प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले तीन साल के लिए विश्व भारती यूनीवर्सिटी का नया कुलाधिपति (चांसलर) नियुक्त किया गया है। उन्होंने हाल ही में इस पद से हटने वाले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जगह ली है।
विश्वविद्यालय की अधिसूचना में कहा गया, 'विश्व भारती के विजिटर (परिदर्शक) के रूप में राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीन साल के लिए विश्व भारती का कुलाधिपति नियुक्त करने की खुशी है।' विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद ने पिछले साल जुलाई में मोदी को कुलाधिपति बनाने का एक प्रस्ताव पारित किया था और इस प्रस्ताव को मानव संसाधन विकास मंत्रालय के पास भेजा था।
इस पद पर प्रधानमंत्री मोदी की नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है, जब विश्वविद्यालय के कुलपति आर्थिक और प्रशासनिक अनियमितताओं के मामले में जांच का सामना कर रहे हैं।
विश्व भारती को वर्ष 1951 में संसद के कानून के जरिए एक केंद्रीय विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा दिया गया था। यह एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसके कुलाधिपति प्रधानमंत्री हैं।
देश के राष्ट्रपति इस विश्वविद्यालय के परिदर्शक (विजिटर) हैं। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल इसके प्रधान (रेक्टर) और प्रधानमंत्री इसके कुलाधिपति (चांसलर) हैं। राष्ट्रपति इस विश्वविद्यालय के कुलपति (वाइस चांसलर) की नियुक्ति करते हैं।
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