(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नया पासपोर्ट पाने के लिए ट्विटर पर फिलीपीन से मदद मांगने वाले एक भारतीय छात्र को जवाब देते हुए कहा कि ‘भारत के कब्जे वाले कश्मीर’ जैसी कोई जगह नहीं है. विदेश मंत्री ने मदद मांगने वाले शेख अतीक के टि्वटर प्रोफाइल पर ऐतराज जताया. दरअसल, इसमें यह जिक्र किया गया था कि वह ‘भारत के कब्जे वाले कश्मीर’ का रहने वाला है. उसके अनुरोध के बाद सुषमा ने जवाब दिया, ‘यदि आप जम्मू कश्मीर राज्य से हैं तो हम निश्चित रूप से आपकी मदद करेंगे. लेकिन आपका प्रोफाइल बताता है कि आप ‘भारत के कब्जे वाले कश्मीर’ से हैं.
ऐसी कोई जगह ही नहीं है.’ दरअसल, अतीक ने नया पासपोर्ट पाने के लिए सुषमा से अनुरोध करते हुए कहा था कि उसकी तबियत बिगड़ रही है, जिसके चलते उसे अपने घर (स्वदेश) लौटने की जरूरत है. अतीक ने ट्वीट किया, ‘मैं जम्मू कश्मीर से हूं और यहां फिलीपीन में मेडिसिन का कोर्स कर रहा हूं लेकिन मेरा पासपोर्ट क्षतिग्रस्त हो गया है. मैंने एक महीना पहले नये के लिए आवदेन किया है. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इसे प्राप्त करने में मेरी मदद कीजिए क्योंकि मुझे मेडिकल जांच के लिए सचमुच में घर जाने की जरूरत है.’
यह भी पढ़ें : भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ की सक्रिय पक्षकार हैं पूर्वोत्तर राज्यों की सरकारें : सुषमा स्वराज
बाद में एक अन्य ट्वीट में सुषमा ने इस बात को लेकर खुशी जाहिर की कि अतीक ने अपने प्रोफाइल ठीक कर लिया है और इसके बाद उन्होंने भारतीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा, ‘वह जम्मू कश्मीर से एक भारतीय नागरिक हैं. कृपया उनकी मदद कीजिए.’ बाद में, अतीक ने संभवत: अपना ट्विटर अकाउंट मिटा दिया. इस बीच, सुषमा ने चेतना आहूजा नाम की एक अन्य भारतीय को भी मदद की पेशकश की. चेतना ने शिकायत की थी कि भारतीय ई - वीजा होने के चलते उन्हें सताया जा रहा है. चेतना ने कहा कि उनका अपने बच्चे और हेल्पर के साथ हांगकांग से दिल्ली की यात्रा करने का कार्यक्रम था क्योंकि उनकी मां की सर्जरी होनी है. उन्होंने ई वीजा के लिए आवेदन किया था और एक ईटीए मिला लेकिन आज मौके पर पासपोर्ट को अधूरा बताते हुए मना कर दिया गया. मदद के उनके अनुरोध पर सुषमा ने अधिकारियों से कहा कि इस मामले को दया के साथ निपटाए जाने की जरूरत है.
VIDEO : इराक में 39 भारतीयों की मौत पर सुषमा स्वराज ने कांग्रेस से पूछा, क्या मौत पर भी राजनीति करेंगे?
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ऐसी कोई जगह ही नहीं है.’ दरअसल, अतीक ने नया पासपोर्ट पाने के लिए सुषमा से अनुरोध करते हुए कहा था कि उसकी तबियत बिगड़ रही है, जिसके चलते उसे अपने घर (स्वदेश) लौटने की जरूरत है. अतीक ने ट्वीट किया, ‘मैं जम्मू कश्मीर से हूं और यहां फिलीपीन में मेडिसिन का कोर्स कर रहा हूं लेकिन मेरा पासपोर्ट क्षतिग्रस्त हो गया है. मैंने एक महीना पहले नये के लिए आवदेन किया है. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इसे प्राप्त करने में मेरी मदद कीजिए क्योंकि मुझे मेडिकल जांच के लिए सचमुच में घर जाने की जरूरत है.’
यह भी पढ़ें : भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ की सक्रिय पक्षकार हैं पूर्वोत्तर राज्यों की सरकारें : सुषमा स्वराज
बाद में एक अन्य ट्वीट में सुषमा ने इस बात को लेकर खुशी जाहिर की कि अतीक ने अपने प्रोफाइल ठीक कर लिया है और इसके बाद उन्होंने भारतीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा, ‘वह जम्मू कश्मीर से एक भारतीय नागरिक हैं. कृपया उनकी मदद कीजिए.’ बाद में, अतीक ने संभवत: अपना ट्विटर अकाउंट मिटा दिया. इस बीच, सुषमा ने चेतना आहूजा नाम की एक अन्य भारतीय को भी मदद की पेशकश की. चेतना ने शिकायत की थी कि भारतीय ई - वीजा होने के चलते उन्हें सताया जा रहा है. चेतना ने कहा कि उनका अपने बच्चे और हेल्पर के साथ हांगकांग से दिल्ली की यात्रा करने का कार्यक्रम था क्योंकि उनकी मां की सर्जरी होनी है. उन्होंने ई वीजा के लिए आवेदन किया था और एक ईटीए मिला लेकिन आज मौके पर पासपोर्ट को अधूरा बताते हुए मना कर दिया गया. मदद के उनके अनुरोध पर सुषमा ने अधिकारियों से कहा कि इस मामले को दया के साथ निपटाए जाने की जरूरत है.
VIDEO : इराक में 39 भारतीयों की मौत पर सुषमा स्वराज ने कांग्रेस से पूछा, क्या मौत पर भी राजनीति करेंगे?
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं