
- मानसून सत्र शुरू होने के बाद लगभग एक सप्ताह तक लोकसभा और राज्यसभा में कोई सार्थक कार्यवाही नहीं हुई है.
- विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर संसद में लगातार हंगामा किया है.
- विपक्ष के विरोध के कारण लोकसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित हो गई और सदन में गतिरोध बना रहा.
संसद का मानसून सत्र शुरू हुए लगभग एक सप्ताह हो गया है, लेकिन अभी तक लोकसभा और राज्यसभा में कोई काम होता नजर नहीं आ रहा है. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण का मुद्दा उठाकर हंगामा करने लगता है. लेकिन लगभग एक सप्ताह के व्यवधान के बाद, अब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में बनी सहमति बन गई है. ऐसे में सोमवार को सामान्य कार्यवाही शुरू होने की उम्मी की जा रही है. केंद्र और विपक्षी दलों के बीच यह सहमति बिहार में मतदाता सूची संशोधन के मुद्दे पर निचले सदन में जारी गतिरोध के बाद बनी है.
ओम बिरला ने की सर्वदलीय बैठक
लोकसभा आज सुबह एक बार फिर स्थगित कर दी गई, 21 जुलाई को मानसून सत्र शुरू होने के बाद से लगातार पांचवें दिन विपक्ष का हंगामा देखने को मिला. इसके बाद अध्यक्ष ओम बिरला ने एक बैठक के दौरान विपक्ष से बातचीत की. उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान जारी विरोध पर निराशा व्यक्त की और सदस्यों से संसद के नियमों का पालन करने का आग्रह किया. सत्र शुरू होते ही विपक्षी सांसद खड़े हो गए और राज्य में विधानसभा चुनावों से पहले बिहार में मतदाता सूची के चुनाव आयोग द्वारा किए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर आपत्ति जताने की कोशिश करने लगे.
लोकसभा में आज भी नहीं चल सका प्रश्नकाल
विपक्षी दलों के सांसदों ने बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर शुक्रवार को लोकसभा में हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के पांच मिनट बाद ही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी गई. सदन की बैठक प्रारंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस की वर्षगांठ का उल्लेख किया और सभा ने इस युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए कुछ पल का मौन रखा. इसके बाद जैसे ही अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी दलों के सदस्य ‘एसआईआर वापस लो' के नारे लगाने लगे.
बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों के तख्तियां दिखाने और नारेबाजी करने पर निराशा जताते हुए कहा, ‘मैं पिछले कुछ दिन से देख रहा हूं कि सदन को नियोजित तरीके से बाधित किया जा रहा है। असहमति जताने का यह तरीका सही नहीं है.' उन्होंने सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह करते हुए कहा कि यह सदस्यों का समय होता है जिसमें वे प्रश्न पूछते हैं और सरकार की जवाबदेही तय करते हैं.
बिरला ने कहा कि विपक्ष के सदस्य जिस भी मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं, सरकार से बात करके उसका निर्णय लिया जा सकता है, लेकिन उन्हें गतिरोध समाप्त करना चाहिए. इस बीच उन्होंने विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह को पूरक प्रश्न का उत्तर देने को कहा, लेकिन हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 05 मिनट पर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. संसद के मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार को हुई थी और निचले सदन में आज लगातार पांचवें दिन प्रश्नकाल नहीं चल सका.
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