बंधन पर आधारित हमारी साझेदारी 25 साल पहले पूर्ण संबंध, राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से मजबूत और सतत प्रगति के पथ पर है'.
दरअसल, किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला इस्राइल दौरा है. दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्तों के लिहाज़ से यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है, जिस पर दुनियाभर के कई देशों की निगाहें भी टिकी हैं.
इस दौरे में पीएम मोदी अपने समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ आतंकवाद जैसी साझा चुनौतियों और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा करेंगे.
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया था, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस्राइल के ऐतिहासिक दौरे के लिए रवाना. किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला इस्राइल दौरा."
इस दौरेे में पीएम मोदी इस्राइल के राष्ट्रपति रुवेन रुवी रिवलिन से भी मिलेंगे. वह 1918 में हेफा की मुक्ति के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले भारतीय सैनिकों के स्मारकों पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
पीएम मोदी के इस दौरे के दौरान भारत और इस्राइल के राजनयिक संबंधों के 25 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं. पीएम मोदी 6 जुलाई तक इस्राइल में रहेंगे. इसके बाद वह जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी के हैम्बर्ग जाएंगे.
(इनपुट एजेंसी से भी)
भारतीय प्रधानमंत्री की अगवानी के लिए नेतन्याहू की पूरी कैबिनेट हवाईअड्डे पर मौजूद थी. प्रधानमंत्री ने क्रीम कलर का बंद गले का सूट पहन रखा था और उनकी जेब में गहरे नीले रंग का रूमाल था. इस्राइल सेना के बैंड ने दोनों देशों के राष्ट्रगान बजाए और फिर पीएम मोदी को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
इस दौरान इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि 'मेरे मित्र नरेंद्र मोदी का इस्राइल में स्वागत है. उन्होंने हिंदी में कहा, 'आपका स्वागत है मेरे दोस्त'. नेतन्याहू ने कहा, हम भारत से प्रेम करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी को 'भारत का एक महान नेता और महान वैश्विक नेता' करार देते हुए इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए 70 वर्षों से इंतजार कर रहे थे'. हवाई अड्डे पर दोनों नेता एक दूसरे से तीन बार गले मिले. दोनों ने एक दूसरे को कई बार 'मेरा मित्र' कहकर संबोधित किया.
पीएम नेतन्याहू ने कहा, 'भारत हमारा गहरा मित्र है. पीएम नरेंद्र मोदी की यह यात्रा ऐतिहासिक है. हम भारत और भारत की संस्कृति से प्यार करते हैं. भारतीय और इस्राइली स्वाभाविक दोस्त हैं. मुझे याद है कि आपने भारत और इस्राइल के संबंधों को लेकर मुझसे पहली मुलाकात में क्या था. आपने कहा था कि असीमित संभावनाएं हैं. परंतु अब इसमें मैं जोड़ता हूं कि संभावनाओं का आकाश अनंत है'. दोनों देशों के बीच सहयोग की व्यापक संभावनाओं के बारे में उल्लेख करते हुए इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम और भी ज्यादा कर सकते हैं, साथ मिलकर ज्यादा बेहतर कर सकते हैं'.
भव्य स्वागत पर आभार प्रकट करते हुए पीएम मोदी ने कुछ शब्द हिब्रू भाषा में बोले और शुरुआत में कहा, 'शालोम (हेलो), मैं यहां आकर प्रसन्न हूं'. पीएम ने अपने तीन दिवसीय इस्राइल दौरे को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा, 'मैं अपने दोस्त प्रधानमंत्री नेतन्याहू का मेरी यहां अगवानी करने के लिए आभार प्रकट करता हूं. पहले भारतीय प्रधानमंत्री के रूप में इस्राइल की ऐतिहासिक यात्रा करना मेरे लिए सम्मान की बात है'. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'इस्राइल के साथ मजबूत और स्थिति के अनुकूल संबंध बनाना मेरा इरादा है और इस पर मेरा ध्यान होगा... हमें आतंकवाद की साझा चुनौती से अपने समाज को सुरक्षित करना है'. उन्होंने कहा कि उनका दौरा दोनों देश के समाज को मजबूत बनाने और उनकी मजबूत साझेदारी को लेकर है.
मोदी ने कहा, 'साथ मिलकर हम (भारत-इस्राइल संबंधों की) बेहतरी के लिए हम और बहुत कुछ कर सकते हैं'. भारत के एक पुरानी सभ्यता और युवा देश होने का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, 'हमारे यहां प्रतिभावान और कुशल युवा हैं जो हमें आगे की ओर ले जाने वाली ताकत हैं'. इस्राइल को 'महत्वपूर्ण विकास साझेदार' करार देते हुए उन्होंने कहा, 'यह एक रोमांचक सफर है जो हम अपने लोगों और समाज की भलाई के लिए साथ मिलकर तय करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनका दौरा दोनों समाज के बीच के सदियों पुराने संपर्को की मजबूती का जश्न है तथा इस बंधन पर आधारित हमारी साझेदारी 25 साल पहले पूर्ण संबंध, राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से मजबूत और सतत प्रगति के पथ पर है'.
दरअसल, किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला इस्राइल दौरा है. दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्तों के लिहाज़ से यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है, जिस पर दुनियाभर के कई देशों की निगाहें भी टिकी हैं.
इस दौरे में पीएम मोदी अपने समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ आतंकवाद जैसी साझा चुनौतियों और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा करेंगे.
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया था, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस्राइल के ऐतिहासिक दौरे के लिए रवाना. किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला इस्राइल दौरा."
इस दौरेे में पीएम मोदी इस्राइल के राष्ट्रपति रुवेन रुवी रिवलिन से भी मिलेंगे. वह 1918 में हेफा की मुक्ति के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले भारतीय सैनिकों के स्मारकों पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
पीएम मोदी के इस दौरे के दौरान भारत और इस्राइल के राजनयिक संबंधों के 25 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं. पीएम मोदी 6 जुलाई तक इस्राइल में रहेंगे. इसके बाद वह जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी के हैम्बर्ग जाएंगे.
(इनपुट एजेंसी से भी)
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