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This Article is From Dec 17, 2023

प्रधानमंत्री मोदी आज सूरत को देंगे दो बड़ी सौगात, सूरत डायमंड बोर्स का करेंगे उद्घाटन

सूरत डायमंड बोर्स की इमारत 67 लाख वर्ग फुट से अधिक के क्षेत्र में फैली है जो दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय परिसर है. यह सूरत शहर के पास खजोद गांव में स्थित है. यह कच्चे और पॉलिश किए गए हीरों के साथ-साथ आभूषणों के व्यापार का एक वैश्विक केंद्र होगा.

प्रधानमंत्री मोदी आज सूरत को देंगे दो बड़ी सौगात, सूरत डायमंड बोर्स का करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी गुजरात में सूरत डायमंड बोर्स का आज करेंगे उद्घाटन
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
हीरे और आभूषण कारोबार के लिए दुनिया का सबसे बड़ा एवं आधुनिक केंद्र
टर्मिनल भवन 1200 घरेलू, 600 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को संभालने में सक्षम
सूरत टर्मिनल भवन एक तरह से सूरत शहर का प्रवेश द्वार
नई दिल्‍ली:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज गुजरात में सूरत हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन और सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन करेंगे. सूरत डायमंड बोर्स अंतरराष्ट्रीय हीरे तथा आभूषण कारोबार के लिए दुनिया का सबसे बड़ा एवं आधुनिक केंद्र होगा. वहीं, नया एकीकृत टर्मिनल भवन व्यस्ततम अवधि के दौरान 1,200 घरेलू यात्रियों और 600 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को संभालने में सक्षम है, और इसमें इस अवधि के दौरान अपनी क्षमता को 3,000 यात्रियों तक बढ़ाने की व्यवस्था है. इसके साथ ही इस हवाई अड्डे की यात्रियों को संभालने की वार्षिक क्षमता बढ़कर अब 55 लाख यात्रियों तक हो गई है. टर्मिनल भवन का निर्माण स्थानीय संस्कृति और विरासत के अनुरूप किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी सुबह 10.45 सूरत हवाई अड्डे टर्मिनल का फिर 11.15 के आसपास डायमंड बोर्स का उद्धघाटन करेंगे. 

दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय परिसर

सूरत डायमंड बोर्स की इमारत 67 लाख वर्ग फुट से अधिक के क्षेत्र में फैली है जो दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय परिसर है. यह सूरत शहर के पास खजोद गांव में स्थित है. यह कच्चे और पॉलिश किए गए हीरों के साथ-साथ आभूषणों के व्यापार का एक वैश्विक केंद्र होगा. इसमें आयात और निर्यात के लिए एक अत्याधुनिक 'सीमा शुल्क निकासी गृह', खुदरा आभूषण व्यवसाय के लिए आभूषण मॉल, अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग और सुरक्षित तिजोरी जैसी सुविधाएं होंगी. 

सूरत टर्मिनल भवन की ये हैं खासियत 

सूरत टर्मिनल भवन एक तरह से सूरत शहर का प्रवेश द्वार है, इसलिए इसे स्थानीय संस्कृति और विरासत के साथ डिजाइन किया गया है, यह सुनिश्चित करते हुए कि यहां आने वाले आगंतुकों के लिए आंतरिक और बाहरी दोनों संस्कृतियों का प्रतिबिंब देखने को मिले और उनमें स्थानीय स्थल के प्रति आकर्षण का भाव उत्पन्न हो. अत्याधुनिक टर्मिनल भवन के अग्रभाग को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि सूरत शहर के 'रांदेर' क्षेत्र के पुराने घरों की समृद्ध और पारंपरिक लकड़ी के काम का समृद्ध अनुभव यात्रियों के मिल सके.

जीआरआईएचए IV के अनुरूप हवाई अड्डे का नया टर्मिनल भवन डबल इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, ऊर्जा बचत के लिए कैनोपी, गर्मी को कम करने वाली डबल ग्लेज़िंग यूनिट, वर्षा जल संचयन, जल उपचार संयंत्र, सीवेज उपचार संयंत्र और भूनिर्माण और सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए पुनर्नवीनीकरण जल के उपयोग के अलावा अन्य दूसरी सुविधाओं से सुसज्जित है.

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