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This Article is From Sep 03, 2024

आसमान में हो रही 'ग्रहों की परेड', क्‍या आपने देखी ये अद्भुत खगोलीय घटना

Parade of Planets: खगोल विज्ञानी बताते हैं कि ग्रह सूर्य के चारों ओर अलग-अलग कक्षाओं में चक्कर लगाते हैं. इन कक्षाओं के झुकाव और ग्रहों की गति के कारण, वे कभी-कभी आकाश में एक सीधी रेखा में दिखाई देते हैं.

आसमान में हो रही  'ग्रहों की परेड', क्‍या आपने देखी ये अद्भुत खगोलीय घटना
ग्रहों की परेड को देखने का सबसे अच्छा समय सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद
नई दिल्‍ली:

आसमान में इन दिनों छह ग्रह एक-दूसरे के बेहद करीब पहुंचे हुए हैं और एक लाइन में नजर आ रहे हैं. खगोलीय घटनाओं में रुचि रखने वालों के लिए ये बेहद रोमांचकारी घटना है. अगले कुछ दिनों तक सूर्योदय से कुछ समय पहले आसमान में छह ग्रहों से जगमगाता नजर आने वाला है. इस दौरान सिर्फ शुक्र ग्रह ऐसा होगा, जिसकी आभा शाम को आसमान की शोभा बढ़ाएगी. विज्ञानियों की दृष्टि में यह बेहद अद्भुत और दिलचस्‍प घटना है, जो लोगों को रोमांचित करती है. इस पल का इंतजार खगोलीय घटनाओं में रुचि रखने वालों को हमेशा रहता है.

    
ग्रहों की परेड' का अद्भुत नजारा 

बता दें कि आकाश में एक साथ 6 ग्रह दिखने की घटना को विज्ञाानिक 'ग्रहों की परेड' कहा जाता है. यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना है. पिछली बार ये घटना 3 जून, 2024 को देखने को मिली है. तब आकाश में बुध, यूरेनस, मंगल, नेपच्यून, बृहस्पति, और शनि जैसे छह ग्रह एक सीधी रेखा में दिखाई दिए थे. यह दृश्य भारत समेत उत्तरी गोलार्द्ध के कई हिस्सों से देखा गया था. ग्रहों की परेड एक खगोलीय घटना होने के साथ-साथ वैज्ञानिकों के लिए भी महत्वपूर्ण है. इससे उन्हें सौर मंडल के ग्रहों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलती है.

सबसे अच्छा समय सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद

द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, वारविक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डैनी स्टीघ के मुताबिक, यह ग्रह अगस्त 2024 के बाद फिर जनवरी 2025 में सौरमंडल में एक साथ लाइन में दिखेंगे." दुनियाभर के खगोल विज्ञानी इस घटना का बड़ी उत्‍सुकता के साथ इंतजार करते हैं.  खगोल विज्ञानी बताते हैं कि ग्रह सूर्य के चारों ओर अलग-अलग कक्षाओं में चक्कर लगाते हैं. इन कक्षाओं के झुकाव और ग्रहों की गति के कारण, वे कभी-कभी आकाश में एक सीधी रेखा में दिखाई देते हैं. ग्रहों की परेड को देखने का सबसे अच्छा समय सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद होता है. इस समय आकाश साफ होता है और ग्रहों को आसानी से देखा जा सकता है.

कोरी आंखों से देखे जा सकते हैं ये ग्रह

इस खगोलीय घटना में मंगल, बृहस्‍पति और शनि को कोरी आंखों से देखा जा सकता है. क्षितिज के साथ बुध ग्रह को भी देख सकते हैं.  हालांकि नेप्‍च्‍यून और यूरेनस को कोरी आंखों से देख पाना संभव नहीं होगा, इन्‍हें देखने के लिए दूरबीन का सहारा लेना होगा. पांच सितंबर को बुध ग्रह को देख पाना ज्‍यादा आसान होगा. कुछ दिन बाद इन ग्रहों के बीच दूरी बढ़ती चली जाएगी.  

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