नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच बांदा के पोस्टमार्टम हाउस से माफिया मुख्तार अंसारी का शव गाज़ीपुर के लिए रवाना हो गया है. बांदा मेडिकल कॉलेज से एम्बुलेंस और पुलिस की गाड़ियों के काफिले के साथ मुख्तार के शव को उसके गृह जिले ले जाया जा रहा है. वहीं बांदा से गाज़ीपुर तक सुरक्षा को लेकर पुलिस अलर्ट पर है.
इससे पहले बांदा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों के एक समूह ने मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम किया. शव को अब गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद यूसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास ले जाया जा रहा है. अंसारी के शव को दफनाने के लिए काली बाग स्थित पारिवारिक कब्रिस्तान में गड्ढा खोदा गया है और अंतिम संस्कार का समय शव को यहां लाये जाने के बाद तय किया जाएगा.
इस बीच गाजीपुर और मऊ समेत आसपास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है.
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि अंसारी के शव को काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा, जो अंसारी परिवार के आवास से करीब आधा किलोमीटर दूर है. सूत्रों ने बताया कि इसी कब्रिस्तान में मुख्तार के मां-पिता की कब्र हैं. उन्होंने बताया कि मुख्तार के शव के देर शाम तक यहां पहुंचने की संभावना है. अंसारी परिवार के आवास से कब्रिस्तान तक भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है.
पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अतर सिंह और मोहम्मदाबाद कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) पवन कुमार उपाध्याय ने बताया कि दफनाने के लिए गड्ढा तैयार कर लिया गया है और परिजन बता रहे हैं कि शव को यहां लाये जाने के बाद ही दफनाने का समय तय होगा.
उन्होंने कहा कि परिवार के सदस्यों ने कहा है कि यदि शव को रात 10 बजे तक यहां संभव होता है तो शुक्रवार को ही सुपुर्दे खाक किया जाएगा अन्यथा शनिवार सुबह किया जाएगा.
मुख्तार के शव का पोस्टमार्टम बांदा में किया गया, जो उसके पैतृक आवास गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद से लगभग 400 किलोमीटर दूर है. शव को फतेहपुर, कौशांबी, प्रयागराज, भदोही और वाराणसी के रास्ते ले जाया जा रहा है. बांदा मेडिकल कॉलेज स्थित पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद अंसारी के अधिवक्ता नसीम हैदर ने बताया कि शव देर रात तक ही गाजीपुर लाये जाने की संभावना है और परिवार अंतिम संस्कार करने पर फैसला करेगा.
बांदा पहुंचे उमर अंसारी ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि उनके पिता की योजनाबद्ध तरीके से हत्या की गई है और उन्होंने पोस्टमार्टम दिल्ली एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) के चिकित्सकों के दल से कराने की मांग की है. उमर अंसारी ने पत्र में कहा, ''हमें बांदा के प्रशासन और चिकित्सकों के दल से न्याय मिलने का कोई भरोसा नहीं है.''
माफिया से नेता बना अंसारी बांदा जेल में बंद था. उसकी बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से गुरुवार को मौत हो गयी थी. मुख्तार अंसारी को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी. बांदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सुनील कौशल ने बताया, ''मेडिकल कॉलेज में दिल का दौरा पड़ने से अंसारी की मौत हुई है.''
इस बीच मोहम्मदाबाद यूसुफपुर में दुकानें और बाजार बंद हो गए हैं और लोग मुख्तार के शव का इंतजार कर रहे हैं. मुहम्मदाबाद गाजीपुर जिले का तहसील मुख्यालय है, जहां लोगों ने अपनी दुकानें बंद रखी हैं. इस बीच लोग युसूफपुर मोहम्मदाबाद में मुख्तार अंसारी के आवास पर पहुंचने लगे हैं.
उधर, मऊ में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है और चौतरफा पुलिस बल तैनात किया गया है. एक अधिकारी ने बताया कि मऊ, गाजीपुर, बलिया समेत आसपास धारा 144 लगायी गयी है.
इस बीच भदोही से मिली खबर के अनुसार मुख्तार अंसारी की बांदा में मौत के बाद उसके शव को गाज़ीपुर ले जाये जाने के मद्देनजर भदोही जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीएसी के साथ भारी पुलिस बल तैनात करके सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. इसके साथ जिले के तीन थानों पर एक-एक प्लाटून अर्धसैनिक बल ‘सीमा सुरक्षा बल' को रिजर्व में रखा गया है. बलिया से मिली खबर के अनुसार अंसारी की मौत के बाद गाजीपुर से सटे बलिया जिले में प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने बताया कि मुख्तार अंसारी की मौत की सूचना मिलने के बाद सभी प्रशासनिक अधिकारियों को पूरी तरह से सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है.