
प्रतीकात्मक फोटो
- टॉयलेट की उपयोगिता को तस्वीर के जरिए प्रमाणित किया जाएगा
- मिशन @355 नाम से व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया गया
- ज़िला पंचायत सीईओ जगदीश सोनकर ने फरमान जारी किया
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भोपाल:
छत्तीसगढ़ के धमतरी में प्रशासन ने शिक्षा कर्मियों को पढ़ाने के अलावा स्कूलों में बने शौचालयों का निरीक्षण करने का फरमान जारी किया है. यही नहीं टॉयलेट की उपयोगिता की तस्वीर को मिशन @355 नाम से बनाए गए व्हाट्सऐप ग्रुप में भेजने का निर्देश दिया गया है. मतलब शिक्षा कर्मियों को टॉयलेट में झांककर शौच करते बच्चों की तस्वीर लेनी होगी और उसे ग्रुप में भेजना होगा.
एसडीएम रहते बलरामपुर के अस्पताल के बिस्तर पर पैर रखकर सुर्खियों में आए ज़िला पंचायत सीईओ जगदीश सोनकर ने यह फरमान दिया है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिन 355 स्कूलों में कम खर्चे में शौचालय बने हैं वहां ना सिर्फ बच्चों को शौचालय का इस्तेमाल करते बल्कि बाद में हाथ धोने की तस्वीरें भी व्हाट्सऐप में भेजनी होगी.
VIDEO : जिद से बना शौचालय
आदेश का मकसद तो शौचालयों का निरीक्षण और बच्चों में सफाई की आदत के बारे में पता करना है लेकिन इस अजीबोगरीब आदेश ने शिक्षकों को मुश्किल में डाल दिया है.
एसडीएम रहते बलरामपुर के अस्पताल के बिस्तर पर पैर रखकर सुर्खियों में आए ज़िला पंचायत सीईओ जगदीश सोनकर ने यह फरमान दिया है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिन 355 स्कूलों में कम खर्चे में शौचालय बने हैं वहां ना सिर्फ बच्चों को शौचालय का इस्तेमाल करते बल्कि बाद में हाथ धोने की तस्वीरें भी व्हाट्सऐप में भेजनी होगी.
VIDEO : जिद से बना शौचालय
आदेश का मकसद तो शौचालयों का निरीक्षण और बच्चों में सफाई की आदत के बारे में पता करना है लेकिन इस अजीबोगरीब आदेश ने शिक्षकों को मुश्किल में डाल दिया है.