मुंबई:
मुंबई में दक्षिण मुंबई के वर्ली से पश्चिमी उपनगर दहिसर तक का सीलिंक के जरिये सफर सिग्नल फ्री हो गया है। रविवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने खेरवाड़ी फ्लाईओवर को उत्तरी हिस्से को आम जनता के लिए खोल दिया। 580 मीटर लंबे, 3 लेन के इस फ्लाईओवर का निर्माण छह महीने में पूरा हुआ है।
मुंबई के बांद्रा स्थित खेरवाड़ी फ्लाईओवर के उत्तरी हिस्से के खुलने के बाद लोगों में यह उम्मीद जगी है कि उन्हें भारी ट्रैफिक से कुछ निजात मिले। फ्लाईओवर के दक्षिणी हिस्से के काम लगभग 9 महीने में पूरा हुआ, तो नई सरकार के वक्त उत्तरी हिस्से का 6 महीने में।
सीएम फडनवीस इसका क्रेडिट लेना नहीं भूले। उन्होंने कहा 'जिस तेज़ी से हमारी सरकार से काम की अपेक्षा है, उसी तेज़ी से एमएमआरडीए और कॉन्ट्रेक्टर ने इस फ्लाईओवर का निर्माण किया है।'
मुंबई में मोनोरेल से लेकर मेट्रो तक सारी परियोजनाओं में लेट लतीफी हुई। हालांकि नई सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर के कई ऐलान किए मुख्यमंत्री ने बांद्राकुर्ला कॉम्पलेक्स को ईस्टर्न एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाली सड़क का भूमिपूजन भी कर डाला, साथ में देरी के लिए पुरानी हुकूमत को ताने भी दिए। उन्होंने कहा 'सांताक्रूज़ चेंबूर लिंक रोड हो, वर्सोवा-घाटकोपर मेट्रो लाइन हो... हर निर्माण में देरी हुई, जिसका खामियाज़ा लोगों को भुगतना पड़ा।'
वैसे जानकार मानते हैं कि खेरवाड़ी में फ्लाईओवर के नए हिस्से के खुलने के बाद भी गोरेगांव और कांदिविली में लोगों को ग़लत तरीके से बने फ्लाईओवर की वजह से जाम का सामना करना पड़ सकता है।
मुंबई के बांद्रा स्थित खेरवाड़ी फ्लाईओवर के उत्तरी हिस्से के खुलने के बाद लोगों में यह उम्मीद जगी है कि उन्हें भारी ट्रैफिक से कुछ निजात मिले। फ्लाईओवर के दक्षिणी हिस्से के काम लगभग 9 महीने में पूरा हुआ, तो नई सरकार के वक्त उत्तरी हिस्से का 6 महीने में।
सीएम फडनवीस इसका क्रेडिट लेना नहीं भूले। उन्होंने कहा 'जिस तेज़ी से हमारी सरकार से काम की अपेक्षा है, उसी तेज़ी से एमएमआरडीए और कॉन्ट्रेक्टर ने इस फ्लाईओवर का निर्माण किया है।'
मुंबई में मोनोरेल से लेकर मेट्रो तक सारी परियोजनाओं में लेट लतीफी हुई। हालांकि नई सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर के कई ऐलान किए मुख्यमंत्री ने बांद्राकुर्ला कॉम्पलेक्स को ईस्टर्न एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाली सड़क का भूमिपूजन भी कर डाला, साथ में देरी के लिए पुरानी हुकूमत को ताने भी दिए। उन्होंने कहा 'सांताक्रूज़ चेंबूर लिंक रोड हो, वर्सोवा-घाटकोपर मेट्रो लाइन हो... हर निर्माण में देरी हुई, जिसका खामियाज़ा लोगों को भुगतना पड़ा।'
वैसे जानकार मानते हैं कि खेरवाड़ी में फ्लाईओवर के नए हिस्से के खुलने के बाद भी गोरेगांव और कांदिविली में लोगों को ग़लत तरीके से बने फ्लाईओवर की वजह से जाम का सामना करना पड़ सकता है।